भोपाल।
भगवान सहस्त्रबाहु के जीवन वृतांत की कथा, कहने वाले और सुनने वालों, दोनों के लिए लाभकारी बताई गई है। ऐसे लोगों का जीवन और आत्मा, यथार्थ रूप से पवित्र हो जाते हैं और उनके लिए स्वर्गलोक का मार्ग प्रशस्त होता है। ऐसा मतस्य पुराण में वर्णित है। करोडों की संख्या वाले विशाल कलचुरी कलार समाज के आराध्य भगवान सहस्रबाहु का जन्मोत्सव देशभर में जगह-जगह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में एक अदभुत आयोजन बीते रोज भोपाल में वरिष्ठ नागरिक मंच कलार समाज की ओर से किया गया, जिसमें सहस्त्रबाहु का जन्मोत्सव खुशियों दिवाली के रूप में मनाया गया।
कोलार रोड स्थित जेके अस्पताल के कांफ्रेंस हॉल में कलचुरी रत्न श्री जयनारायण चौकसे के मुख्य आतिथ्य में हुए सहस्त्रबाहु जन्मोत्सव एवं दीपावली मिलन समारोह का शुभारंभ भगवान सहस्त्रबाहु की पूजा अर्चना के साथ हुई जिसके बाद भगवान सहस्त्रबाहु कथा का संक्षिप्त वाचन किया गया। कथा के जजमान श्री एमएल राय एवं श्रीमती राजकुमारी राय रहे। विष्णु जायसवाल ने जीवन में भगवान सहस्त्रबाहु की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। इसके बाद गीत, संगीत, नृत्य जैसी सुगम प्रतिभाओं का प्रदर्शन समाज की महिलाओं और बच्चों ने किया। राजकुमारी चौकसे ने काव्यपाठ किया तो संगीता चौरागड़े ने ग्रुप के साथ दीप नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। इसी क्रम में रोहन दखने ने श्रवण बाल के पात्र की प्रस्तुति दी वहीं हितांशु और प्रियांशी ने रामायण के पात्रों का रूप धरा। सभी ने दीप और फुलझड़ियों से दीपावली का माहौल बनाया और एक-दूसरे को दीपावली की बधाई दी।
इस दौरान राजाराम शिवहरे, दीपक जायसवाल, हरिराम राय, राजन सेवईवार, कौशल राय, राजेश राय, आई डी राय, डीपी गुप्ता सहित अनेक समाज सेवियों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती कल्पना आईडी राय ने की तथा मंच का संचालन वैभव वर्मा ने किया। आभार व्यक्त जीएन वर्मा ने किया। सुधाकर राऊत ने शिवहरेवाणी को कार्यक्रम की जानकारी साझा की।
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