प्रथम पुण्य स्मरण
पिता स्वर्गः पिता धर्मः पिता परमकं तपः ।
पितरि प्रीतिमापन्ने सर्वाः प्रीयन्ति देवताः ॥
अर्थात् पिता स्वर्ग हैं, पिता धर्म हैं, पिता ही जीवन की परम तपस्या हैं। जब पिता खुश होते हैं, तब सभी देवता खुश होते हैं।
देववाक्य है कि पिता की सेवा करना ही पुत्रों का परम कर्तव्य होता है, और पुत्रों का सबसे बड़ा सौभाग्य भी। लेकिन, नियति ने हमें इस सौभाग्य से वंचित रखा। 70 वर्ष की अवस्था में पूरी तरह कर्मशील रहते हुए आप, हमारे महान पिता स्व. श्री नवल किशोर शिवहरे 7 अप्रैल, 2021 को स्वर्गवासी हो गए थे। आज प्रथम पुण्यतिथि पर हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वे अपने श्रीचरणों में आपको हमेशा की तरह उत्साहित रखें। आपने अपने पुण्यकर्मों की ख्याति और सामाजिक संबंधों की जो विरासत हमें सौंपी है, उसे आगे बढ़ाना ही अब हमारे जीवन का परम उद्देश्य है। आपकी स्मृतियां इसके लिए हमें हमेशा प्रेरित करती रहेंगी।
हम आपके आशीष की छांव में आपके बिना जीना सीख रहे हैं …
विशाल शिवहरे, विवेक शिवहरे, ऋषि शिवहरे (पुत्रगण)
अंजना शिवहरे (धर्मपत्नी)
हर्षा विशाल शिवहरे, मल्लिका विवेक शिवहरे, ऋषिका ऋषि शिवहरे (पुत्रवधुएं)
कौशल किशोर शिवहरे-मीना (अग्रज-भाभी), अर्चना नवल किशोर (अनुज वधु) अशोक शिवहरे-अनीता (अनुज-अनुजवधु), सुनीता अनिल शिवहरे (अनुज वधु)
शैलेंद्र शिवहरे-राशि, गौरव शिवहरे-सुचित्रा, प्रशांत शिवहरे-नेहा, चेतन शिवहरे-भावनी, विष्णु शिवहरे-कृति (भतीजे-बहु)
आदित्य शिवहरे, शिवा शिवहरे, देविका, शिवानी (भतीजे एवं भतीजी)
युवराज, यथवीर, राजवीर, अंगद, साध्य, चित्रांशी, विहा, रावी, वैष्णवी, क्यारा (पौत्र-पौत्री)
ससुराल पक्षः-
मुकुंद शिवहरे, आलोक शिवहरे, अनूप शिवहरे (सालेगण), आगरा
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पातीराम शिवहरे ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (पीएसजीआई), भिंड एवं ग्वालियर
माउंड लिट्रा जी स्कूल, भिंड
मै. पातीराम शिवहरे एंड सन्स, भिंड
विवेक फिलिंग स्टेशन, नसरुल्ला गंज, जिला-सीहोर
संपर्कः-9425024000, 9425019000
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