by Som Sahu October 13, 2017 घटनाक्रम 188
- टॉवर चौक पर 3 दिन चला चैरिटी शो, अब तक इकट्ठा हुए हैं 8 लाख रुपये
- इंदौर के अपोलो अस्पताल में बदला जाना है बोनमैरो, खर्चा आएगा 15 लाख
- ब्लड कैंसर पीडित बेटे के उपचार के लिए मकान तक बेच चुका है पिता नीलेश
शिवहरे वाणी नेटवर्क
उज्जैन।
महाकाल की नगरी उज्जैन में इन दिनों सात साल के अभिमन्यु जायसवाल की जान बचाने की मुहीम छिड़ी हुई है। लगातार तीन दिन चैरिटी शो किए गए, जिसकी धनरशि का चैक आज शुक्रवार को अभिमन्यु के पिता नीलेश जायसवाल को सौंप दिया गया। ब्लड कैंसर से पीड़ित अभिमन्यु की बोनमैरो बदली जानी है जिसमें 15 लाख रुपये खर्च की दरकार है जो उसके पिता नीलेश जायसवाल की सामर्थ्य से बाहर है। उज्जैन की पब्लिक तथा अन्य स्रोतों से 8 लाख रुपये जुट चुका है। 7 लाख की और जरूरत है। उम्मीद है कि महाकाल और भगवान सहस्त्रबाहु की कृपा बनी रहेगी, और क्षमतावानों और दयावानों के सहयोग से अभिमन्यु मौत का चक्रव्यूह तोड़ देगा।
उज्जैन के टॉवर चौक पर अभिमन्यु के लिये हुए चैरिटी शो की सारी व्यवस्थाएं भी पब्लिक की ओर से की गई थी। समाचार पत्र ‘पत्रिका’ और संस्था ‘कर्म सेवा-धर्म सेवा’ इस अभियान अगुवा रहे जिसमें शहर के लोगों ने दिल खोलकर गुप्त सहायता की। इस शो में प्रतिदिन 3-4 घंटे तक लगातार गाने गाए गए। अभियान में जुड़े लोग अपने तमाम काम छोड़कर बॉक्स लेकर टॉवर की सड़कों पर खड़े रहे। लोगों ने दिल खोलकर दुआओं के साथ आर्थिक सहयोग किया। दस-दस हजार रुपये तक की धनराशि गुप्तदान के रूप में आई। चैरिटी शो से 4,00,267 रुपए जुट गए हैं। जबकि अब तक 8,07,267 रुपए का सहयोग शहरवासियों से मिल चुका है। इतने सहयोग के साथ अभिमन्यु को नया जीवन मिलने की उम्मीदें भी बढ़ गई है।
यदि एक बच्चे का जीवन बचाने के महायज्ञ में आप भी अपनी आहुति देना चाहते हैं तो उसके पिता नीलेश जायसवाल के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता क्रमांक 20320553032 (आईएफसी-एसबीआईएन 0030062) में भी राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही बालक के पिता के मो. 98273-22124 पर संपर्क कर सकते हैं। अभिमन्यु के उपचार के लिए अभी भी करीब 7 लाख रुपये की दरकार होगी।
जैसा कि नीलेश ने शिवहरे वाणी को बताया
अभिमन्यु के पिता केबल ऑपरेटर के यहां नौकरी करते हैं। उनके दो बच्चे हैं, अभिमन्यु और 4 साल की एक बेटी है। 8 हजार रुपये माहवार पाते हैं। नीलेश ने शिवहरे वाणी को बताया कि अभिमन्यु को एक-डेढ़ साल पहले ब्लड कैंसर की पुष्टी हुई थी। इसका पता चलने पर नीलेश ने मुंबई स्थित टाटा मैमोरियल इंस्टीट्यूट में अभिमन्यु का उपचार कराया जिसमें 18 लाख रुपये का खर्च हुआ। बेटे के इलाज के लिए नीलेश ने अपना घर बेचकर, 2 लाख रुपये की मुख्यमंत्री कोष से सहायता, ससुरालपक्ष की मदद से किसी तरह पैसे जुटाए। चिकित्सकों का कहना है कि अभिमन्यु फिलहाल ब्लड कैंसर से मुक्त है लेकिन यदि बोनमैरो नहीं बदली गई तो यह दोबारा उभर सकता है और तब वे कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं होंगे।
चिकित्सकों की इस बात ने नीलेश को निढाल कर दिया, आंखों के सामने अंधेरा छा गया। इस बीच किसी तरह समाचारपत्र ‘पत्रिका’ और ‘कर्म सेवा-धर्म सेवा’ नाम की संस्था तक यह बात पहुंची, तो उन्होंने बच्चे का जीवन बचाने की मुहीम छेड़ दी। अभिमन्यु का बोनमैरो ट्रांसप्लांटेशन इंदौर स्थित अपोलो अस्पताल में होना है जिसमें 15 लाख रुपये का एस्टीमेट बताया गया है। अभिमन्यु की लगभग सारी जांचें पूरी हो चुकी है। छोटी बहन का बोनमैरो भी मैच कर गया है। उम्मीद है कि 3-4 दिन में अभिमन्यु और उसकी छोटी बहन को अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा। शहरवासी महाकाल से उसकी दीर्घायु की कामना कर रहे हैं।
by Som Sahu October 13, 2017 घटनाक्रम 188
