by Som Sahu October 24, 2017 घटनाक्रम 212
- श्रीराधे सेवा समिति के 21 हजार और शिवहरे वाणी के उपसंपादक अतुल शिवहरे ने5100 रुपये भेजे, अतुल शिवहरे के खाते से ट्रांसफर हुई सहायता राशि
- झांसी से राजीव राय ने नीलेश जायसवाल के खाते में डाले 21,000 रुपये, अन्य शहरों से भी पहुंच रही है सहायता राशि, शिवहरे वाणी बनी माध्यम
शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
आज जब पूरी दुनिया में भौतिक प्रगति की अंधाधुंध दौड़ में मानवीय मूल्यों का अवमू्ल्यन हो रहा है, कलचुरी समाज मानवता की एक नई पटकथा लिख रहा है। महाकाल की नगरी उज्जैन में सात साल के अभिमन्यु जायसवाल के लिए समाज की ओर से आर्थिक सहायता पहुंचने का क्रम जारी है। जरिया बनी है आपकी अपनी शिवहरे वाणी
आगरा की श्रीराधे सेवा समिति की ओर से गोवर्धन पूजा के दिन अभिमन्यु के लिए जो 21 हजार रुपये शिवहरे वाणी को सौंपे गए थे, वह रकम अभिमन्यु के पिता नीलेश जायसवाल के खाते में पहुंच गए। शिवहरे वाणी के उपसंपादक श्री अतुल शिवहरे ने इस 21 हजार की राशि में 5,100 रुपये अपनी ओर से जोड़कर कुल 26,100 रुपये ऑनलाइन माध्यम से नीलेश जायसवाल के खाते में ट्रांसफर किए। उधर झांसी से श्री राजीव राय ने एसबीआई ब्रांच से नीलेश जायसवाल के खाते में 21 हजार रुपये डाल दिए हैं। अन्य शहरों से भी अभिमन्यु के लिए सहायता पहुंच रही है, लोग शिवहरे वाणी को कॉल कर अभिमन्यु की डिटेल रहे हैं।
नीलेश जायसवाल ने बताया है कि अभिमन्यु कल बुधवार को इंदौर के अपोलो अस्पताल में भर्ती हो जाएगा। साथ ही उसकी चार साल की बहन भी अस्पताल में भर्ती होगी जिसके बोनमैरो से अभिमन्यु का बोनमैरो ट्रांसप्लांटेशन होगा। इसमें करीब 15 लाख रुपये का खर्चा बताया जा रहा है और विभिन्न समाजसेवी संगठनों तथा लोगों के प्रयास से अब तक करीब 11 लाख रुपये की धनराशि एकत्र हो चुकी है।
कल शिवहरे वाणी के श्री अतुल शिवहरे के खाते से जैसे ही 26,100 रुपये की राशि नीलेश जायसवाल के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एकाउंट 20320553032 (आईएफसी-एसबीआईएन 0030062) में ऑनलाइन ट्रांसफर हुई, नीलेश ने तत्काल शिवहरे वाणी को कॉल कर इसकी जानकारी। नीलेश ने फोन पर श्री राधे सेवा समिति तथा उसके सभी सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया।
अभिमन्यु के पिता केबल ऑपरेटर के यहां नौकरी करते हैं। उनके दो बच्चे हैं, अभिमन्यु और 4 साल की एक बेटी है। 8 हजार रुपये माहवार पाते हैं। नीलेश ने शिवहरे वाणी को बताया कि अभिमन्यु को एक-डेढ़ साल पहले ब्लड कैंसर की पुष्टी हुई थी।
इसका पता चलने पर नीलेश ने मुंबई स्थित टाटा मैमोरियल इंस्टीट्यूट में अभिमन्यु का उपचार कराया जिसमें 18 लाख रुपये का खर्च हुआ। बेटे के इलाज के लिए नीलेश ने अपना घर बेचकर, 2 लाख रुपये की मुख्यमंत्री कोष से सहायता, ससुरालपक्ष की मदद से किसी तरह पैसे जुटाए।
चिकित्सकों का कहना है कि अभिमन्यु फिलहाल ब्लड कैंसर से मुक्त है लेकिन यदि बोनमैरो नहीं बदली गई तो यह दोबारा उभर सकता है और तब वे कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं होंगे।
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