आगरा।
भाजपा नेता विकास गुप्ता रामसिया एवं मालौनिया परिवार की ओर से आयोजित ‘श्रीमद भागवत कथा’ का शनिवार को कलशयात्रा के साथ शुभारंभ हो गया। सिरकी मंडी में विकास गुप्ता के आवास के सामने हनुमान मंदिर से 51 कलशों की यात्रा बाजे-गाजे के साथ अग्रसेन भवन पहुंची जहां व्यासपीठ के विधिवत पूजन के बाद ‘अंतरराष्ट्रीय युवा संत’ आचार्य श्री सुशीलजी महाराज (वृंदावन वाले) ने भागवत कथा के महात्म का विस्तार से वर्णन किया। कथावाचक श्री सुशीलजी महाराज कल रविवार को ‘सुखदेव जन्म एवं परीक्षित जन्म’ का वर्णन करेंगे।
इससे पूर्व श्री विकास गुप्ता रामसिया के सिरकी मंडी निवास के सामने हनुमान मंदिर से सुबह करीब 10.30 बजे 51 कलशों की शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा में पीले और केसरिया परिधानों में 51 महिलाएं कलश को शीश पर धरकर बैंड-बाजे की धुन पर थिरकते हुए चल रही थीं। अन्य महिलाएं हाथ में केसरिय धर्म-ध्वजा लिए हुए थे। कथा आयोजक श्री विकास गुप्ता रामसिया श्रीमत भागवत अपने शीश पर रखकर चल रहे थे, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम गुप्ता कलश रखकर साथ चल रही थीं। कथावाचक श्री सुशीलजी महाराज यात्रा में पीछे रथ पर सवार थे। बैंड-बाजों पर भजनों की धुन पर चल रही कलशयात्रा करीब एक घंटे में 300 मीटर की दूरी तय कथास्थल अग्रसेन भवन पहुंची, जहां विधिवत पूजन के बाद कथावाचक व्यासपीठ पर विराजमान हुए।
कथा सप्ताह के कार्यक्रम
रविवार, 8 अक्टूबरः- सुखदेव जन्म एवं परीक्षित जन्म
सोमवार, 9 अक्टूबरः- बामन अवतार
मंगलवार,10 अक्टूबरः- कृष्ण जन्म (कथा के बाद रामसिया ही रामसिया के साथ सुंदरकांड का पाठ रात्रि 8 बजे से रात्रि दस बजे तक)
बुधवार,11 अक्टूबरः- बाललीला एवं गोवर्धन पूजा
गुरुवार, 12 अक्टूबरः- रास पंचाध्यायी, रुक्मणी-कृष्ण विवाह
शुक्रवार, 13 अक्टूबरः- सुदामा चरित्र, व्यास पूजन, फूलों की होली
शनिवार, 14 अक्टूबरः- हवन-यज्ञ, पूर्णाहुति एवं दोपहर 2 बजे से प्रसादी-भंडारा
कथावाचक श्री सुशीलजी महाराज ने श्रीमद भागवत के श्रवण के महात्म का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष में श्रीमद भागवत के श्रवण का विशेष महत्व है। इसके श्रवण से पितरों का कल्याण होता है, इसीलिए पितृपक्ष में भागवत कथा के आयोजन को पितृ-कल्याणक यज्ञ भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक बार शीश पर श्रीमद भागवत को अवश्य रखना चाहिए और इसका श्रवण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष श्री विकास गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती पूनम गुप्ता ने भागवत कथा कराने की इच्छा उनसे व्यक्त की थी और ईश्वर की उन पर विशेष कृपा है, कि यह सौभाग्य उन्हें पितृ-पक्ष में प्राप्त हुआ है।
श्री विकास गुप्ता रामसिया के पुत्र श्री रिषभ गुप्ता ने बताया कि स्वर्गीय दादाजी श्री रामचरन गुप्ता एवं स्वर्गीय दादीजी श्रीमती प्रेमलता गुप्ता की स्मृति में आठ दिनी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वृंदावन से आए अंतरराष्ट्रीय युवा संत श्री सुशीलजी महाराज प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक कथा का वाचन करेंगे। उन्होंने मालोनिया परिवार की ओर से सभी समाजबंधुओं को अधिक से अधिक संख्या में पधारकर कथा के श्रवण का लाभ प्राप्त करने का अनुरोध कया है।
कलशयात्रा में ये रहे शामिलः-
श्री विकास गुप्ता रामसिया की धर्मपत्नी श्रीमती पूनम गुप्ता, पुत्रवधु श्रीमती श्रेया गुप्ता, पुत्री कु. सुरभि गुप्ता, श्रीमती शिवांगी गुप्ता, श्रीमती अंजु गुप्ता, श्रीमती मीनाक्षी खंडेलवाल, श्रीमती अंजु शिवहरे, श्रीमती प्रमोद गुप्ता, श्रीमती नेहा शिवहरे, श्रीमती आकांक्षा गुप्ता, श्रीमती कामना शिवहरे, श्रीमती गौरी शिवहरे, श्रीमती डॉली गुप्ता, श्रीमती रेखा शिवहरे, श्रीमती रूबी मेवाड़ा, श्रीमती अनीता शिवहरे, श्रीमती नीलम शिवहरे, श्रीमती अलका शिवहरे, श्रीमती सरोज शिवहरे, श्रीमती स्वाति गुप्ता, श्रीमती प्रीती शिवहरे, श्रीमती निधि शिवहरे, श्रीमती वंदना शिवहरे, श्रीमती गुंजन शिवहरे, श्रीमती सीमा शिवहरे समेत कई महिलाएं कलशयात्रा में शामिल थीं।
यह भी रहे कलशयात्रा मेः-
हिमांशु गुप्ता, नीरज शिवहरे, संजय शिवहरे, राजीव शिवहरे, वीरेंद्र गुप्ता एडवोकेट, सुगम शिवहरे, अर्जुन शिवहरे, अभिषेक शिवहरे, शिवकुमार, चंद्रप्रकाश गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, गोपाल शिवहरे, कार्तिक शिवहरे, महेंद्र खंडेलवाल।
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