नई दिल्ली।
बीता वर्ष 2020 दुनियाभर में व्यापार के लिए बहुत मुश्किल साल रहा। कोरोना महामारी और इसके बाद बने विपरीत हालात के बावजूद आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्टर्स की संपत्तियों में खासा इजाफा हुआ है। वर्ष 2021 शुरू होने पर हुरुन ने देश के टॉप टेक बिलिनियर्स की सूची जारी कर दी है, यानी उन टॉप अरबपतियों की सूची जो तकनीकी संबंधी कारोबार कर रहे हैं। इस सूची में टॉप पर हैं एचसीएल के संस्थापक शिव नाडर।
कलचुरी समाज के शिव नाडर की संपत्ति 1,41,700 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। हुरुन की लिस्ट सामने आने के बाद कलचुरी समाज ने शिव नाडर की इस उपलब्धि पर हर्ष जताया है, सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। बता दें कि जुलाई 2020 में शिव नाडर ने एचसीएल के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था और उनकी पुत्री रोशनी नाडर मल्होत्रा को एचसीएल का चेयरमैन बनाया गया था। शिव नाडर को 2008 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
14 जुलाई, 1945 को तमिनाडु के तूतीकोरिन जिले में मूलपोल्ली गांव के एक कलचुरी परिवार में जन्मे श्री नाडर ने 1976 में एक गैरेज से एचसीएल इंटरप्राइजेज की शुरुआत की थी, जो धीरे-धीरे तरक्की करते हुए 1991 में एचसीएल टैक्नोलॉजी के साथ बाजार में नए रूप में उतरी। आज एचसीएल का कारोबार कई देशों में फैल चुका है। उसके दुनियाभर में 100 से ज्यादा कार्यालय हैं, 30 हजार से अधिक कर्मचारी हैं। कंपनी की यह प्रगति दरअसल नाडर की व्यापारिक सूझबूझ, मेहनत और लगन का ही परिणाम है। शिव नाडर अपने व्यापार शैली के बारे में कहते हैं, ‘मैं नेतृत्व के अवसर नहीं देता, बल्कि उन लोगों पर निगाह रखता हूं, जो कमान संभाल सकते हैं।‘ खास बात यह है कि नाडर ने अपने करियर की शुरुआत डीसीएम कंपनी से की और फिर दिल्ली में क्लॉथ मिल के लिए काम किया। लेकिन 1976 में अपनी आकर्षक जॉब छोड़कर उन्होंने एचसीएल इंटरप्राइजेज की स्थापना की जो शुरुआत में ऑफिस उपकरण बनाती थी। 1982 में जब आईबीएम ने एचसीएल को कंप्यूटर मुहैया कराना बंद कर दिया, तब नाडर और उनके साथियों ने पहला कंप्यूटर भी बना लिया। चर्चित पत्रिका ‘टाइम’ ने 1987 के एक अंक में लिखा था, पूरी दुनिया नाडार की सोच और भविष्य के लिए तैयार किए गए नेटवर्क को देखकर आश्चर्यचकित और मुग्ध है।
शिव नाडर की कामयाबी में उनकी पत्नी श्रीमती किरन नाडर का बराबर का सहयोग रहा है। एक लोकोपकारी महिला के रूप में उनकी पहचान है और 2005 में फोर्ब्स एशियन मैग्जीन ने उन्हें ‘हीरो ऑफ फिलेंथ्रोपी’ चुना था। वह कांट्रेक्ट ब्रिज की जानी-मानी खिलाड़ी होने के साथ ही कलाप्रेमी भी हैं। उन्हें भारतीय कला की महारानी भी कहा जाता है। किरन पास भारतीय और दक्षिण एशियाई कलाओं से संबंधित 5500 से अधिक कलाकृतियों का विशाल संकलन है।
शिव नाडर और किरन की एकमात्र पुत्री रोशनी नाडर मल्होत्रा एचसीएल की चेयरमैन हैं। 2019 में फोर्ब्स वर्ल्ड की 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में उन्हें 54वें स्थान पर रखा गया था। हुरुन लिस्ट 2019 में रोशनी देश की सबसे अमीर महिला चुनी गई थीं। प्रबंधन की श्रेष्ठ शिक्षा प्राप्त रोशनी एक प्रशिक्षित शास्त्रीय संगीतकार हैं। रोशनी ने 2010 में शिखर मल्होत्रा से विवाह किया था जो एचसीएल हेल्थकेयर के वाइस चेयरमैन हैं। उनके दो बेटे अरमान और जहान हैं।
आइये अब जानते हैं हुरुन की टॉप-5 टेक बिलिनियर्स लिस्ट में शामिल चार अन्य अरबपतियों के बारे मेंः-
अजीम प्रेमजी
आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2020 के अनुसार, विप्रो के अजीम प्रेमजी 1,14,400 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर रहे हैं। एक मानववादी के तौर पर प्रतिष्ठित अजीम प्रेमजी इस वर्ष 75 वर्ष के हो जाएंगे।
सुनील मित्तल
भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक एवं चेयरमैन सुनील मित्तल 25,500 करोड़ की संपत्ति के साथ सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
विजय शेखर शर्मा
पेटीएम (Paytm) के संस्थापक एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा 23,000 करोड़ की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं।
बायजु रवींद्रन
बायजु रवींद्रन टेक बिलिनियर्स की इस सूची में पांचवे स्थान पर हैं। वह ऑलनाइन लर्निंग एप बायजुज के संस्थापक हैं और अब उन्होंने WhiteHat Jr नाम के स्टार्टअप का अधिग्रहण कर लिया है। उनकी कुल संपत्ति 22,500 करोड़ रुपये आंकी गई है।
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