गुरुग्राम।
देश की उभरती आइस फिगर स्कैटर सुश्री गौरी राय ने एक बार फिर अपने कौशल का लोहा मनवाया है। बीती 4 अक्टूबर को गुड़गांव के एंबियंस मॉल में ओपन नेशनल कैंप और चैंपियनशिप में गौरी राय ने अंडर-13 वर्ग में ब्रॉन्ज मैडल प्राप्त किया है। बता दें कि गौरी अंडर-10 आयु वर्ग की अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
गुरुग्राम स्थित एनएसएफ इंटरनेशनल में डायरेक्टर फाइनेंस श्री प्रबोध कुमार राय सीए एवं श्रीमती रश्मि चौकसे राय की पुत्री गौरी राय थाईलैंड, दक्षिण कोरिया और बुल्गारिया जैसे देशों में स्कैटिंग चैंपियनशिप और ट्रेनिंग कैंपों में भाग ले चुकी हैं। वह हरियाणा ओलंपिक डे चैंपियनशिप की भी गोल्ड मैडलिस्ट है। साथ ही गुरुग्राम और दिल्ली-एनसीआर में विंटर ओलंपिक गेम्स, दिल्ली में नेशनल फिगर स्कैटिंग चैंपियनशिप, हरियाणी स्टेट फिगर स्कैटिंग चैंपियनशिप, हरियाणा स्पीड आइस स्कैटिंग चैंपियनशिप जैसी स्पर्धाओं में एक गोल्ड, दो सिल्वर और दो ब्रांज मैडल जीत चुकी है। उसकी प्रतिभा का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि स्कैट्स व खेलों का सामान बनाने वाली कंपनी ओक्जेलो ने उसे अपना ब्रांड अंबेसडर तक बना दिया है। पढ़ाई मे भी अव्वल रहने वाली गौरी का सपना है कि वह फिगर स्कैटिंग में ओलंपिक जैसी स्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व करे और वहां मैडल जीतकर शान से तिरंगा उठाए।
गौरी राय के इस मुकाम तक पहुंचने में उसकी मां श्रीमती रश्मि चौकसे राय की खास भूमिका है। श्रीमती रश्मि चौकसे राय मूलतः से जबलपुर की हैं और माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं। वह रोहतक विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कालेज मे प्रवक्ता रहीं, लेकिन बेटी की देखभाल के लिए जॉब छोड़ दी। हालांकि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ ही एबीवीपी और भाजपा के लिए अब भी काम कर रही हैं। गुरुग्राम और फरीदाबाद मे वह रेडक्रास व आकृति जैसी संस्थाओं से जुड़कर समाजसेवा भी करती रही हैं। गौरी के आइस स्कैटिंग स्किल्स को उभारने के लिए वह स्वयं आइस स्कैटिंग संघ हरियाणा से जुड़ी और वर्तमान में इसकी उपाध्यक्ष हैं। कोरोना काल के बाद नेशनल लेवल पर आइस स्कैटिंग और फिगर स्कैटिंग के इस पहले कैंप के आयोजन में उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
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