by Som Sahu October 27, 2017 घटनाक्रम 716
शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
भगवान सहस्त्रबाहु जयंती समारोह के अंतर्गत मंदिर श्री दाऊजी महाराज के बहुउद्देश्यीय हॉल में हुई संगोष्ठी के दौरान मुख्य अतिथि एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री विजय शिवहरे उस समय धर्मसंकट में फंस गए, जब उनके अनुज श्री रवि शिवहरे ने आगामी नगर निगम के चुनाव में शिवहरे समाज को अधिकतम भागीदारी की मांग रख दी। हालांकि श्री विजय शिवहरे ने भी इस ‘यक्षप्रश्न’ का जवाब युदिष्ठिर की भांति बड़े तार्किक तरीके से देकर लोगों को संतुष्ट किया। साथ ही आश्वस्त किया कि इस बार नगर निगम में शिवहरे समाज का प्रतिनिधित्व होगा।
दरअसल हुआ ऐसा कि संगोष्ठी के दौरान ही श्री रवि शिवहरे मंच के करीब आए और संचालन कर रहे श्री कुलभूषण शिवहरे रामभाई से माइक देने का आग्रह किया। माइक मिलने पर उन्होंने श्री विजय शिवहरे की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि आप आज भाजपा महानगर अध्यक्ष हैं, तो आपका फर्ज बनता है कि नगर निगम चुनाव में पार्षद पद के लिए शिवहरे समाजबंधुओं को अधिक से अधिक टिकट दें।
उन्होंने कहा कि शिवहरे समाज अब तक राजनीति में उपेक्षित रहा है, यहां तक कि निवर्तमान नगर निगम में एक भी पार्षद शिवहरे समाज का नहीं था। लेकिन श्री विजय शिवहरे के भाजपा महानगर अध्यक्ष बनने के बाद से स्थिति बदली है, राजनीति में समाज अपनी पहचान तेजी से बढ़ा रहा है। ऐसे में श्री विजय शिवहरे को इस बार पार्षद पद के लिए शिवहरे बंधुओं को अधिक से अधिक टिकट देेने चाहिए, और यह उनके इख्तियार में भी है।
श्री रवि शिवहरे के इतना कहने पर हॉल में तालियां गूंज गईं, मंच पर आसीन श्री विजय शिवहरे विचलित नजर आए। हालांकि मुख्य अतिथि के तौर पर उनका संबोधन हो चुका था लेकिन उन्हें दोबारा माइक हाथ में लेना पड़ा। उन्होंंने कहा कि वह भाजपा महानगर अध्यक्ष हैं, इस रूप में जिताऊ प्रत्याशियों का चयन करना उनकी पहली जिम्मेवारी है।
श्री विजय शिवहरे बोले, उन्हें शिवहरे होने पर गर्व है लेकिन राजनीति में वह सभी समाजों के प्रति उत्तरदायी हैं और उन्हें सर्वसमाज का समर्थन मिला है। भाजपा एक मजबूत संगठन वाली पार्टी है और किसी भी स्तर के चुनाव में प्रत्याशी का चयन करने की एक निर्धारित प्रक्रिया पार्टी में हैं, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि जो शिवहरे बंधु पार्षद का चुनाव लड़ना चाहते हैं, उन्हें अपने मंडल अध्यक्ष से अनुशंसा करानी होगी। इसके बाद चुनाव जीतने की उसकी संभावनाओं पर विचार किया जाएगा। इसके बाद ही टिकट का फैसला होगा। फिर भी उन्होंंंने आश्वस्त किया कि इस बार नगर निगम में शिवहरे समाज का प्रतिनिधित्व जरूर होगा।
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