February 2, 2025
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शिक्षा/करियर समाचार

एमपीपीएससी-2022: विजयपुर के देवांशु शिवहरे पहले ही प्रयास में बने वाणिज्य-कर निरीक्षक

विजयपुर (श्योपुर)।
श्योपुर जिले के विजयपुर निवासी देवांशु शिवहरे ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की राज्य सेवा परीक्षा-2022 में कामयाबी हासिल की है। 24 वर्षीय देवांशु का चयन वाणिज्य-कर निरीक्षक के पद पर हुआ है। पहले ही प्रयास में कामयाबी से उत्साहित देवांशु शिवहरे ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) को अपना अगला लक्ष्य निर्धारित किया है।
खास बात यह है कि देवांशु शिवहरे ‘राज्य सेवा परीक्षा-2022’ की मेन्स परीक्षा में 1400 में से 758 अंक अर्जित कर चौथी रैंक हासिल की थी, लेकिन दुर्भाग्य से इंटरव्यू में उन्हें 175 में से 63 अंक ही मिल सके, अन्यथा अंतिम परिणाम में उन्हें और अच्छी रैंक मिल सकती थी। बहरहाल, हिमांशु ने राज्य सेवा परीक्षा-2024 की मेन्स परीक्षा भी दी है, जिसका रिजल्ट अभी नहीं आया है। लेकिन, इसमें भी उन्हें उच्च रैंक की उम्मीद है।

विजयपुर के सिविल अस्पताल में नेत्र चिकित्सक सहायक श्री रामकृष्ण शिवहरे के पुत्र देवांशु की शुरुआती शिक्षा विजयपुर में ही हुई। बाद में श्री रामकृष्ण शिवहरे का तबादला रायसेन में हो गया तो देवांशु का एडमिशन रायसेन के बाड़ी स्थित नवोदय विद्यालय में करा दिया गया जहां से उन्होंने इंटरमीडियेट तक की शिक्षा प्राप्त की। देवांशु ने इंदौर की देवी अहिल्याबाई यूनीवर्सिटी से बीटेक (सिविल) करने के बाद सिविल सेवा को अपना लक्ष्य बनाया। इसके लिए देवाशुं ने कोचिंग करने के बजाय अपने एक निकट रिश्तेदार श्री दीपक शिवहरे की गाइडेंस में घर पर ही तैयारी शुरू कर दी। कैलारस (मुरैना) के श्री दीपक शिवहरे ने काफी समय इंदौर में रहकर सिविल सेवा की तैयारी की थी। देवांशु का मानना है कि एमपीपीएससी परीक्षा को लेकर उनके (श्री दीपक शिवहरे के) अनुभव का लाभ उन्हें प्राप्त हुआ जो पहले प्रयास में ही सफलता मिली।

फिलहाल देवांशु की पहली कामयाबी से पूरा परिवार बहुत खुश व उत्साहित है, और भविष्य में उनसे और भी बड़ी सफलताओं की उम्मीद रखता है। देवांशु माता-पिता को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं। उनकी मां श्रीमती पूनम शिवहरे विजयपुर के एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में नर्सिंग ऑफिसर हैं। श्रीमती पूनम शिवहरे जौरा (मुरैना) की हैं, और खास बात यह है कि उन्होंने दोनों बेटों के समझदार होने के बाद 2014 में ग्रेजुएशन (नर्सिंग) किया, और फिर परीक्षा देकर नर्सिंग ऑफिसर बनीं हैं। देवांशु के छोटे भाई अक्षत शिवहरे दिल्ली यूनीवर्सिटी से बीएससी कर रहे हैं और बड़ी भाई की सफलता से खुश व प्रेरित हैं।
श्री रामकृष्ण शिवहरे ने बताया कि देवांशु से पहले उनकी दो भतीजियां भी एमपीपीएससी में कामयाबी हासिल कर चुकी हैं। नेहा शिवहरे पीसीएस अधिकारी है और वर्तमान में खरगौन में पोस्टेड है, जबकि उसकी छोटी बहन महिला विकास अधिकारी के पद पर है।

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