आगरा।
फिरोजाबाद में लोहामंडी स्थित अग्रवाल धर्मशाला चौराहा पर दस दिन गणेशजी की रौनक रही। यहां पंडाल में स्थापित ‘कान वाले बाबा’ हजारों श्रद्धालुओं की मन्नतें साथ लेकर शनिवार को विदा हो गए। श्रद्धालु बाजे-गाजे के साथ नाचते-गाते और सिंदूर उड़ाते हुए मालीपट्टी घाट पहुंचे जहां ‘कान वाले बाबा’ का विसर्जन किया गया।

अग्रवाल धर्मशाला चौराहा पर यह लगातार 20वां गणेशोत्सव था। भाजपा नेता सुगम शिवहरे ने 2005 में पहली बार गणेश प्रतिमा स्थापित की थी। तब से हर साल इसका आयोजन पूरे जोरशोर से होता है, जिसकी ज्यादातर व्यवस्थाएं शिवहरे युवाओं के हाथ होती हैं। दावा है कि यह फिरोजाबाद शहर में पहला और सबसे पुराना गणेशोत्सव है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मौजूदा केंद्रीय मंत्री श्री एसपी सिंह बघेल समेत राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र की कई नामचीन हस्तियां इनके दर्शन के लिए पंडाल में आ चुकी हैं। शहर के लोगों के बीच इस पंडाल के गणेशजी ‘कान वाले बाबा’ के नाम से लोकप्रिय हैं। मान्यता है कि इन गणेशजी के कान में कहने से मन्नत जरूर पूरी होती है। यही वजह से शनिवार को गणेशजी की विदाई से पहले भक्तों में गणेशजी के कानों में अपनी मन्नत कहने की होड़ लग गई।

अंतिम दिन फिरोजाबाद के भाजपा महानगर अध्यक्ष डा. सतीश दिवाकर पंडाल में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे और गणेशजी की पूजी अर्चना एवं आरती की। जिसके बाद बाजे-गाजे के साथ गणेशजी को यमुना नदी के मालीपट्टी घाट ले जाया गया। पूरे रास्ते भक्तों ने जमकर आतिशबादी की, सिंदूर और रंग की होली खेलते और नाचते हुए चल रहे थे। मालीपट्टी घाट पर गणेशजी का विसर्जन किया गया। विसर्जन यात्रा में सुगम शिवहरे, शैलू गुप्ता, आकाश गुप्ता, रामू गुप्ता, विक्रम शिवहरे, मौसम शिवहरे, दीपक गुप्ता, गौरव गुप्ता, अभिनव गुप्ता, मयंक,प्रिंस,गीता शिवहरे, सुनीता शिवहरे, वंदना शिवहरे, दीपिका शिवहरे, विजय शिवहरे,मुस्कान शिवहरे, अविका शिवहरे, मीताक्षी शिवहरे, आरव समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।

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