आगरा।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के अंतिम परिणाम घोषित हो गए हैं जिसमें भाजपा ने अप्रत्याशित रूप से 164 सीटें जीत ली हैं। भाजपा ने इस चुनाव में कलचुरी समाज के पांच प्रत्याशियों को टिकट दिया था जिनमें से 4 ने शानदार जीत हासिल की है। वारासिनी से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप जायसवाल गुड्डा मामूली अंतर से हार गए हैं। देर रात इस परिणाम की घोषणा की गई। वहीं कांग्रेस ने तीन कलचुरी नेताओं को चुनाव लड़ाया था और तीनों को हार का सामना करना पड़ा।
सीहोर विधानसभा सीट से भाजपा के सुदेश राय लगातार तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। सुदेश राय ने कांग्रेस के शशांक सक्सेना को 37851 वोटों से हराया। उन्हें 105997 वोट मिले। बता दें कि 54 वर्षीय सुदेश राय 2013 में पहली बार विधायक बने थे। तब से वह इस सीटे पर अजेय रहे हैं। वह सीहोर के प्रतिष्ठित राय परिवार से हैं। सुदेश राय बड़े भाई श्री राकेश राय कांग्रेस के प्रतिष्ठित नेता हैं और राष्ट्रीय कलचुरी एकता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
सिवनी से भाजपा प्रत्याशी दिनेश राय मुनमुन भी लगातार तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के आनंद पंजवानी को 18 हजार से अधिक वोटों से हराय। मुनमुन राय को 116795 वोट हासिल हुए, जबकि पंजवानी को 98377 वोट मिले। 56 वर्षीय दिनेश राय मुनमुन पहली बार 2013 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे औऱ तब से अपराजेय बने हुए हैं।
कटनी जिले की मुडवारा सीट पर भाजपा के संदीप श्रीप्रसाद जायसवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के मिथलेश जैन एडवोकेट को 24903 से हरा दिया। उन्हें 89 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। 59 वर्षीय संदीप श्रीप्रसाद जायसवाल दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2018 में वह इसी सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे और विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।
वहीं अनूपनगर जिले की कोतमा सीट से दिलीप जायसवाल ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के सुनील सराफ को 22 हजार वोटों से हराया। दिलीप जायसवाल 2008 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वह दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
बालाघाट जिले की वारासिवनी सीट से भाजपा नेता प्रदीप जायसवाल गुड्डा महज एक हजार वोटों के अंतर से हार गए हैं। कांग्रेस के विक्की पटेल देर रात यहां से विजयी घोषित किए गए। पहले प्रदीप जायसवाल को 78259 वोट और विक्की पटेल को 78213 वोट मिलने की बात सामने आई थी। बाद में रिकाउंटिंग में विक्की पटेल को एक हजार से वोटों से विजय घोषित किया गया। बता दें कि 58 वर्षीय प्रदीप जायसवाल ने 2018 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और शिवराज सरकार में खनिज निगम के अध्यक्ष रहे थे। चुनाव से कुछ दिन पहले ही उन्होंने औपचारिक रूप से भाजपा ज्वाइन की थी और उन्हें पार्टी का टिकट मिला था।
समाचार
मध्य प्रदेश में 4 विधायक कलचुरी समाज से; वारासिवनी से प्रदीप जायसवाल मामूली अंतर से चूके; कांग्रेस के तीनों प्रत्याशी हारे
- by admin
- December 3, 2023
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