पडरौना (कुशीनगर)
स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा छोड़कर सपा में जाने के बाद पडरौना विधानसभा क्षेत्र भी एक हॉट सीट बन गई है। माना जा रहा है कि पडरौना से तीन बार विधायक चुने गए स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार सपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं पडरौना उन सीटों में शामिल है, जहां से कांग्रेस को इस बार काफी उम्मीदें हैं। कांग्रेस ने यहां लोकप्रिय नेता मनीष जायसवाल ‘मंटू’ को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो एक दौर में बसपा में रहे थे और स्वामी प्रसाद मौर्य के काफी करीबी माने जाते थे।
मनीष जायसवाल 2012 में बसपा के चुनाव चिन्ह पर कुशीनगर की तमकुहीराज विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा था। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले वह बसपा का दामन छोड़ कर आरपीएन सिंह के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 2017 विधानसभा चुनाव में मनीष जायसवाल की माता शिवकुमारी देवी पडरौना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनीं लेकिन वह भी चुनाव हार गईं।
कांग्रेस के पडरौना सीट से 42 वर्षीय उम्मीदवार मनीष जायसवाल युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं। स्नातक शिक्षित मनीष जायसवाल ने बताया कि उनका मुख्य मुद्दा विकास का है और इसी मुद्दे पर अपनी चुनावी रणनीति तय करेंगे। मनीष का कहना है कि यहां से पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार 13 वर्ष से विधायक हैं लेकिन उन्होंने क्षेत्र का कोई विकास नहीं किया है। कांग्रेस सरकार में बनी सड़के जर्जर हो चुकी हैं। मनीष को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के बाद महिला मतदाताओं का रुझान कांग्रेस की ओर हुआ है जिसका लाभ उन्हें मिलना तय है। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सीमा जायसवाल भी सामाजिक क्षेत्र में काफी सक्रिय रहती हैं और महिलाओं के बीच प्रचार अभियान की कमान भी वही संभालेंगी।
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