August 2, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
शिक्षा/करियर

दरोगा पिता की दो बेटियां बनीं सब इंस्पेक्टर; झांसी के कलचुरी परिवार का नाम रोशन किया बेटियों ने

आगरा/झांसी।
झांसी के एक कलचुरी परिवार की दो बेटियों सुश्री मोना राय और सुश्री अंजलि राय ने यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर बनकर समाज का मान बढ़ाया है। खास बात यह है कि दोनों के पिता भी यूपी पुलिस में दरोगा हैं। हालांकि होनहार पुत्रियों का लक्ष्य आईएएस बनने का है जिसकी वे तैयारी कर रही हैं। 
आगरा में ताज सुरक्षा में तैनात दरोगा (सब इंस्पेक्टर) ब्रजकिशोर राय अपनी दोनों पुत्रियों की बेहद सफलता से खुश हैं। शिवहरेवाणी से बातचीत में उन्होंने बताया कि वह स्वयं आरक्षी पद पर यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे और आज पदोन्नत होकर एसआई हुए हैं। लेकिन आज उनकी दोनों बेटियों ने डायरेक्ट एसआई बनकर उनका वो सपना पूरा कर दिया है जो कभी उन्होंंने अपने लिए देखा था।

मोना राय (27 वर्ष) और अंजलि राय (24 वर्ष), दोनों बहनें शुरू से ही पढ़ाई में होनहार रही हैं। मोना हाईस्कूल और इंटरमीडियेट की परीक्षा में ललितपुर की जिला टॉपर रही हैं बीएससी (मैथ्स) में झांसी टॉप किया था। इसके कुछ वर्षों बाद उन्होंने दिल्ली में आएएस की तैयारी के लिए कोचिंग ज्वाइन की और साथ-साथ एम (इतिहास) भी किया। 
वहीं अंजलि ने ललितपुर के सुधासागर कालेज से हाईस्कूल किया और कालेज टॉपर रहीं। इंटरमीडियेट ललितपुर के ही जीजीआईसी से किया और इस बार भी कॉलेज में टॉप किया। अंजलि ने बीए और एमए भी मैरिट से पास की और आईएएस की तैयारी के लिए बड़ी बहन के पास दिल्ली चली गईं। दोनों बहनों ने दिल्ली के मुखर्जीनगर में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी की। दोनों ने यूपी पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा में दो-दो बार सफलता अर्जित की लेकिन इंटरव्यू तक नहीं पहुंच सकीं। 

इसी बीच कोरोना के चलते दोनों को दिल्ली से झांसी लौटना पड़ा। वे झांसी में संगम विहार कालोनी स्थित घर पर रहकर सिविल सर्विस की अगली परीक्षा तैयारी में जुटी थीं, लेकिन इसी दरम्यान यूपी सरकार ने पुलिस में 9500 वैकेंसी निकालीं जिसमें महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था। विज्ञापन पढ़कर दोनों बहनों ने सब इंस्पेक्टर पद के लिए आवेदन कर दिया और लिखित परीक्षा के साथ-साथ फिजिकल की तैयारी भी शुरू कर दी। दोनों बहनों ने कड़ी मेहनत की। झांसी के रेलवे इंस्टीट्यूट के ग्राउंड पर एक साल तक दौड़ की प्रैक्टिस की। उनकी मां श्रीमती आशा राय ने बेटियों की जरूरतों का पूरा ख्याल रखा ताकि वे तैयारी पर फोकस बनाए रखें। बीती 11 जून को रिजल्ट घोषित हुआ तो पूरे परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा। 

ब्रजकिशोर राय और श्रीमती आशा राय की तीन बेटियां हैं, इनमें दोनों बड़ी बेटियों मोना और अंजलि ने शानदार कामयाबी हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया है। वहीं सबसे छोटी बेटी सुश्री आकांक्षा राय भी कम होनहार नहीं है। उनका शैक्षणिक रिकार्ड भी शानदार रहा है। वह बीएड कर रही है और शिक्षा के क्षेत्र में जाना चाहती है। बहनों की सफलता से खुश भी हैं और प्रेरित भी।
 

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