आगरा।
इन दिनों बच्चों के समर वैकेशन चल रहे हैं। महिलाएं भी बच्चों का टिफिन लगाने, उन्हें स्कूल भेजने जैसे ‘झंझटों’ से मुक्त हैं। ऐसे में आगरा में ‘शिवहरे सशक्त महिला मंडल’ की महिलाएं इस बार बच्चों की समर वैकेशन का शानदार सदुपयोग कर रही हैं।
दरअसल, ‘शिवहरे सशक्त महिला मंडल’ की महिलाएं इन दिनों शिवहरे समाज की धरोहर ‘दाऊजी मंदिर’ के ‘शिवहरे सदन’ में ‘समर कैंप’ चला रही हैं जिसमें बच्चों और बालिकाओं को डांस, कढ़ाई, ढोलक बजाना, सेल्फ रेडी मेकअप, मेहंदी, योगा, साड़ी रैपिग, नॉन फायर डिशेज, पेंटिंग, वेस्ट मटेरियल से डैकोरेशन आइटम बनाने समेत कई रचनात्मक कौशल से समृद्ध किया जा रहा है। बीते 2 जून को कलचुरी समाज के आराध्य देव भगवान श्री सहस्रबाहु अर्जुन की पूजा अर्चना के साथ यह कैंप शुरू हुआ था, और तब से प्रतिदिन शाम को 4 बजे से शिवहरे महिलाएं कैंप में बच्चों और बालिकाओं के साथ अपने हुनर साझा कर रही हैं।


मंडल की अध्यक्ष श्रीमती कविता रवि शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि कैंप में ज्यादातर बच्चे शिवहरे समाज से ही हैं। उन्होंने बताया कि समर कैंप के लिए बच्चों से 100 रुपये की टोकन धनराशि निर्धारित की गई थी, लेकिन यह धनराशि देने में असमर्थ बच्चों को भी समर कैंप से वंचित नहीं किया जा रहा है। समर कैंप 15 बच्चों के साथ शुरू हुआ था और यह संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बच्चे अपनी-अपनी अभिरुचि के अनुरूप हुनर सीख रहे हैं।


अध्यक्ष श्रीमती कविता रवि गुप्ता स्वय बच्चों को ढोलक बजाना और वेस्ट मेटेरियल से डैकोरेशन व अन्य उपयोगी आइटन बनाना सिखा रही हैं। वहीं श्रीमती शैलजा गुप्ता नॉन-फायर डिशेज बनाने की ट्रेनिंग दे रही हैं। श्रीमती गीता गुप्ता कपड़े व अन्य मेटेरियल से आकर्षक हेयर एसेसरीज जैसे बेयर बैंड, रिबन आदि बनाने की ट्रेनिंग दे रही हैं। कढ़ाई की ट्रेनिंग प्रिया शिवहरे दे रही हैं, मेहंदी का हुनर श्रीमती राशि दे रही हैं, वहीं उपासना गुप्ता बच्चों को डांस की ट्रेनिंग दे रही हैं। श्रीमती कंचन शिवहरे, श्रीमती शिल्पी शिवहरे, श्रीमती रेखा शिवहरे, श्रीमती भावना शिवहरे, श्रीमती मीनाक्षी शिवहरे और श्रीमती दीपाली शिवहरे समेत मंडल की अन्य सदस्य कैंप की गतिविधियों में सहयोग कर रही हैं। बच्चों के लिए पेयजल, कुर्सियां, फर्श आदि की व्यवस्था दाऊजी मंदिर समिति की ओर से की जा रही है।


श्रीमती कविता रवि गुप्ता ने बताया कि आने वाले दिनों में अन्य रचनात्मक गतिविधियां कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि मंडल की सभी महिलाएं किसी न किसी हुनर में माहिर हैं, और आने वाले दिनों में वे सभी कैंप में बच्चों को ट्रेनिंग देंगी। उन्होंने 16 जून को कैंप का समापन होगा जिसमें बच्चों को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। साथ ही कैंप में तैयार सामग्रियों और बच्चों के हुनर का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
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