आगरा/इटारसी।
टोक्यो ओलंपिक में हॉकी (पुरुष) स्पर्धा में भारतीय टीम ने कांस्य पदक हासिल कर 41 साल का सूखा खत्म कर दिया। इसे लेकर देश में जबरदस्त उत्साह और उल्लास का माहौल है। सोशल मीडिया पर भारतीय खिलाड़ियो को बधाई संदेश चल रहे हैं। ऐसे में कलचुरी समाज के व्हाट्सएप ग्रुपों में भी एक मैसेज बहुत तेजी से चला जिसमें मिडफील्डर विवेक प्रसाद के कलार होने पर गर्व की बात कहते हुए उन्हें बधाइ दी गई। शिवहरेवाणी की पड़ताल में यह दावा गलत निकला है। विवेक प्रसाद कलचुरी कलार या कलवार नहीं हैं।
दरअसल शिवहरेवाणी ने सोशल मीडिया पर यह मैसेज चलने के बाद इसका सोर्स पता करने का प्रयास किया, लेकिन सोर्स मालूम नहीं चल सका, स्वजातीय बंधु तो बस इसे फारवर्ड कर रहे थे। तब शिवहरेवाणी ने गूगल पर सर्च किया तो पता चला कि विवेक प्रसाद मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं। शिवहरेवाणी ने इटारसी के प्रतिष्ठित स्वजातीय बंधु श्री विनीत चौकसे (एलआईसी वाले) से संपर्क किया, तब उन्होंने खोजबीन कर बताया कि विवेक प्रसाद इटारसी के पास एक गांव के रहने वाले हैं, और गांववालों ने कन्फर्म किया है कि वह कलचुरी कलार समाज से नहीं हैं, बल्कि कुशवाह (काछी) समाज से हैं। खैर…विवेक प्रसाद किसी भी समाज से हों, उन्होंने हम भारतीयों को गर्व करने का अवसर दिया है, इस नाते उनको और पूरी भारतीय टीम को कलार समाज की ओर से सैल्यूट तो बनता है।
इस पूरे प्रकरण से एक बात तो साफ है कि हम लोग व्हाट्सएप पर प्रसारित जानकारियों पर बिना कन्फर्म किए भरोसा कर लेते हैं, और उस पर बहुत जल्दी रिएक्ट भी कर देते हैं। राजनीतिक लोग हमारी इस कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं। मनगढ़ंत इतिहास, गलत आंकड़े और काल्पनिक घटनाओं को व्हाट्सएप पर प्रसारित कर समाज में नफरत फैलाई जा रही है, ताकि हमारे युवा शिक्षा और रोजगार जैसे बुनियादी सवालो को भूलकर नफरती चिंटू बन जाएं। अफसोस है कि कलचुरी समाज के ज्यादातर व्हाट्सएप ग्रुपों में इस तरह के मैसेज अक्सर देखने को मिल जाते हैं। कुछ लोग तो लगता है कि इसी मिशन में लगे हुए हैं।
अब भी वक्त है, हमें संभलना होगा। व्हाट्सएप पर फेक और नफरती मैसेज के खेल की हकीकत को समझिये, अपने बच्चों को इनसे बचाइये और उन्हें शिक्षा व करियर की तरफ उन्मुख किजिए, उनकी प्रतिभा को निखारने का प्रयास कीजिए। फिर देखियेगा, आने वाले ओलंपिक खेलों में कई पदक विजेता सामने आएंगे जिनके कलार होने पर आप गर्व करेंगे…और, इनमें आपका अपना बच्चा भी हो सकता है।
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