रायपुर।
छत्तीसगढ़ में हालिया विधानसभा चुनाव में इस बार तीन विधायक कलवार समाज के निर्वाचित हुए हैं। इनमें बालोद जिले की संजारी सीट से कांग्रेस की संगीता सिन्हा लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुई हैं। वहीं मनेंद्रगढ़ सीट से पिछला चुनाव हारे भाजपा के श्यामबिहारी जायसवाल ने इस बार विजयश्री हासिल की है। जबकि, महासमुन्द सीट से भाजपा के योगेश्वर राजू सिन्हा निर्वाचित हुए हैं। संगीता सिन्हा और योगेश्वर राजू सिन्हा, कलवार समाज के डडसेना वर्ग से हैं। खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ की पिछली विधानसभा में दो विधायक कलवार समाज से थे और ये दोनों (डा. विनय जायसवाल एवं संगीता सिन्हा) ही कांग्रेस से थे।
संजारी सीट से 48 वर्षीय श्रीमती संगीता सिन्हा लगातार दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने भाजपा के राकेश कुमार यादव को 17 हजार से अधिक वोटों से हराया। 2018 में पहली बार विधायक चुनी गईं संगीता सिन्हा 2019-21 तक सदस्य स्थानीय निकाय एवं पंचायती राज लेखा समिति गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों एवं संकल्पों संबंधित समिति छतीसगढ़ विधानसभा रही। उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड भी मिल चुका है। एक पुत्र और एक पुत्री की मां श्रीमती संगीता सिन्हा घर की जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए राजनीति को भी पूरा समय देती हैं।
मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के श्यामबिहारी जायसवाल विधायक निर्वाचित हुए हैं। 47 वर्षीय श्यामबिहारी जायसवाल पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डा. विनय जायसवाल से महज 4 हजार वोटों से हार गए थे। लेकिन, इस बार कांग्रेस ने कुछ गंभीर आरोपों के चलते डा. विनय जायसवाल का टिकट काटकर रमेश सिंह को प्रत्याशी बनाया था। इस बार श्यामबिहारी जायसवाल ने लगभग 12 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। परास्नातक शिक्षित श्याम बिहारी जायसवाल अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
वहीं कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले महासमुन्द विधानसभा क्षेत्र पर भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर राजू सिन्हा ने शानदार जीत दर्ज की है। सिन्हा ने अपनी पार्टी को तीन विधानसभा चुनावों के बाद जीत का स्वाद चखाया है। उन्होंने कांग्रेस की रश्मि चंद्राकर को करीब नौ हजार वोटों से हराया है। 53 वर्षीय योगेश्वर राजू सिन्हा ग्रेजुएट हैं और वर्तमान में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष के पद पर हैं।
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