आगरा।
बांसवाड़ा में मेवाड़ा कलाल समाज की सामूहिक विवाह की गौरवशाली परंपरा में एक और अध्याय जुड़ गया, जब बीते रविवार (18 फरवरी) छह जोड़े परिणय के पावन सूत्र में बंधे। आनंदपुरी में बीते रविवार (18 फरवरी) को हुए इस सामूहिक विवाह समारोह ने सभी जोड़ों को उपहार स्वरूप घर-गृहस्थी का सामान और सोने-चांदी के आभूषण के साथ विदाय किया। कन्यादान के रूप में नगद धनराशि भी दी गई। समारोह में अभिषेक नाम का एक धनाड्य दूल्हा चर्चा में रहा, जो 70 लाख रुपये की अपनी बीएमडब्लू कार से विवाहस्थल पहुंचा और सामूहिक विवाह में अपनी शादी कर मिसाल पेश की।
आनंदपुरी तहसील में समाज के मुख्य संरक्षक एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी श्री हरिशचंद्र कलाल सेनावास ने शिवहरेवाणी से बातचीत में अभिषेक कलाल और उनके परिजनों का आभार जताते हुए कहा कि इतने आर्थिक संपन्न और धनाड्य परिवार से होते हुए भी कलाल समाजबंधु अपने बेटे-बेटियों की शादी सामूहिक विवाह में कराकर संपूर्ण कलाल समाज के समक्ष अनुकरणीय मिसाल पेश कर रहे हैं। बांसवाड़ा में कलाल समाज का यह 18वां सामूहिक विवाह है और इनमें अब तक 300 से अधिक शादियां हो चुकी हैं। श्री हरीश कलाल के मार्गदर्शन और जिला अध्यक्ष श्री सुंदरलाल डडुका व सामूहिक विवाह संयोजक श्री हिम्मतलाल भगोरा के नेतृत्व में हुए इस सामूहिक विवाह के मुख्य भामाशाह वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मोहनलाल कलाल आनंदपुरी रहे।
आनंदपुरी में सामूहिक विवाह स्थल पर रविवार की सुबह से ही हलचल शुरू हो गई। सुबह 9 बजे तक पंडाल में दूल्हा और दुल्हन पक्षों के लोगों के साथ हजारों समाजबंधु एकत्र हो गए, जिसके बाद शोभायात्रा के रूप में सामूहिक बारात निकाली गई। बारात में सभी दूल्हे अलग-अलग बग्गियों में सवार थे। बैंड-बाजे की धुन पर समाजबंधु एवं महिलाएं झूमते-नाचते चल रहे हैं। नगर भ्रमण के दौरान स्थानीय समाजबंधुओं की और से जगह-जगह बारात का स्वागत किया गया। ड्रोन से पुष्पवर्षा की जा रही थी। सामूहिक बारात में ध्वजवाहक की भूमिका में श्री बाबूलाल ओबरी डूंगरपुर सबसे आगे चल रहे थे, जिन्होंने 51 हजार रुपये की बोली लगाकर सफेद घोड़े पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त किया।
बारात के विवाहस्थल पहुंचने पर जिला अध्यक्ष श्री सुंदरलाल कलाल डडुका एवं विवाह संयोजक श्री हिम्मतलाल भगोरा, मुख्य संरक्षक श्री हरिश्चंद्र कलाल सेनावासा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मोहनलाल आनंदपुरी, सह-संयोजक श्री प्रवीण गढ़ी, सभापति श्री पूनमचंद शेरगढ़ आदि ने दूल्हों को गुलदस्ता भेंट कर बारातियों की अगवानी की। पंडाल में बारात के पहुंचने पर सबसे पहले कलाल समाज के आराध्य भगवान श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन की पूजा अर्चना की गई जिसके मुख्य यजमान की भूमिका में आनंदपुरी के ‘शिव होटल’ के प्रोपराइटर श्री राकेश कचरचंद रहे जिन्होंने सर्वोच्च बोली लगाकर यह सौभाग्य प्राप्त किया था। इसके बाद मंच पर वरमाला की रस्म के बाद सभी जोड़े अपने लिए निर्धारित वेदियों पर पहुंचे जहां मुख्य आचार्य श्री मनोहर लाल जोशी के साथ छह अन्य भूदेवो ने वैदिक मंत्रोच्चार से उनका विवाह संपन्न करवाया। बीच-बीच में पंडाल पारंपरिक मांगलिक गीतों से गुंजायमान होता रहा। सभी विवाह वेदियों पर कन्यादान लेने के लिए समाज के भामाशाह की कतार लगी रही।
विवाह के दौरान पंडाल में 4 हजार से अधिक समाजबंधुओं की उपस्थिति रही जो बांसवाड़ा, डुंगरपुर के अलावा राजस्थान के अन्य जनपदों व गुजरात से आए थे। इन सबके भोजन की संपूर्ण व्यवस्था श्री मोहनलाल दलिचंद की ओर से की गई। सप्तपदी (फेरे) की रस्म के बाद आयोजकों ने सभी छह जोड़ों को भेंट-उपहार के साथ विदा किया। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रीतम छाजा ने किया, जबकि श्री वीरेंद्र आनंदपुरी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख रेशम मालवीय, प्रधान हरिशंकर देवतरा, भाजपा नेता खेमराज गरासिया, सीआई कपिल पाटीदार, सरपंच हिना ताबियर की विशेष उपस्थिति रही। आयोजन में जिला अध्यक्ष सुन्दरलाल डडुका,पूर्व जिला अध्यक्ष हरीश्चंद्र कलाल सेनावासा, संयोजक श्री हिमतलाल भगोरा, न्यायपालिका अध्यक्ष पूनमचन्द शेरगढ़, सचिव किशनलाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहनलाल आनंदपुरी, सेंटर अध्यक्ष मोहनलाल झरनिया, कोषाध्यक्ष बाबूलाल आनंदपुरी, जिला उपाध्यक्ष कमलेश गढ़ी, राजेश आसन, पन्नालाल बस्सी, हीरालाल मसोटिया, महासचिव प्रदीप ‘दौलतसिंह का गड़ा’, श्री किशोर खेड़ा, गणेश गढ़ी न्यायपालिका सदस्य श्री मणिलाल मसोटिया, धनपाल देवदा , रूपचंद आनंदपुरी, पंजीयन प्रभारी जितेन्द्र सेनावासा, रजनीश कलाल आसन, युवान मंडल अध्यक्ष कल्पेश रणछोड़ पंडौली, राजेंद्र गड़ी, राजेंद्र भीमसौर, गणेशलाल भरड़ाजाल, दालीचंद कुमजी का पारडा, मोहन छाजा, नरेश परतापुर, शैलेश रेयान, नानूलाल दिलीप कलाल सागवाड़ा, सुरेशचंद्र कुशलगढ़, कन्हैयालाल कोलखन्डा, सहस्त्रबाहु मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष दिनेश कलाल, श्री कल्पेश मेवाड़ा एवं समस्त युवान मंडल आनंदपुरी एवं महिला मंडल आनंदपुरी के कार्यकारिणी कार्यकारिणी सदस्यों की विशेष भूमिका के साथ संपूर्ण समाज का अतुलनीय सहयोग रहा।
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