by Som Sahu November 08, 2017 घटनाक्रम, राजनीति 442
शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
यूपी के नगर निकाय चुनाव में कलचुरी समाज ने अपनी राजनीतिक ताकत का अहसास कराया है। मेयर, पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों के लिए कई प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिसका जिक्र हमने शिवहरे वाणी डॉट कॉम पर समाचार ‘इस बार यूपी में तीन मेयर और कई पालिका अध्यक्ष हो सकते हैं कलचुरी’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार में किया था। इसी कड़ी में हम पेश कर रहे हैं ऐसे ही कुछ और नाम जो बाद में सामने आए हैं।
मिर्जापुर से मनोज जायसवाल भाजपा प्रत्याशी
मिर्ज़ापुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने मनोज जायसवाल को मैदान में उतारा है। मनोज जायसवाल मिर्जापुर के भाजपा जिलाध्यक्ष भी हैं। 1982 आरएसएस स्वयंसेवक के तौर पर शुरुआत करने वाले मनोज जायसवाल 1988 में बजरंग दल के संयोजक,1990 में रामजन्म भूमि आंदोलन में 28 दिनों के लिए जेल और भाजपा युवा शाखा में विभिन्न पदों पर रहते हुए 2007 से लेकर 2010 तक भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे। 2012 के विधान सभा चुनाव में उन्हें नगर विधान सभा सीट से पार्टी ने टिकट दिया मगर सपा के सीटिंग विधायक कैलास चौरसिया से वह हार गए। 2017 के विधान सभा चुनाव में भी पार्टी के टिकट के प्रबल प्रत्याशी थे मगर पाटीर् ने रत्नाकर मिश्रा को टिकट दे दिया था। अब पार्टी ने मनोज जायसवाल को टिकट देकर नगर क्षेत्र में अपने परंपरागत वैश्य वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है।
सुल्तानपुर पालिका अध्यक्ष के लिए भाजपा प्रत्याशी बनीं बबीता जायसवाल
सुल्तपानपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने इस बार बबीता जायसवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। महिलाओं के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा का टिकट पाने के कई दावेदार थे। बबिता जायसवाल भाजपा संगठन में कई पदों पर रह चुकी है, इस समय जिला कोषाध्यक्ष पद पर है, इनके पति अजय जायसवाल भी संगठन में कई पदों पर रह चुके है।
सीतापुर से राधेश्याम जायसवाल सपा प्रत्याशी
सीतापुर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए सपा ने पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि राधेश्याम जायसवाल की पुत्रवधु रश्मि जायसवाल सीतापुर की निवर्तमान पालिका अध्यक्ष हैं, और वह इस बार भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। लेकिन सीट सामान्य घोषित होने के बाद सपा ने राधेश्याम जायसवाल को प्रत्याशी बनाया।
महाराजगंज से कृष्णगोपाल जायसवाल को मिला फूल
महाराजगंज नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने कृष्ण गोपाल जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस पद के लिए भाजपा का टिकट पाने के लिए कई लोगों ने आवेदन किया था। लेकिन भाजपा ने कृष्णगोपाल जायसवाल को चुना। क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता के कारण वह मजबूत प्रत्याशी माने जा रहेहैं।
इसके अलावा महाराजगंज जिले से ही आनंदनगर पालिका से राजेश जायसवाल औऱ सिसवा बाजार से रागिनी जायसवाल को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है।
भदोही से अशोक जायसवाल भाजपा प्रत्याशी
भदोही नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने अशोक कुमार जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने अपने नामांकन जुलूस में अपनी ताकत का जोरदार प्रदर्शन किया। यहां उनकी स्थिति को सबसे मजबूत माना जा रहा है। उनका मुकाबला मुख्य रूप से सपा के हसनैन अंसारी से है।
खलीलाबाद से जगत जायसवाल बसपा प्रत्याशी
संतकबीरनगर जिले की खलीलाबाद नगर पालिका के निवर्तमान अध्यक्ष जगत जायसवाल को इस बार बसपा ने अपनी प्रत्याशी बनाया है। जगत जायसवाल पिछली बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। कुछ दिन पहले ही वह सपा को छोड़ बसपा में शामिल हुए ते।
मेरठ से सरधना से रेखा जायसवाल भाजपा प्रत्याशी
मेरठ जिले के सरधना नगर पालिका चेयरमैन पद के लिए भाजपा ने रेखा जायसवाल को अपना सिंबल दिया है। रेखा जायसवाल रेखा जायसवाल पूर्व चेयरमैन केशोराम एवं राजलक्ष्मी के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बता दें कि यह सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है।
नरेश शिवहरे कबरई से सपा प्रत्याशी
महोबा की कबरई नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए समाजवादी पार्टी ने नरेशचंद्र शिवहरे को अपना प्रत्याशी बनाया है। नरेश चंद्र शिवहरे युवा और लोकप्रिय नेता हैं, उनकी पत्नी श्रीमती अंशु शिवहरे जिला पंचायत सदस्य हैं। उनकी दावेदारी को काफी मजबूत माना जा रहा है।
आजमगढ़ के अतरौलिया से सुभाष चंद्र जायसवाल
आजमगढ़ की अतरौलिया नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी ने सुभाष चंद्र जायसवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि सुभाष चंद्र जायसवाल की पत्नी श्रीमती सावित्रीदेवी यहां की निवर्तमान अध्यक्ष हैं, और पति के साथ उन्होंने भी नामांकन दाखिल किया है।
गाजीपुर में दिलदारनगर से अविनाश और अनिल जायसवाल
गाजीपुर की दिलदरा नगर पंचायत में अविनाश जायसवाल उर्फ नेपाली और अनिल जायसवाल निर्दलीय मैदान में उतरे हैं, जिसकी वजह से वैश्य बहुल इस क्षेत्र में मुकाबला बहुत रोचक हो गया है। भाजपा और सपा ने भी यहां वैश्य उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। यहां कलचुरी समाज के मतदाता भी इन दोनों प्रत्याशियों के साथ पूरे जोर शोर से लगे हुए है। बीते चुनावों पर अगर नजर डाला जाय तो कलचुरी (जायसवाल) समाज के लोग तीन बार अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो चुके है। इस चुनावी समर में कूदे प्रत्याशियों के लिए यह चुनाव उनके लिए साख का चुनाव बना हुआ है।
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