शिवहरे वाणी नेटवर्क
मुंबई ।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले की 14 वर्षीय स्तुति जायसवाल ने एंड टीवी के चर्चित शो 'लव मी इंडिया किड्स' के ग्रांड फिनाले में अपनी प्रतिभा से सभी को अचंभित कर दिया। बता दें कि यह देश का पहला लाइव सिंगिंग शो है। स्तुति हालांकि इस रियल्टी शो को जीतने में कामयाब भले ही नहीं रहीं, लेकिन उन्होंने इस फिनाले में सबसे कठिन परफार्मेंस दी। स्तुति ने हिट सांग 'तारे हैं बाराती..' गाया, जिसके लिए शो के जजेज के साथ ही गेस्ट यामी गौतम ने भी ऐसे निर्णायक मौके पर इतना मुश्किल गाना चुनने के साहस की सराहना की। स्तुति को 179 हार्टबीट्स प्राप्त हुईं, जबकि चैंपियन रहे गुरु किरन हेगड़े को 188 हार्टबीट्स प्राप्त हुई थीं।
इस कंप्टीशन मे स्तुति जानी-मानी सिंगर भूमि त्रिवेदी की टीम का हिस्सा थीं। स्तुति जायसवाल ने देशभर की 48 चुनिंदा बाल प्रतिभाओं के बीच कड़े मुकाबले में ग्रांड फिनाले में जगह बनाई थी। चैंपियन का निर्णय देशभर से मिले वोट्स और फिनाले के परफार्मेंस के आधार पर हुआ है। स्तुति को अफसोस है कि वह अपने पापा का सपना पूरा नहीं कर पाई। बता दें कि स्तुति के पिता श्री राजेश जायसवाल खुद भी बहुत अच्छे सिंगर हैं और डीएवी पब्लिक स्कूल भटगांव में संगीत शिक्षक भी हैं। स्तुति यहां तक पहुंचने का श्रेय अपने पापा को देती है, क्योंकि गुरु के रूप में भी पिता ने ही उसे संगीत सिखाया है।
शो में स्तुति की गुरु और जानी मानी गायिका भूमि त्रिवेदी मानती हैं कि स्तुति का वाइस क्वालिटी शानदार है, और शो के दौरान उनकी सिंगिंग में और निखार आया है। भविष्य में उन्हें स्तुति से काफी उम्मीदें हैं। स्तुति के पिता राजेश जायसवाल ने बताया कि स्तुति ने सबसे पहले रांची में ऑडिशन दिया था और उसमें चयन होने के बाद उसे मुंबई बुलाया गया। वहां उसकी वीडियो रिकाडिंग हुई और वह जी-5 ऐप पर अपलोड किया गया। प्रतिभागियों को 4 जोन में बांटा गया। ईस्ट, वेस्ट, नार्थ और साउथ जोन के सभी जोनों से 12-12 कुल 48 प्रतिभागी इस शो में पहुंचे है।
राजेश जायसवाल ने बताया कि स्तुति को लोगों के द्वारा भरपूर वोट दिया गया, जिसकी इसकी बदौलत वह इस शो के लिए चयनित हो पाई। राजेश जायसवाल मूलतः सूरजपुर जिले के अंतर्गत आने वाले एक छोटे से गांव महंगई के निवासी हैं वर्तमान में उनका पूरा परिवार अंबिकापुर में रहता है उनकी पत्नी भी शिक्षिका है और वह भटगांव में पिछले 18 वर्ष से रह रहे हैं।
स्तुति के पिता राजेश जायसवाल कहते हैं कि उनका लक्ष्य सरगुजा की प्रतिभाओं को उचित मंच दिलाना है और बेसक इस काम में काफी समय लगता है। खुद उन्होंने बड़े धैर्य के साथ अपनी बिटिया की प्रतिभा को निखार कर उसे इस बड़े मंच के लिए तैयार किया। वह इससे पहले भी एक एक नन्हीं बच्ची को संगीत सिखाकर उसे ख्याति दिला चुके हैं।
यही नहीं, राजेश जायसवाल अपने संगीत के माध्यम से सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक करते रहे हैं। उन्होंने स्वच्छता अभियान पर गीत तैयार किया, वहीं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का गीत भी उन्होंने तैयार किया।
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लव मी इंडिया के ग्रैंड फिनाले में छा गई स्तुति जायसवाल…शानदार परफार्मेंस से दिल जीता मगर खिताब से चूकी
- by admin
- October 29, 2016
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