November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
धरोहर

सालों बाद चालू होगा दाऊजी मंदिर का फव्वारा; सफेद पत्थर से जगमगाएगा फर्श; मंदिर जीर्णोद्धार का काम शुरू

आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की गौरवशाली धरोहर दाऊजी मंदिर के खूबसूरत फव्वारे को पुरानी पीढ़ी के भी बहुत कम लोगों ने ही चलता देखा होगा। लेकिन, सबकुछ प्लानिंग के मुताबिक चला तो आगामी दाऊजी की पूनो पर सालों-साल बाद इस फव्वारे जलधाराएं अटखेलियां करती नजर आएंगी। जी हां, मंदिर अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे और उनकी कार्यकारिणी ने अब मुख्य मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार की तैयारी कर ली है। श्री बिजनेश शिवहरे ने बताया कि श्री भगवान स्वरूप शिवहरे की अध्यक्षता वाली पिछली कार्यकारिणी ने मंदिर के धर्मशाला वाले हिस्से का पुनर्निर्माण कराया था, उसमें थोड़ा काम बाकी था जिसे पूर्ण कर लिया गया है। अब उनका फोकस मुख्य मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार पर है। संभावना है कि दुर्गाष्टमी या रामनवमी से काम शुरू हो जाएगा जिसे दिसंबर माह तक पूर्ण कर लेने का लक्ष्य है। 

मंदिर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री धर्मेंद्रराज शिवहरे ने बताया कि मुख्य मंदिर के जीर्णोद्धार में सबसे महत्वपूर्ण काम फर्श को बदलने का होगा जिसके लिए राजस्थान के किशनगढ़ से बहुत अच्छी गुणवत्ता वाले जगमगाते सफेद पत्थर आ चुके हैं। फर्श को बदलने का यह काम अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे और उनके भाइयों (श्री मुकेश शिवहरे, श्री विजय शिवहरे ‘प्रदेश मंत्री, भाजपा’, श्री रवि शिवहरे ‘बॉबी’ और श्री अजय शिवहरे ‘अग्गू’) द्वारा कराया जा रहा है। बीते दिनों मंदिर के उपाध्यक्ष श्री नवनीत शिवहरे और मंत्री श्री अजय शिवहरे ‘अग्गू’ ने किशनगढ़ जाकर पत्थरों की खरीद की, और बीते रोज ये पत्थर मंदिर में आ चुके हैं। डिजाइन के हिसाब से तीन तरह के पत्थर लिए गए हैं। कुशल कारीगरों से भी बात हो चुकी है। संभावना है कि दुर्गाष्टमी या राम नवमी को मौजूदा फर्श की खुदाई के साथ जीर्णोद्धार कार्य का श्रीगणेश हो जाएगा। 

इस बीच एक अहम बात यह हुई कि दाऊजी मंदिर के निर्माण और विकास में अहम योगदान करने वाले स्व. श्री गोपीचंद शिवहरेजी की पौत्रवधु श्रीमती गीता शिवहरे ने मंदिर परिसर के फव्वारे का जीर्णोद्धार कराने की  इच्छा मंदिर अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे के समक्ष व्यक्त की। गौरतलब है कि यह फव्वारा स्व. श्री गोपीचंद शिवहरेजी ने ही स्थापित कराया था,  जो लंबे समय से वाटर सप्लाई क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद पड़ा है। इसे चालू करने के लिए वाटर-सप्लाई सिस्टम को दुबारा स्थापित कराने की आवश्यकता होगी जिसके लिए फर्श को खोदना पड़ेगा। तो, इस लिहाज से भी फव्वारे के जीर्णोद्धार का सबसे उपयुक्त वक्त यही है जब मंदिर का फर्श बदला जा रहा है।

 श्री धर्मेंद्र राज शिवहरे ने बताया कि फर्श की खुदाई होने के बाद फव्वारे का काम शुरू होगा। फव्वारे की वाटर-सप्लाई दुरुस्त की जाएगी, जिसके लिए अंडरग्राउंड वाटर लाइन डाली जाएगी और फव्वारे की पूरी मरम्मत कराई जाएगी। इसके बाद फर्श पर पत्थर लगाने का काम होगा। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर के मुख्य आंगन का सफेद-काले चौखुटे पत्थरों वाले मौजूदा फर्श के साथ ही लक्ष्मीनारायण दरबार और राम दरबार के बाहर के फर्श को भी बदला जाएगा। अनुमान है कि इस पूरे कार्य में एक महीने का वक्त लग जाएगा, और दिसंबर माह में दाऊजी की पूनो के पर्व पर मंदिर का मुख्य परिसर नए फर्श से जगजगाता नजर आएगा और इसके बीचों-बीच स्थित फव्वारे की जलधाराएं परिसर की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करेंगी।

 

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