November 24, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

मिलिए यूपी में भाजपा के चार नवनिर्वाचित जायसवाल विधायकों से; रविंद्र जायसवाल ने दर्ज की जीत की हैट्रिक; दो को किस्मत ने नहीं दिया साथ

लखनऊ। 
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार परचम लहरा दिया है। भाजपा 273 सीटों के साथ लगातार दूसरी बार सरकार बना रही है। हम आपको बता रहे हैं उन चार स्वजातीय विधायकों के बारे में जो इस बार विधानसभा में पहुंचें है। चारों विधायक भाजपा के हैं। भाजपा ने छह सीटों पर जायसवाल प्रत्याशी खड़े किए थे । रूधौली से भाजपा प्रत्याशी संगीता प्रताप जायसवाल और आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से भाजपा के अरविंद जायसवाल चुनाव हार गए हैं। संगीता प्रताप जायसवाल रूधौली के मौजूदा विधायक संजय प्रताप जायसवाल की पत्नी हैं। भाजपा के प्रदेश मंत्री विजय शिवहरे ने चारों स्वजातीय प्रत्याशियों समेत पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं दी हैं।  अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा ने इनकी जीत पर हर्ष व्यक्त किया है। 
वाराणसी उत्तर सीट से भाजपा के रविंद्र जायसवाल ने जीत की हैट्रिक दर्ज की है। उन्होंने सपा के अशफाक को 40776 वोटों से मात दी। रविंद्र जायसवाल को कुल 133833 वोट मिले। विधायक के रूप में कभी सैलरी नही लेने वाले रविंद्र जायसवाल को उनकी साफ-सुथरी छवि का लाभ मिला है। संघ से उनका पारिवारिक जुड़ाव है। योगी सरकार-1 में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे रविंद्र जायसवाल के योगी सरकार-2 में कैबिनेट मंत्री बनने की प्रबल संभावनाएं हैं। 
योगी सरकार मे मंत्री रह चुकीं श्रीमती अनुपमा जायसवाल बरहाइच सदर सीट से लगातार दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने सपा के मजबूत उम्मीदवार यासर शाह को 4078 वोटों से हराया है। विधायक के रूप में पहले कार्यकाल में अनुपमा जायसवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक जनहितैषी विधायक की छवि बनाई है, जिसका लाभ उन्हें इस चुनाव में मिला।  विधायक व मंत्री रहने के दौरान भी उन्होंने जायसवाल समाज की सामाजिक गतिविधियों में हमेशा बढ़-चढ़कर भाग लिया और समाज की आवाज को शासन तक पहुंचाया। वह जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष भी हैं। 
कुशीनगर की पडरौना सीट पर मनीष कुमार जायसवाल मंटू पहली बार विधायक बने हैं। पहले कांग्रेस ने उन्हें पडरौना से अपना प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन, आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ने के साथ ही मनीष कुमार जायसवाल ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, और आरपीएन सिंह के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने मनीष जायसवाल मंटू को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। मनीष जायसवाल मंटू ने सपा क विक्रमा यादव को भारी अंतर से हराया है। बता दें कि मनीष कुमार जायसवाल पडरौना की पूर्व नपाध्यक्ष शिवकुमारी देवी के पुत्र हैं। 
चंदौली जिले की मुगलसराय सीट से भाजपा के रमेश जायसवाल ने बड़ी जीत दर्ज की है। उन्हें रिकार्ड 102216 वोट मिले। बता दें कि मुगलसराय को भाजपा के लिए सुरक्षित सीट माना जा रहा था। लेकिन, मौजूदा विधायक साधना सिंह को लेकर वैश्य समाज की नाराजगी ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी थी जिसके चलते भाजपा ने उनका टिकट काटकर रमेश जायसवाल को प्रत्याशी घोषित किया था। रमेश जायसवाल की पत्नी रेखा जायसवाल मुगलसराय नगर पालिका के चेयरमैन रह चुकी हैं।  इस नाते मुगलसराय उसके आसपास के इलाकों में रमेश जायसवाल की अच्छी पहुंच और पकड़ है।
 

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