January 20, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार समाज

… ताकि हिंदीभाषी कलचुरी भी पढ़ सकें श्री नारायण गुरु का साहित्य; अनुवाद के साथ ही एलएनसीटी कराएगा शोध कार्य; श्री चौकसे ने की घोषणा

शिवगिरि (केरल)
केरल के एक साधारण कलचुरी (एझवा) परिवार में जन्मे महान संत, दार्शनिक और समाज सुधारक श्री नारायण गुरु के विचारों को हिन्दीभाषी इलाकों में जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा ऐलान हुआ है। नारायण गुरु की लिखी दार्शनिक कृतियों और प्रबोधनों का मलयालम भाषा से हिन्दी में अनुवाद कराने के साथ ही उन पर विशेष शोध भी कराए जाएंगे।
यह घोषणा की है जाने-माने समाजसेवी एवं शिक्षाविद श्री जयनारायण चौकसे ने। अखिल भारतवर्षी हैहय कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के प्रमुख शिक्षण संस्थान ‘एलएनसीटी ग्रुप’ के चेयरमैन श्री चौकसे गत 22 दिसंबर को वर्कला स्थित शिवगिरि मठ प्रबंधन द्वारा कलचुरी समाज के लिए आयोजित एक विशेष बैठक को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। बता दें कि शिवगिरि में ही श्री नारायण गुरु को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, यहीं उन्हें मोक्ष मिला था और यहीं उनकी समाधि भी है। हर साल 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस वार्षिक तीर्थयात्रा को लेकर 20 दिसंबर से ही यहां विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। इसी के अंतर्गत शिवागिरि मठ के श्री नारायण धर्म संगम ट्रस्ट ने इस बार कलचुरी समाज की विशेष बैठक आयोजित की थी जिसमें श्री चौकसे को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। देशभर से कलचुरी समाज के अन्य प्रतिष्ठित समाजसेवियों को भी इसमें बुलाया गया था।

कार्यक्रम की शुभारंभ श्री जयनारायण चौकसे और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। श्री चौकसे ने अपने संबोधन में कहा कि केंरल के एझवा परिवार में जन्मे श्री नारायण गुरु की लिखी पुस्तकों का वह हिन्दी में अनुवार कराएंगे, ताकि उनके विचार और दर्शन हिंदी बोलने-समझने वाले लोगों तक भी पहुंच सके। साथ ही एलएनसीटी ग्रुप के शिक्षण प्रतिष्ठानों में श्री नारायण गुरु पर शोध-कार्य भी कराएंगे। उनकी इस घोषणा का सभी ने जोरदार तालियों से स्वागत किया। श्री चौकसे ने कहा कि जिस दिन हमारा पूरा कलचुरी समाज श्री नारायण गुरु के दर्शन और विचारों को मानने लगेगा, उस दिन पूरा देश हमारे पीछे खड़ा दिखाई देगा।

कार्यक्रम में श्री नारायण धर्म संगम ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी सचिदानंदजी, महासचिव स्वामी सुभाम्गानन्दजी, कोषाध्यक्ष स्वामी शारदानंदजी, समाजसेवी श्री राजेंद्र जायसवाल (हैदराबाद) और श्री कृष्णकांत जायसवाल (मुंबई) भी मंचासीन रहे। छतरपुर के युवा समाजसेवी श्री सुशील शिवहरे की उपस्थिति विशेष रही। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्री नारायण गुरु के अनुयायी और स्थानीय कलचुरी समाजबंधु भी उपस्थित रहे।

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