आगरा।
आगरा के हर्ष शिवहरे ने ‘आईआईटी मुंबई’ में एडमिशन का गौरव हासिल किया है। आईआईटी मुंबई वो संस्थान है जिसे दुनियाभर की रेटिंग एजेंसियों ने विभिन्न मानकों पर भारत का ‘बेस्ट हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट’ माना है, जबकि विश्व स्तर पर इसकी 44वीं रैंक है। आईआईटी की तैयारी करने वाला हर स्टूडेंट ‘आईआईटी-मुंबई’ में दाखिला लेने का सपना देखता है, और हर्ष ने अपनी मेहनत से यह सपना साकार कर लिया है।
सिकंदरा के प्रतिष्ठित शिवहरे परिवार के स्व. श्री रामदयाल शिवहरे के पौत्र हर्ष शिवहरे ने बीते रोज आईआईटी मुंबई में विधिवत एडमिशन प्राप्त किया। आईआईटी सभागार में काउंसिलिंग के दौरान हर्ष के ‘proud parents’ दवा व्यवसायी श्री सुबोध शिवहरे एवं श्रीमती प्रीती शिवहरे भी उसके साथ थे। हर्ष को मैटालर्जी डिपार्टमेंट में दाखिला मिला है, सीएस (कंप्यूटर साइंस) सपोर्टिंग सब्जेक्ट रहेगा। नई सरकारी पॉलिसी के अंतर्गत आईआईटी के बच्चों को यह सुविधा पहली बार दी गई है। उन्हें बीटेक (ऑनर्स) की डिग्री दी जाएगी। यानी इस डिग्री के बाद हर्ष के लिए मैटालर्जी के साथ कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में जाने के विकल्प खुले रहेंगे।
भाई डा. स्पर्श और उत्कर्ष की उपलब्धियां भी शानदार
वैसे श्री सुबोध शिवहरे के परिवार की दिवाली इस बार दोहरी खुशी से गुलजार हुई है। उनका एक और बेटा यानी हर्ष का जुड़वा भाईं उत्कर्ष शिवहरे का एडमिशन दिल्ली के गलगोटिया कालेज में हो गया है जो यूपीटीयू के टॉप रैंकिंग प्राइवेट इंस्टीट्यूट है। उत्कर्ष ने सीएस (कंप्यूटर साइंस) को चुना है। श्री सुबोध शिवहरे के तीन पुत्रों में सबसे बड़े स्पर्श शिवहरे ने इस बार लखनऊ के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल कालेज यूनिवर्सिटी (केजीएमसीयू) से संबद्ध प्रतिष्ठित संस्थान राम मनोहर लोहिया मेडिकल इंस्टीट्यूट से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है, कालेज में उन्हें छठी रैंक प्राप्त हुई है। अब वह पीजी की तैयारी कर रहे हैं।
सेंट कोनरेडियन आइडियल हैं उत्कर्ष
हर्ष शिवहरे और उत्कर्ष शिवहरे ने सेंट कोनरेड्स से एकसाथ एक ही क्लास में शिक्षा प्राप्त की है। हर्ष और उत्कर्ष ने हाईस्कूल में क्रमशः 91 और 90 प्रतिशत और इंटरमीडियेट में क्रमशः 89 और 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। हर्ष ने कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट से तैयारी की, जबकि उत्कर्ष ने घर में रहकर इंजीनियिरंग की तैयारी की है। सेंटकोनरेड्स में दोनों भाई पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में काफी आगे रहे। हर्ष शिवहरे जहां चेस (शतरंज) चैंपियन थे, वहीं उत्कर्ष अपनी शानदार सिंसिंग के चलते ‘सेंट कोनरेडियन आइडियल’ चुने गए थे। उत्कर्ष बड़े गायकों के कठिन से कठिन गाने यहां तक कि क्लासिकल बेस्ड गाने भी बड़ी सहजता से गाता है।
बाबा स्व. रामदयाल शिवहरे के आशीर्वाद को श्रेय
हर्ष अपनी सफलता का श्रेय बाबा स्व. श्री रामदयाल शिवहरे के आशीर्वाद और पिता श्री सुबोध शिवहरे एवं मम्मी श्रीमती प्रीती शिवहरे के त्याग और तपस्या को देते हैं। शिवहरेवाणी से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारे पेरेंट्स ने हम तीनों भाइयों की पढ़ाई के साथ-साथ हमारी नैसर्गिक प्रतिभा के विकास पर बराबर का ध्यान दिया है। बड़े भाई डा. स्पर्श शिवहरे के मार्गदर्शन की वजह से वह अपनी तैयारी को सही दिशा में रख सके। अपने नाना-नानी, मामा और मौसी को भी श्रेय देते हुए उन्होेंने कहा कि उनका बचपन फर्रूखाबाद में अपनी ननिहाल में बीता है, और शिक्षा का पहला सबक भी वहीं लिया, पढ़ाई में मेहनत का संस्कार वहीं लेकर 11 वर्ष की आयु में वह आगरा आए थे। उन्होंने कहा कि वह आईआईटी-मुंबई में गिटार भी सीखेंगे, यहां कालेज में बच्चों के लिए ऐसी सुविधाएं हैं।
बता दें कि 109, ब्रजद्वारिका, पश्चिमपुरी निवासी श्री सुबोध शिवहरे दवा व्यवसायी होने के साथ ही राजनीति और शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय रहते हैं। वह सेंट कोनरेड्स कालेज के बोर्ड में शामिल थे। सेंट कोनरेड्स कालेज के कई इवेंट्स वह चीफ गेस्ट भी रहे हैं। वहीं श्रीमती प्रीती शिवहरे फैशन डिजायनर हैं, और मिसेज आगरा का खिताब प्राप्त कर चुकी हैं। मिसेज यूपी स्पर्धा में रनरअप भी रही हैं। साथ ही मॉडलिंग और ब्यूटी कंटेस्ट से जुड़ी कई स्पर्धाओं में जज की भूमिका में रह चुकी हैं। एक आदर्श अभिभावक के रूप में इन्होंने अपने तीनों बच्चों की शानदार तर्बियत की और उन्हें शानदार करियर की ओर उन्मुख किया।
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