पटना।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने एक गंभीर और दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे हैं, और पटना स्थित एम्स में उनका उपचार चल रहा है। स्वयं भी पेशे से चिकित्सक संजय जायसवाल ने गुरुवार (2 सितंबर) को फेसबुक लाइव कर लोगों को बताया कि ‘सीमेंस जॉनसन सिंड्रोम’ नाम की यह दुर्लभ बीमारी मुख्यतः एक चर्म रोग है जो दवा के रियेक्शन से होता है। इसमें पीड़ित का शरीर उसके खिलाफ काम करने लगता है। हालांकि उन्होंने अपने शुभचिंतकों को यह कहकर तसल्ली दी है कि उपचार से उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
संजय जायसवाल गुरुवार दोपहर को अचानक फेसबुक लाइव पर आए तो बड़ी संख्या में उनके फालोअर्स और शुभचिंतक उनके लाइव से जुड़ गए। संजय जायसवाल ने बताया कि बीती 25 अगस्त को कोलकाता में उन्हें तेज बुखार आया था। वह जल संसाधन समिति के सदस्य के तौर पर वहां गए थे, लिहाजा कोलकाता और गुवाहाटी में अपना काम पूरा कर पटना लौट आए। यहां उनकी तबीयत इतनी अधिक बिगड़ गई कि पटना एम्स में भर्ती होना पड़ा। चिकित्कों ने गहन जांच कर पता लगाया है कि वह सीमेंस जॉनसन सिंड्रोम (siemens johnson syndrome) नाम की एक रेयर बीमारी से पीड़ित हैं। इस रोग में पीड़ित का शरीर उसके खिलाफ काम करने लगता है। शरीर में जितनी भी तरह की चमड़ी (या त्वचा) होती है, उन सबमें सूजन आ जाती है और वह झड़ने (स्कफिंग) लगती है।
खास बात यह है कि इस बीमारी का जल्दी पहचान कर पाना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन पटना एम्स में भर्ती होने के दूसरे ही दिन चिकित्सकों ने बीमारी की पहचान कर ली जिससे समय पर उचित उपचार भी शुरू हो गया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अब उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। लेकिन, इतने दिनों तक वह 104 डिग्री के बुखार से पीड़त रहे, और भी कई तरह की शारीरिक दिक्कतें झेलीं।
फेसबुक लाइव में उन्होंने लोगों से अपील की कि अभी कोई उनसे मिलने आने का कष्ट न करे, क्योंकि अभी किसी का भी उनसे मिलना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। मेरी पूरी चमड़ी खुली (एक्सपोज्ड) हुई है। जब तक वह पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते, तब तक किसी से नहीं मिल सकते। और, अगले सात दिन तक तो यह संभव नहीं हो पाएगा। अंत में उन्होंने भरोसा दिलाया कि एक हफ्ते बाद वह फिर लौटेंगे, अपने लोगों से मिलेंगे।
चुने गए थे सर्वश्रेष्ठ सांसद
बिहार के पश्चिमी चंपारण सीट से भाजपा सांसद डा. संजय जायसवाल जनसेवा की राजनीति के लिए जाने जाते हैं। पटना मेडिकल कालेज से एमबीबीएस और दरभंगा मेडिकल कालेज से एमडी डा. संजय जायसवाल संसद की कई महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य हैं। वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पर केंद्रीय परिषद के सदस्य भी हैं। डॉ. संजय जायसवाल को विश्व स्वास्थ्य बोर्ड का सदस्य भी चुना गया है. इनका कार्यकाल 2022 तक रहेगा। हाल ही मे ‘एशिया पोस्टव-फेम इंडिया सर्वे’ में ‘कर्तव्य-परायणता’ की श्रेणी में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद चुना था।
Leave feedback about this