सीतामढ़ी।
बिहार मे सीतामढ़ी जिले की सिंहवाहिनी पंचायत की चर्चित मुखिया रितु जायसवाल के शानदार कामों का यह सिला मिलना ही था। अब राजद प्रवक्ता के तौर पर राजनीति में सक्रिय रितु जायसवाल के आईएएस रह चुके पति श्री अरुण कुमार को सिंहवाहिनी पंचायत के वोटरों ने भारी मतों से अपना नया मुखिया चुन लिया है। अरूण को 3251 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी अनिल कुमार को महज 776 वोटों के साथ बहुत पीछे रहे।
वैसे, चुनाव में अरुण कुमार जीत पहले ही तय मानी जा रही थी। मतदान से महज चार दिन पहले सोनबरसा के बीडीओ ओमप्रकाश यादव ने उनके और रितु जायसवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसका समाचार भी शिवहरेवाणी ने प्रकाशित किया था। खास बात यह है कि अरूण कुमार ने चुनाव आयोग से पहले ही मांग कर दी थी कि डीजीओ हटाया जाए क्योंकि वह चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। एफआईआर की घटना के बाद आयोग ने बीडीओ को निर्वाचन कार्य से तो हटाया ही, जिला बदर भी कर दिया था।
अरूण कुमार 1995 बैच के आईएएस अधिकारी है जो वीआरएस ले चुके हैं। वह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को ऑनलाइन सहायता प्रदान करते हैं। चुनाव जीतने के बाद अरूण का कहना है कि कि पांच एजेंडे उनकी प्राथिमिकता में – लोगों की कमाई, पढ़ाई, दवाई, सिंचाई और भ्रष्टाचार से लड़ाई। पूरे पंचायत क्षेत्र में अरुण कुमार जीत का जश्न मनाया जा रहा है, और इसमें रितु जायसवाल के साथ उनके दोनों बच्चे भी शामिल हैं।
बता दें कि कभी पिछड़े पंचायत क्षेत्रों में शुमार सिंहवाहिनी पंचायत में विकास कार्यों के चलते सरपंच रितु जायसवाल पूरे देश में चर्चा में रही थीं। बिहार के बीते विधानसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव लड़ा था और मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, इसके बाद से राजनीति में उनकी सक्रियता बढ़ गई थी, जिसकी वजह से पंचायत को समय नहीं दे पा रही थीं। चार महीने पहले ही उन्होंने घोषणा कर दी थी कि वह अब पंचायत का चुनाव नहीं लड़ेंगी। अब पति की जीत से रितु इस बात की भी खुशी है कि सिंहवाहिनी में विकास की लड़ाई जारी रहेगी।
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