उज्जैन।
मौजूदा दौर में जीवन की ज्यादातर जरूरतें ऑनलाइन उपलब्ध हैं। दूध, दवा, राशन से लेकर बच्चों की शिक्षा तक ऑनलाइन मिल जाती हैं तो धर्म-संस्कार भी भले पीछे क्यों रहें। उज्जैन की प्रियंका शिवहरे ने महाकाल नगरी के कुछ पंडितों को जोड़कर ‘पंडितजी’ नाम से एक वेबसाइट बनाई जिसके माध्यम से लोग घर बैठे उज्जैन के पंडितजी से अपने यहां पूजा-पाठ या संस्कार करा सकते हैं। वेबसाइट के जरिये महाकाल में विभिन्न पूजा और संस्कारों के लिए पंडितजी की बुकिंग भी की जा सकती है। खास बात यह है कि प्रियंका ने 15 हजार रुपये से यह स्टार्टअप शुरू किया था, जो आज 50 हजार रुपये महीने का रिटर्न दे रहा है।
शिवहरेवाणी से बातचीत में प्रियंका शिवहरे ने बताया कि उनकी योजना जल्द ही गया और काशी जैसी विशेष धार्मिक महत्व के अन्य शहरों में भी नेटवर्क का विस्तार करने की है। फिलहाल वेबसाइट से उज्जैन के 20 पंडितों को जोड़ा गया है। प्रियंका शिवहरे ने बताया कि महाकाल के दर्शन और पूजा कराने देश-दुनिया से लाखों लोग आते हैं लेकिन उन्हें ‘विश्वसनीय’ पंडित मिलने में काफी मुश्किल होती है। क्यों न कुछ ऐसा किया जाए जिसमें बाहर से आने वाले यजमानों के लिए आसानी हो जाए। 2019 में कोरोना काल के दौरान उन्हें 15 हजार रुपये से ‘पंडितजी’ नाम से वेबसाइट तैयार की।
प्रियंका बेतूल की रहने वाली हैं, सीहोर से उन्होंने बीई (इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन) किया। 2018 में उनका विवाह उज्जैन में महाशक्ति नगर निवासी श्री अमन शिवहरे के साथ हुआ जो पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। विवाह से पूर्व प्रियंका बेतूल में ही एक प्रतिष्ठित स्कूल में टीचर थीं, और शादी के बाद वह घर में रहकर ही कुछ काम करना चाहती थीं। और, वेबसाइट बनाकर अपनी यह इच्छा भी पूरी कर ली। वेबसाइट में मंगल दोष निवारण, काल-सर्प दोष निवारण, ग्रह-शांति पूजा, महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक, पितृ-दोष निवारण पूजा समेत 25 से अधिक विभिन्न पूजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं। अब तक उज्जैन के 20 पंडितों को वेबसाइट से जोड़ा है कि यजमानों को उनके स्थान पर ऑनलाइन माध्यम से हवन-पूजन कराते हैं।
शुरू में वेबसाइट को कोई बहुत अच्छा और उत्साहजनक रेस्पांस नही मिला, लेकिन धीरे-धीरे लोग जुड़ते गए। आज 3 साल में स्थिति यह है कि वेबसाइट से 50 हजार रुपये प्रतिमाह की कमाई होने लगी है। वेबसाइट को संचालित करने के लिए चार लोगों की टीम है जिनकी अपनी-अपनी भूमिकाएं हैं। प्रियंका सेल्स एवं बैक ऑफिस संभालती हैं। पति अमन शिवहरे भी उनका सहयोग करते हैं। गूगल पर रिव्यू के बाद स्टार्टअप को 4.9 रेटिंग मिली हुई है। प्रियंका कहती हैं कि आने वाले दिनों में वाराणासी, गया, नासिक जैसे शहरों के पंडित पुजारियों को भी इस वेबसाइट से जोड़ने की योजना है।
बीते दिनों उज्जैन में हुई रीजनल इंड्रस्ट्री कॉन्क्लेव में MSME के सचिव पी नरहरि ने अपने भाषण में प्रियंका के इस स्टार्टअप का जिक्र किया था। प्रियंका अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देती हैं। पति के साथ ही ससुर श्री दिनेश शिवहरे और सास का उन्हें बहुत सहयोग मिलता है। काम के दौरान प्रियंका की 3 साल की बेटी धीमहि शिवहरे को उसकी दादी ही संभालती है।
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