शिवहरे वाणी नेटवर्क
भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल मे बीतों दिनों हुए "श्री सहस्त्रबाहू कथा एवम् महायज्ञ" की आयोजन समिति ने समाजबंधुओं से मिले आर्थिक योगदान एवं आयोजन में हुए व्यय का हिसाब-किताब समाज के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। बता दें कि इस तीन दिनी समाजिक आयोजन के लिए जहां समाज के हर वर्ग ने आयोजन समिति की सराहना की है, वहीं कुछ लोगों द्वारा आर्थिक अनियमितता बरतने के आरोप भी समिति पर लगाए गए हैं। समिति ने स्पष्ट कहा है कि उसकी कार्यप्रणाली शुरू से ही पारदर्शी रही है। ऐसे में कुछ लोगों की ओर से आयोजन समिति की प्रतिष्ठा और साख पर बट्टा लगाने की नीयत से कुछ लोग अनर्गल और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, जिनसे सख्ती से निपटा जाएगा। बैठक में तय किया गया कि ऐसे लोगों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा।
सिमरन मैरिज गार्डन में रविवार 9 दिवंबर को "श्री सहस्त्रबाहू सेवा एवम् उत्सव समीति" मे सहयोग के लिए समाज का आभार व्यक्त करते हुए बताया गया कि विगत 20,21 और 22 नवंबर को हुए "श्री सहस्त्रबाहू कथा एवम् महायज्ञ" के लिए समाजबंधुओं की ओर से 6,28,996.00 यानी छह लाख अठाइस हजार नौ सौ छियानवे रुपये नगद व बैंक के माध्यम से समिति को प्राप्त हुए, जबकि 1,00,000.00 यानी एक लाख रुपये के चैक प्राप्त हुए। इस तरह कुल 7,28,996.00 यानी सात लाख अठाइस हजार नौ सौ छियानवे रुपये का योगदान समिति को समाजबंधुओं से प्राप्त हुआ है।
इस आर्थिक सहयोग के अलावा लगभग 9 क्विंटल गेहूं और 16 पीपे तेल, 11 किलो चावल भी प्राप्त हुआ, जो भंडारे की सामग्री में काम आया। वहीं आयोजन से जुड़ी विभिन्न व्यवस्थाओं पर समिति द्वारा 10,81,174.00 रुपये यानी दस लाख इक्यासी हजार एक सौ चौहत्तर रुपये का खर्चा किया गया। इस तरह 3,52,174.00 रुपये का व्यय ऐसा है, जिसकी प्रतिपूर्ति अभी नहीं हुई है। आयोजन समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी विपिन राय ने शिवहरे वाणी को बताया कि ऐसी स्थिति में भी समिति पर आरोप लगाए जाना बहुत दुःखद है। और, बैठक में ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर विचार किया गया। आयोजन में मन या धन से सहयोग करने वाले सभी समाजबंधुओं के प्रति आभार प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
बता दें कि कलचुरी समाज में पहली बार श्री सहस्त्रबाहू कथा एवम् महायज्ञ का इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया गया था, जिसमें विभिन्न प्रांतों से समाजबंधुओं ने भागीदार की। इनके रहने, ठहरने और खान-पान की व्यवस्था समिति द्वारा ही की गई। सिमरन मैरिज गार्डन में हुए इस आयोजन में 24 घंटे खानपान की व्यवस्था की गई। 20 नवंबर को आयोजन शुरू होने से पूर्व बड़ी संख्या में समाजबंधु कारों के काफिले से महेश्वर धाम गए और वहां अखड ज्योति लेकर आए।
समाचार
कथा और महायज्ञ का हिसाब..आय से ज्यादा खर्चा, ऊपर से आरोपों का ईनाम
- by admin
- October 29, 2016
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- 9 years ago


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