April 26, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
शिक्षा/करियर

गांव में परचून की दुकान चलाने वाले का बेटा बना आईएएस अधिकारी, डुंगरपुर के हेमंत कलाल की यूपीएससी परीक्षा में 371वीं रैंक; तीन महीने पहले ही बने थे आरएएस अधिकारी

डुंगरपुर।
तीन महीने पहले आएएस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) अधिकारी बने डुंगरपुर (राजस्थान) के हेमंत कलाल ने आईएएस परीक्षा में भी शानदार कामयाबी हासिल कर ली है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 24 सितंबर को सिविल सर्विसेज एग्जाम-2021 के परिणाम घोषित किया जिसमें हेमंत कलाल को 371वीं रैंक हासिल हुई है। 
परीक्षा में चयनित कुल 761 अधिकारियों में से 180 को आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा), 36 को आईएफएस (भारतीय विदेश सेवा) और 200 अधिकारियों को आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) में जाने का अवसर मिलेगा। चूंकि हेमंत कलाल को 371वीं रैंक हासिल हुई है, लिहाजा उनका आईपीएस बनना तय है और बहुत संभव है कि आईएएस बनने का उनका सपना साकार हो जाए। 
राजस्थान में डुंगरपुर जिले के डामरी गांव में ग्रॉसरी (परचून) की दुकान चलाने वाले श्री मोहनलाल कलाल के इस होनहार पुत्र ने लगातार कड़ी मेहनत से परिवार और समाज का नाम रोशन किया है। गुजरात में अहमदाबाद स्थित निरमा यूनिवर्सिटी से बीटेक हेमंत कलाल ने पढ़ाई के दौरान ही आईएएस अधिकारी बनने की ठान ली थी और बीटेक के बाद इसकी तैयारी में जुट गए। शुरुआती असफलताओं से हौसला नहीं हारा और सफलता के दृढ़ संकल्प के साथ पूरी मेहनत से अपनी तैयारी जारी रखी। नतीजा ताबड़तोड़ सफलताओं के रूप में सामने आया है। 
बीते वर्ष उनका चयन उत्तर प्रदेश में एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था। इस वर्ष मई में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) परीक्षा में ओवरऑल 206वीं रैंक और टीएसपी (जनजातीय बहुत क्षेत्र प्राथमिकता) में दूसरा स्थान प्राप्त किया। अब तीन महीने बाद ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता का झंडा गाड़ दिया। 
आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हेमंत कलाल अपनी कामयाबी का श्रेय गुरु महंत स्वामी और प्रमुख स्वामी महाराज के आशीर्वाद और पिता श्री मोहनलाल कलाल एव माताजी श्रीमती सीता देवी कलाल की प्रेरणा को देते हैं। शिवहरेवाणी से बातचीत में हेमंत कलाल ने बताया कि उन्होंने परीक्षा फार्म में  आईएएस को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और उन्हें भरोसा है कि उन्हें आईएएस ने जाने का अवसर मिल जाएगा। । परीक्षा में फिलॉस्फी उनका मुख्य विषय रहा। उन्होंने  समाज के युवाओं को संदेश दिया कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। निरंतर प्रयास और कड़ी मेहनत हर परीक्षा में आपकी कामयाबी को सुनिश्चित करेगी। 24 सितंबर की शाम यूपीएससी का रिजल्ट घोषित होने के बाद से हेमंत के पूरे परिवार मे जश्न का माहौल है। फोन पर बधाइ संदेश आ रहे हैं। उनकी तीनों बहनें प्रियंका, निशा और प्रीती भी भाई की सफलता से उत्साहित हैं। प्रियंका और निशा विवाहित हैं। प्रियंका गृहणी हैं, जबकि निशा टीचर हैं। सबसे छोटी बहन प्रीती एमबीए करने के बाद मुंबई में जॉब कर रही है। 
 

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