आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की प्रमुख धरोहर दाऊजी मंदिर मे 6 सितंबर को बुढ़वा मंगल के पावन उपलक्ष्य में शिवहरे महिलाओं ने सुंदरकांड का सामूहिक पाठ किया। बजरंगबली की आरती और प्रसादी के साथ आयोजन का समापन हुआ।
वैसे तो दाऊजी मंदिर समिति की ओर से हर माह किसी एक दिन सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया जाता है। लेकिन, इस बार 6 सितंबर का मंगलवार विशेष महत्व का था। दरअसल यह भाद्रपद मास का अंतिम मंगलवार था। इस दिन हनुमानजी के वृद्ध स्वरूप की पूजा की जाती है, इसीलिए इसे बुढ़वा मंगलवार कहा जाता हैं। पौराणिक मान्यता है कि महाभारत काल में हजारों हाथियों के समान बल वाले भीम को अपनी शक्ति पर बहुत घमंड हो गया था। तब भीम के घमंड को चूर करने के लिए हनुमानजी ने बूढ़े बंदर का रूप धरा और भीम को हरा दिया। वह दिन भाद्रपद मास का अंतिम मंगलवार था, और तब से इस दिन को बुढ़वा मंगल कहा जाता है। इससे पूर्व रामायण काल में हनुमानजी ने इसी दिन रावण की लंका को जलाया था।
बुढ़वा मंगल को लेकर मान्यता है कि इस दिन सुंदरकांड का पाठ करने से भक्तों को हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसीलिए इस विशेष मंगलवार को दाऊजी मंदिर समिति की ओर से सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर रेनू शिवहरे, शालिनी शिवहरे, राधा शिवहरे, शोभा शिवहरे, आरती शिवहरे, अंजना शिवहरे, पुष्पा शिवहरे, पूजा शिवहरे गोस्वामी, नेहा शिवहरे, निगम शिवहरे समेत अन्य महिलाओं ने सुंदरकांड का पाठ किया। पाठ के बाद हनुमानजी की आरती की गई औऱ प्रसादी वितरण के साथ आयोजन का समापन हुआ। इस दौरान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बिजनेश शिवहरे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र राज शिवहरे, महासचिव आशीष शिवहरे (जिज्ञासा पैलेस), कोषाध्यक्ष संतोष गुप्ता, उपाध्यक्ष नवनीत गुप्ता, कार्यकारिणी सदस्य हरीश शिवहरे ‘गुड़ियल’, मोतीलाल शिवहरे समेत अन्य कई शिवहरेबंधु उपस्थित रहे।
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