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आगरा।
जीवन में कमाने का जो महत्व है, बचाने का महत्व उससे कम नहीं है। कहते भी हैं कि ‘जो बचा लिया सो कमा लिया।‘ सवाल यह है कि लगातार बढ़ती महंगाई के इस दौर में छोटी-छोटी कटौतियां कर बचाए हुए पैसों को कहां निवेश करें कि भविष्य में अच्छे रिटर्न प्राप्त हों। बीते रोज स्टॉकएड एकेडमी हुए सेबी की कार्यशाला में इसी मुद्दे पर पर्सनल फाइनेंस विशेषज्ञ एवं ट्रेनर राहुल शुक्ला ने कई अहम जानकारियां साझा कीं। एकेडमी के एमडी देवांश शिवहरे ने भी शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड्स में सुरक्षित निवेश के सूत्र बताए।
राहुल शुक्ला ने बताया कि आम आदमी के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही होती है कि बचाए हुए पैसे को कहां लगाएं कि वे सुरक्षित रहें, मुद्रास्फीति के मुकाबले अधिक दर से ग्रोथ भी होती रहे और तरलता बनी रहे यानी जरूरत होने पर पैसा हमारा मिल जाए। आज हमारे सामने निवेश के कई विकल्प हैं। बांड में पैसा लगा सकते हैं, भारत में सोना खरीदने का प्रचलन अधिक है, बीमा स्कीमें हैं, बैंक में एफडी, अधिक पैसे हैं तो ग्रोथ के लिहाज से प्रापर्टी भी अच्छा विकल्प है, स्टॉक मार्केट का विकल्प है और इसी से जुड़ा है म्यूचुअल फंड्स।
युवाओं को शेयर बाजार का स्पेशलिस्ट बना रही स्टॉकएड एकेडमी
स्टॉकएड एकेडमी ने आगरा के हजारों युवाओं को वित्तीय साक्षर और आत्मनिर्भर बनाने वाले प्रमुख संस्थान के रूप में प्रतिष्ठा हासिल की है। आगरा में कैलाशपुरी (हलवाई की बगीची) निवासी श्री धर्मेंद्र शिवहरे के पुत्र श्री देवांश शिवहरे द्वारा स्थापित एवं संचालित इस संस्थान ने अपने दूसरे साल में अब तक 6000 से अधिक युवाओं को वित्तीय साक्षर बनाने की गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। संस्थान तीन तरह की सेवाएं प्रदान करता हैः-
- फाइनेंशियल लिट्रेसी यानी वित्तीय साक्षरता। इसमें युवाओं को शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग सिखाई जाती है। इसमें एक महीने से लेकर छह महीने तक के कोर्स हैं। एक महीने का कोर्स बिगनर्स के लिए है। इसमें शेयर बाजार की बेसिक चीजें बताई जाती हैं। तीन महीने के वोकेशनल कोर्स में शेयर बाजार में ट्रेडिंग के गुर बताए जाते हैं। छह महीने के सर्टिफिकेशन कोर्स मे प्रशिक्षार्थी को सेबी में रजिस्टर्ड कराया जा सकता है जिसके बाद वह किसी भी शेयर ट्रेडिंग कंपनी को अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है।
- स्टॉकएड कंपनी जो वित्तीय सेवाएं भी उपलब्ध करा रही है। यानी अपने क्लाइंट्स को शेयर्स की खरीद-फरोख्त जैसी सेवाएं प्रदान करती है।
- कंपनी अपने कस्टमर्स को शेयर रेगुलेशन की सुविधा प्रदान करती है। मसलन-किसी के पास यदि पेपर फार्म में शेयर्स हैं तो उसे डिमेट फार्म में कराते हैं. और इस तरह शेयर रेगुलेशन के अन्य कार्य भी करते हैं।
स्टॉकएड एकेडमी ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों प्रकार से सेवाएं उपलब्ध करा रही है। इसी तरह युवाओं को भी इन दोनों माध्यमों से फाइनेंशियल लिट्रेसी प्रदान कर रही है। इसका उद्देश्य युवाओं को शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के बेसिक्स व उनकी बैलेंसशीट की जांच करने के साथ ही शेयर मार्केट के रुझान को जानकर सुरक्षित निवेश का निर्णय लेने में सक्षम करना है।
संजय प्लेस (ब्लॉक नंबर-44, पुलिस चौकी के पीछे) स्थित स्टॉकएड एकेडमी परिसर में आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि निवेश का कौन सा विकल्प चुना जाए, इसका निर्धारण करने से पहले अपनी बचत के लक्ष्य को तय करना चाहिए। हम बेटी की शादी के लिए बचत करना चाहते हैं, बच्चों की पढ़ाई के लिए, या फिर भविष्य में अपना घर बनवाना है, या कोई और बड़ा काम करना है…हमारे समाज में इस तरह की सोच बचत की प्रेरणा का काम करती रही है। निवेश के हर विकल्प के साथ कुछ जोखिम जुड़े हैं, तो कुछ बहुत अच्छे पहलू भी। इन दिनों स्टॉक मार्केट अच्छे रिटर्न दे रहा है लेकिन इसमें पैसा लगाने से पहले स्टॉक की फंडामेंटल जानकारियां प्राप्त करना बहुत जरूरी है। हर व्यक्ति के पास यह ट्रेनिंग नहीं होती है, लिहाजा उनके पास न्यूनतम जोखिम के साथ शेयर मार्केट के अच्छे रिटर्न प्राप्त करने के लिए म्यूचुअल फंड शानदार विकल्प हो सकता है।
कार्यशाला में सरकार की उन तमाम बचत स्कीमों की जानकारी भी दी गई जिनमें विभिन्न प्रावधानों में आयकर छूट प्राप्त होती है। साथ ही शानदार रिटर्न के नाम पर लुभावनी स्कीमों से सतर्क रहने और ऐसी स्थिति में फंसने पर शिकायत दर्ज करने संबंधी विभिन्न जानकारियां प्रदान कीं। कार्यशाला में विभिन्न आयवर्ग और आयुवर्ग के 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रश्नोत्तरी सत्र में विशेषज्ञों ने लोगों की जिज्ञासाओं का बहुत संतोषनजक तरीके से जवाब दिया।
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