- टॉवर चौक पर 3 दिन चला चैरिटी शो, अब तक इकट्ठा हुए हैं 8 लाख रुपये
- इंदौर के अपोलो अस्पताल में बदला जाना है बोनमैरो, खर्चा आएगा 15 लाख
- ब्लड कैंसर पीडित बेटे के उपचार के लिए मकान तक बेच चुका है पिता नीलेश
शिवहरे वाणी नेटवर्क
उज्जैन।
महाकाल की नगरी उज्जैन में इन दिनों सात साल के अभिमन्यु जायसवाल की जान बचाने की मुहीम छिड़ी हुई है। लगातार तीन दिन चैरिटी शो किए गए, जिसकी धनरशि का चैक आज शुक्रवार को अभिमन्यु के पिता नीलेश जायसवाल को सौंप दिया गया। ब्लड कैंसर से पीड़ित अभिमन्यु की बोनमैरो बदली जानी है जिसमें 15 लाख रुपये खर्च की दरकार है जो उसके पिता नीलेश जायसवाल की सामर्थ्य से बाहर है। उज्जैन की पब्लिक तथा अन्य स्रोतों से 8 लाख रुपये जुट चुका है। 7 लाख की और जरूरत है। उम्मीद है कि महाकाल और भगवान सहस्त्रबाहु की कृपा बनी रहेगी, और क्षमतावानों और दयावानों के सहयोग से अभिमन्यु मौत का चक्रव्यूह तोड़ देगा।
उज्जैन के टॉवर चौक पर अभिमन्यु के लिये हुए चैरिटी शो की सारी व्यवस्थाएं भी पब्लिक की ओर से की गई थी। समाचार पत्र ‘पत्रिका’ और संस्था ‘कर्म सेवा-धर्म सेवा’ इस अभियान अगुवा रहे जिसमें शहर के लोगों ने दिल खोलकर गुप्त सहायता की। इस शो में प्रतिदिन 3-4 घंटे तक लगातार गाने गाए गए। अभियान में जुड़े लोग अपने तमाम काम छोड़कर बॉक्स लेकर टॉवर की सड़कों पर खड़े रहे। लोगों ने दिल खोलकर दुआओं के साथ आर्थिक सहयोग किया। दस-दस हजार रुपये तक की धनराशि गुप्तदान के रूप में आई। चैरिटी शो से 4,00,267 रुपए जुट गए हैं। जबकि अब तक 8,07,267 रुपए का सहयोग शहरवासियों से मिल चुका है। इतने सहयोग के साथ अभिमन्यु को नया जीवन मिलने की उम्मीदें भी बढ़ गई है।
यदि एक बच्चे का जीवन बचाने के महायज्ञ में आप भी अपनी आहुति देना चाहते हैं तो उसके पिता नीलेश जायसवाल के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता क्रमांक 20320553032 (आईएफसी-एसबीआईएन 0030062) में भी राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं। साथ ही बालक के पिता के मो. 98273-22124 पर संपर्क कर सकते हैं। अभिमन्यु के उपचार के लिए अभी भी करीब 7 लाख रुपये की दरकार होगी।
जैसा कि नीलेश ने शिवहरे वाणी को बताया
अभिमन्यु के पिता केबल ऑपरेटर के यहां नौकरी करते हैं। उनके दो बच्चे हैं, अभिमन्यु और 4 साल की एक बेटी है। 8 हजार रुपये माहवार पाते हैं। नीलेश ने शिवहरे वाणी को बताया कि अभिमन्यु को एक-डेढ़ साल पहले ब्लड कैंसर की पुष्टी हुई थी। इसका पता चलने पर नीलेश ने मुंबई स्थित टाटा मैमोरियल इंस्टीट्यूट में अभिमन्यु का उपचार कराया जिसमें 18 लाख रुपये का खर्च हुआ। बेटे के इलाज के लिए नीलेश ने अपना घर बेचकर, 2 लाख रुपये की मुख्यमंत्री कोष से सहायता, ससुरालपक्ष की मदद से किसी तरह पैसे जुटाए। चिकित्सकों का कहना है कि अभिमन्यु फिलहाल ब्लड कैंसर से मुक्त है लेकिन यदि बोनमैरो नहीं बदली गई तो यह दोबारा उभर सकता है और तब वे कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं होंगे।
चिकित्सकों की इस बात ने नीलेश को निढाल कर दिया, आंखों के सामने अंधेरा छा गया। इस बीच किसी तरह समाचारपत्र ‘पत्रिका’ और ‘कर्म सेवा-धर्म सेवा’ नाम की संस्था तक यह बात पहुंची, तो उन्होंने बच्चे का जीवन बचाने की मुहीम छेड़ दी। अभिमन्यु का बोनमैरो ट्रांसप्लांटेशन इंदौर स्थित अपोलो अस्पताल में होना है जिसमें 15 लाख रुपये का एस्टीमेट बताया गया है। अभिमन्यु की लगभग सारी जांचें पूरी हो चुकी है। छोटी बहन का बोनमैरो भी मैच कर गया है। उम्मीद है कि 3-4 दिन में अभिमन्यु और उसकी छोटी बहन को अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा। शहरवासी महाकाल से उसकी दीर्घायु की कामना कर रहे हैं।
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