मुंबई।
बिहार के सुपौल जिले के एक छोटे से गांव से निकलकर टीवी और सिनेमा की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाने वाले निर्माता-निर्देशक सी. शेखर जायसवाल को ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ ने सम्मानित किया है। मुंबई के बीकेसी क्षेत्र स्थित उत्तर भारतीय संघ के सभागार भवन में आयोजित ‘बिहार संवाद’ कार्यक्रम में बिहार के आईजी विकास वैभव ने उन्हें सम्मानित किया।
आपको बता दें कि सुपौल जिले में पिपरा प्रखंड के छोटे से गांव थुमहा में जन्मे और पले-बढ़े सी. शेखर जायसवाल ने सोनी, स्टार प्लस, जी टीवी और कलर्स जैसे देश के लगभग सभी लीडिंग चैनल्स के लिए कई सारे लोकप्रिय शो बनाए हैं। इनमें मुख्य रूप से विदाई, ये रिश्ता क्या कहलाता है, नच बलिए, आईआईएफए अवार्ड, महाभारत, सरस्वतीचंद्र, सीआईडी, इंडियन आईडल, द कपिल शर्मा शो, सुपर डांसर, सारेगामापा, अंत्याक्षरी, द ग्रेट चैलेंज एवं बिग बॉस आदि ने खास लोकप्रियता हासिल की। वर्ष 2017 में शेखर जायसवाल ने ‘आईसफ्लेम क्रिएशन’ नाम से अपनी प्रोडक्शन कंपनी की शुरुआत की और कई सारे बड़े ब्रांड्स के लिए ऐड फिल्म्स प्रोड्यूस करने के साथ उनका निर्देशन भी किया। वर्ष 2022 में शेखर जायसवाल एवं उनकी प्रोडक्शन कंपनी ‘आईसफ्लेम क्रिएशन’ को ‘आईटीए एड्स अवार्ड’ से भी सम्मानित किया गया था।
‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ से सम्मानित होने पर शेखर जायसवाल ने कहा कि बिहार के आईजी विकास वैभव के मिशन ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ का हिस्सा बनकर उन्हें आत्मिक आनंद की अनुभूति हो रही है। बिहार के प्रतिभावान युवाओं को मदद करने का वह हर संभव प्रयास करते रहेंगे और यदि ऐसे युवाओं को उनकी मंजिल तक पहुंचने का जरिया बनने का मौका मिला तो उन्हें खुशी होगी। यहां उल्लेखनीय है कि ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ के मुहिम से जुड़ कर शेखर जायसवाल बिहार के प्रतिभावान युवाओं को ना सिर्फ प्रेरित कर रहे हैं अपितु हर संभव प्रयास कर उन युवाओं को अपनी मंजिल तक पहुंचने में मदद भी कर रहे हैं जिनमें सुपौल में कार्यरत सरकारी वकील धर्मेंद्र कामत के सुपुत्र अश्विनी कुमार एवं बीएसएस कॉलेज सुपौल के प्रिंसिपल संजीव कुमार के पुत्र स्नेह आर्यन और पटना के डॉ मनोज कुमार (मनोविज्ञान) के अनुज नीरज कुमार आदि भी हैं जो शेखर जायसवाल के मार्गदर्शन में मुंबई में रहकर डांसिंग, सिंगिंग, एक्टिंग और निर्देशक के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
गांव के सरकारी स्कूल से मुंबई तक
एक साधारण सरकारी शिक्षक सियाराम चौधरी के पुत्र शेखर जायसवाल की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव थुमहा के सरकारी स्कूल से शुरू की जहां बैठने के लिए बेंच और डेस्क तक नहीं था। छात्र अपने बैठने का साधन बोरी या गोनी अपने साथ लेकर आते थे। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से स्नातक और हिंदू कॉलेज से स्नातकोत्तर की शिक्षा ली। इसके बाद पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) पुणे से निर्देशन में विशिष्टता हासिल कर प्रोडक्शन और डायरेक्शन के क्षेत्र में आए। सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले टीवी सीरियल सीआईडी से उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज उनकी कंपनी वेब सीरीज, टीवी शो, फिल्म्स और कई अन्य प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है।
बिहार के ”हेरिटेज हीरो”* की उपाधि से विभूषित सीनियर आईपीएस अधिकारी श्री विकास वैभव ने मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के गौरवशाली इतिहास की परंपरा को और आगे ले जाने का आह्वान किया और शेखर जायसवाल की सराहना करते हुए शुभकामनाएं भी दी। इस कार्यक्रम में दिल्ली, बैंगलोर, पुणे, मुंबई, दुबई एवं देश के अन्य कई स्थानों से आकर बिहारवासियों ने एक- दूसरे का हौसला और उत्साह भी बढ़ाया।
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