जयपुर।
जयपुर के हैहयवंशी कलाल समाज ने योगासन कर ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया। तप-योगी भगवान श्री सहस्रबाहु अर्जुन के दरबार में उनके वंशजों ने भारतवर्ष की इस प्राचीन कला और विज्ञान को अपनी दैनिक जीवन-चर्या में शामिल करने का संकल्प लिया।
जयपुर में जेएलएन मार्ग स्थित राजस्थान हैहयवंशी कलाल महासभा भवन में नवनिर्मित भगवान सहस्रबाहु मंदिर के हॉल में हुए इस योग शिविर में स्वजातीय योगाचार्य श्री किशोर कुमार जायसवाल और श्रीमती सीमा रानी जायसवाल ने स्वजातीय समाजबंधुओं से योग कराया। भगवान सहस्रबाहु प्रतिमा के समक्ष हुए इस योग शिविर में भवन में संचालित छात्रावास में रह रहे स्वजातीय छात्रों ने भी भाग लिया। योग गुरुओं ने जीवन में योग के महत्व की विस्तार से जानकारी देते हुए योगासन, प्राणायाम और ध्यान (मेडिटेशन) का प्रशिक्षण दिया।
योग शिविर से सभी प्रेरित हुएः हाड़ा
प्रख्यात जयपुर के हैहयवंशी कलाल समाज ने योगासन कर ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया। तप-योगी भगवान श्री सहस्रबाहु अर्जुन के दरबार में उनके वंशजों ने भारतवर्ष की इस प्राचीन कला और विज्ञान को अपनी दैनिक जीवन-चर्या में शामिल करने का संकल्प लिया। श्री शिवचरण हाड़ा ने शिवहरेवाणी से बातचीत में बताया कि स्वजातीय योग गुरुओं ने योग की अदभुत जानकारी प्रदान की जिससे सभी लोग अपनी दैनिक जीवनचर्या में योग को शामिल करने के लिए प्रेरित हुए हैं, यही इस आयोजन की प्रासंगिगता रही।
हैहयवंशी कलाल महासभा के महामंत्री श्री उत्तमचंद चौधरी (पूर्व डिप्टी रजिस्ट्रार, राजस्थान हाईकोर्ट) ने सभी का आभार व्यक्त किया। योग के बाद सभी ने अंकुरित अल्पाहार किया। इस दौरान सम्मानित समाजसेवी श्री शिवचरण हाड़ा (पूर्व आयकर अधिकारी), श्री ओमप्रकाश जायसवाल (दूरदर्शन), श्रीमती सुमन धनेटा (रजिस्ट्रार कॉपरेटिव,राजस्थान), श्री कमल किशोर जायसवाल (महासचिव जायसवाल सेवा समिति, राजस्थान), श्री हनुमान जायसवाल (दूरदर्शन), श्री राजकुमार जायसवाल समेत कई स्वजातीय बंधुओं और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
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