मुस्लिम किरायेदार से दुकान खाली कराने के लिए संपत्तिस्वामी ने लोहामंडी के एसओ को पत्र भेजा
पुलिस की कार्यवाही से शिवहरे समाजल असंतुष्ट; युवती के बयान दर्ज करने में जानबूझकर देरी का आरोप
आगरा।
लोहामंडी स्थित आलमगंज फाटक पर एक युवती से छेड़छाड़ और मारपीट करने के आरोपी युवक को दस दिन बाद अदालत ने आज शुक्रवार, 16 जून को जमानत दे दी है। इससे असंतुष्ट शिवहरे समाज ने पुलिस पर ढुलमुल रवैया बरतने का आरोप लगाया है। इस बीच मामले में पुलिस द्वारा हिंदू पक्ष के भी कुछ लोगों को 107/16 में पाबंद किए जाने की अपुष्ट जानकारी सूत्रों से मिली है। वहीं आलमगंज फाटक के बाहर स्थित दुकान को मुस्लिम किरायेदार से खाली कराने के लिए आवेदन तैयार कर लिया गया है।
शिवहरे समाज के मुअज्जिज लोगों का कहना है कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामूली जमानती धाराओं में केस दर्ज किए जबकि आरोपी का कृत्य उससे कहीं अधिक दुस्साहसिक और क्षेत्र में अमन-शांति के लिए बहुत खतरनाक था। उनका यह भी आरोप है कि पुलिस ने युवती के 164 के बयान दर्ज कराने में अनावश्यक देरी की। गौर करने की बात यह है कि पुलिस ने युवती के 164 के बयान तब दर्ज कराए, जब अदालत आरोपी की जमानत पर बहस-दलीलें सुन सुनकर फैसला सुरक्षित कर चुकी थी। पीड़ित पक्ष के पैरोकार एडवोकेट वीरेंद्र गुप्ता (शिवहरे) का कहना है कि यदि पुलिस ने पहले बयान दर्ज करा लिए होते तो आरोपी को जमानत और मुश्किल हो जाती।
इस बीच सूत्रों बताया कि घटना के बाद हंगामा कर लोहामंडी बाजार बंद कराने के मामले में पुलिस ने हिंदू पक्ष के भी कुछ लोगों धारा 107/16 में पाबंद किया है। हालांकि इस मामले में लोहामंडी थाने की ओर से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि सात जून को आलमगंज फाटक पर आरोपी मुस्लिम युवक ने राधाकृष्ण मंदिर से पूजा कर लौट रही हिंदू (शिवहरे) युवती के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसका विरोध करते हुए बहादुर बिटिया ने आरोपी को थप्पड़ मार दिया था। इससे बौखलाए आरोपी ने युवती के साथ मारपीट कर दी थी। घटना की जानकारी होने पर हिंदू समाज में आक्रोश फैल गया और उन्होंने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करते हुए लोहामंडी बाजार बंद करा दिया था।
उधर, आलमगंज फाटक स्थित दुकान को मुस्लिम किरायेदार से खाली कराने के लिए संपत्ति स्वामी श्री अरुण कुमार बिजेवार (शिवहरे) ने उल्हासनगर (महाराष्ट्र) से लोहामंडी थाना प्रभारी को संबोधित एक नोटरीशुदा पत्र अपने भतीजे श्री मुकुंद शिवहरे को भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा कि उनकी दुकान का किरायेदार साजिद मुन्ना (पुत्र गुन्नू तेली) है जो किराना की दुकान करता है। बीते हफ्ते मेरे समाज की बेटी के साथ अभद्रता और मारपीट की गई जिसमें साजिद और उसके दोस्त शामिल थे। इस घटना से क्षेत्र की शांति भंग हुई है। उन्होंने लिखा कि साजिद की दुकान पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है जिससे आलमगंज में रहने वाली मेरे समाज की महिलाएं असहज महसूस करती हैं। यह भी लिखा है कि साजिद ने उनकी जानकारी और सहमति के बिना ही दुकान का मीटर अलग से लगवा लिया औऱ दुकान में फेरबदल कर फ्रिज रखने की जगह बना ली है। पत्र में दुकान खाली कराने का आग्रह थाना प्रभारी से किया गया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और क्षेत्र की अमन-शांति कायम रहे। श्री मुकुंद शिवहरे ने बताया कि समाज की इच्छा पर उन्होंने अपने चाचाजी से सौ रुपये के स्टांप-पत्र पर पत्र लिखवाकर मंगा लिया है, अब समाज के मुअज्जिज लोग तय करें कि इस आवेदन का आगे किस तरह बढ़ाना है।
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