November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

फिरोजाबादः स्व. श्री राजनारायण गुप्ता ‘मुन्ना’ को याद करते हुए नम हो गईं आंखें; जनसेवा ही थी उनकी राजनीति

फिरोजाबाद। 
मौत उस की है करे जिसका ज़माना अफसोस
यूं तो दुनिया में सभी आए हैं मरने के लिए 
फिरोजाबाद के स्व. श्री राज नारायण गुप्ता ‘मुन्ना’ की दूसरी पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मीरा चौराहा स्थित मुरुगन ट्रांसपोर्ट पर हुई श्रद्धांजलि सभा में उन्हें याद करते हुए कई आंखें नम हो गईं, उनकी स्मृतियों को साझा करते गले भर आए। 
आयोजक शिवहरे समाज एकता समिति फिरोजाबाद के अध्यक्ष श्री कमल गुप्ता एडवोकेट ने कहा कि स्व. श्री राज नारायण गुप्ता ‘मुन्ना’ का असमय चले जाना समाज की अपूर्णनीय क्षति है। वह फिरोजाबाद की अजीम शख्सियत थे, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनकी समिति का एक प्रतिनिधिमंडल प्रशासन और नगर निगम के सक्षम अधिकारी से मिलकर फिरोजाबाद महानगर की किसी सड़क या चौराहे का नाम स्व. श्री राजनारायण गुप्ता ‘मुन्ना’ के नाम पर करने की मांग रखेंगे। श्री कमल गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि स्व. श्री राज हम लोगों के लिए आदर्श थे और सभी सामाजिक कार्य उनके मार्गदर्शन में ही होते थे। उनकी छत्रछाया एक ताकत थी, जिसका अहसास समाज को अक्सर होता था।  

शिवहरे समाज एकता समिति के संयोजक सुगम शिवहरे ने कहा कि स्व. श्री राज नारायण गुप्ता मूलतः समाजसेवी थे जिन्हें किस्मत राजनीति के क्षेत्र में खींच लाई थी। उन्होंने हमेशा जनसेवा और जनहित की राजनीति की। वह आम साधारण लोगों के लिए बड़े से बड़े पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भिड़ जाते थे, रात तीन बजे भी फोन आने पर रिस्पांस करते थे और जरूरत होने पर मौके पर पहुंचते थे। जरूरतमंदों की आर्थिक मदद में भी वह कभी पीछे नहीं हटे। संरक्षक रामजीलाल शिवहरे ने कहा कि स्व. श्री राज नारायण मुन्ना का पूरा जीवन सभी को साथ लेकर चलने की प्रेरणा देता है। अंत में श्री मनोज शिवहरे ने अपने बड़े भाई स्व. श्री राज नारायण गुप्ताजी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। अंत में सभी ने स्व. श्री राजनारायण गुप्ता ‘मुन्ना’ के चित्र पर पुष्प अर्पित किए।

समाज के हर वर्ग में थे लोकप्रिय 
स्व. श्री राज नारायण के अनुज श्री मनोज गुप्ता  ने शिवहरेवाणी से बातचीत में कहा कि स्व. श्री राज नारायण के व्यक्तित्व का ही असर था कि वह समाज के हर वर्ग में लोकप्रिय रहे। निर्धन और वंचित समाज के लिए उनके ह्रदय में विशेष स्थान था। श्री मनोज शिवहरे बताते हैं कि घर में यदि शादी के दस कार्ड आते थे, और उनमें छह कार्ड निर्धन परिवारों से थे, तो वह उन छह निर्धन परिवारों की शादियों में अवश्य जाते थे। यह उनके व्यक्तित्व का ही जादू था कि जब कभी शहर की किसी सड़क पर पैदल निकल जाते तो वहां रिक्शावाले उन्हें अपने रिक्शे में बिठाने को लालायित रहते थे, तो चाय की दुकान वाला इस आग्रह पर अड़ जाता कि वह उसके यहां चाय जरूर पियें। फिरोजाबाद का हर आम आदमी उन्हें किसी वीआईपी की तरह ट्रीट करता था और वह स्वयं एक आम आदमी की तरह पेश आते थे। व्यवसाय उनके लिए आठ घंटे का काम था, राजनीति 12 घंटे का काम था तो समाजसेवा उनके लिए 24 घंटे का काम था।
गरीबों के सच्चे हितैषी थे मुन्नाजी
भाजपा नेता श्री सुगम शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि स्व. श्री राज नारायणजी ने शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष किया था, इसीलिए गरीबों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे। एक बार उन्हें फिरोजाबाद की रामलीला कमेटी का संयोजक बनाया गया तो उन्होंने लोगों को झूले का पास देने पर रोक लगा दी थी। उनका कहना था कि पंडाल में पैसा देकर झूला लगाने वाले लोग दूर-दराज से पैसा कमाने आए हैं, हमें हक नहीं कि उन्हें फ्री में झूला झुलाने को कहें। उस वक्त ऊंची पहुंच वाले लोगों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। लेकिन अपने फैसले के पक्के श्री राज नारायणजी ने लोगों की नाराजगी मोल ले ली, मगर किसी को पास नहीं दिया। कुछ साल पहले फिरोजाबाद के तिवाईगढ़ी गांव में भीषण अग्निकांड हुआ था। तब श्री राज नारायणजी ने अपने पास से खासी मात्रा में राहत सामग्री खरीदी और हम लड़कों की एक टीम को लेकर वहां पहुंचे, पीड़ितों की सहायता की।  सुगम शिवहरे बताते हैं कि
युवाओं को हमेशा आगे बढ़ाया
सुगम शिवहरे कहते हैं कि स्व. राज नारायणजी समाजसेवा और राजनीति को एक मानकर चलते थे। जब भाजपा में थे तो उनकी छवि हिंदूवादी नेता की थी, लेकिन बाद में वह सपा में आए तो हिंदुओं के साथ मुस्लिम के बीच भी उन्होंने अपनी कार्यशैली से पैठ बना ली थी। स्व. श्री राज नारायणजी ने राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों में युवाओं को हमेशा आगे बढ़ाया। फिरोजाबाद में युवा नेताओं की एक लंबी फेहरिस्त है जो स्व. श्री राज नारायणजी का वरदहस्त प्राप्त कर राजनीति में काफी आगे बढ़े। उनकी मुरुगन ट्रांसपोर्ट के कार्यालय पर 100-150 युवाओं का जमावड़ा हर समय रहता था। 

ये रहे उपस्थित
श्रद्धांजलि सभा में शिवकुमार गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, योगेंद्र गुप्ता, सोनू शिवहरे, अन्नू पेंटर, सुशील गुप्ता, राघवेंद्र गुप्ता, शांतिदास शंखवार, शैलेंद्र कुमार मित्तल, राकेश प्रधान, जितेंद्र गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, जगत नारायण गुप्ता, सजल गुप्ता, अंकुर गुप्ता, श्रेष्ठ गुप्ता, दिलीप सिहं विकास यादव समेत शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

 

 

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