शिवपुरी।
चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है, और मतदान इसका अनुष्ठान। 18वीं लोकसभा के लिए अब तक हुए तीन चरणों के चुनाव में समाज को मतदान के लिए प्रेरित करने वाली कई मिसालें सामने आई हैं। ताजा मिसाल मध्य प्रदेश के शिवपुरी से है, जहां एक शिवहरे परिवार के 45 मतदाताओं ने मातमी माहौल में भी घर से निकलकर मतदान किया। बीते दिनों परिवार की बहू श्रीमती ममता शिवहरे का निधन हुआ था, जिनकी अभी तेरहवीं रस्म भी नहीं हुई है।
बता दें कि शिवपुरी में स्व. श्री प्यारेलाल शिवहरे का 72 सदस्यों का भरा-पूरा परिवार पोहरी रोड स्थित पुलिस पेट्रोल पंप के सामने अपने पैतृक मकान में रहता है। परिवार में कुल 45 वोटर हैं। सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा इसी परिवार के श्री गजेंद्र शिवहरे शिवपुरी में शिवहरे कलचुरी समाज के युवा उपाध्यक्ष हैं। बीती 28 अप्रैल को परिवार की बहू श्रीमती ममता शिवहरे पत्नी श्री जगदीश प्रसाद शिवहरे का निधन हो गया था। परिवार में तब से गमी चल रही थी। इसके बावजूद परिवार के सभी सदस्यों ने मतदान को लोकतंत्र के प्रति अपना परम कर्तव्य मानते हुए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
श्री गजेंद्र शिवहरे ने शिवहरेवाणी को बताया कि परिवार के 34 सदस्यों का मतदान केंद्र ‘शिवपुरी नगर पालिका’ था और बाकी सदस्यों को दो अन्य मतदान केंद्रों पर जाना पड़ा। परिवार के 34 सदस्य अपने सबसे उम्रदराज बुजुर्गों 84 वर्षीय श्री रामभरोसी शिवहरे, 83 वर्षीय सदाराम शिवहरे व लगभग इतनी ही आयु के श्री भगीरथ शिवहरे को साथ लेकर नगर पालिका मतदान केंद्र पहुंचे तो मतदान कर्मियों ने बड़े एहतराम के साथ उनका वेलकम किया।परिवार के इन 34 सदस्यों में श्री गौतम शिवहरे भी थे जिन्होंने अपनी मां श्रीमती ममता शिवहरे की चिता को दाग दिया था। हिंदू मान्यताओं में दाग देने वाले व्यक्ति का तेरहवीं होने तक घर से निकलना वर्जित माना जाता है। लेकिन परिवार ने श्री गौतम शिवहरे को भी अपने साथ मतदान केंद्र लाकर जागरूकता की मिसाल प्रस्तुत की। गौतम शिवहरे के अलावा यश शिवहरे, राधिका शिवहरे, श्रुति शिवहरे, आदित्य शिवहरे, शिवानी शिवहरे समेत छह सदस्य फर्स्ट टाइम वोटर थे। मतदान केंद्र पर वोट के लिए एकसाथ लाइन में लगा 34 सदस्यों का परिवार वहां लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बन गया। मतदान के बाद लोगों में इस परिवार के साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई।
श्री गजेंद्र शिवहरे ने बताया कि उनके बाबा स्व. श्री प्यारेलालजी शिवहरे सौ वर्ष की आयु पार कर दो वर्ष पूर्व ही शांत हुए थे। उनके तीनों पुत्र श्री रामभरोसी शिवहरे, श्री सदाराम शिवहरे और श्री भगीरथ प्रसाद शिवहरे अपने पैतृक मकान में आज भी साथ रहते हैं। तीन भाइयों के बीच कुल आठ पुत्र हैं (जगदीश, विश्वनाथ, संजय, गजेंद्र, विजय, जय, बलराम), पुत्रवधुएं हैं, नाती-नातिन हैं, नतबहुएं हैं और परनाती-परनातिन सहित कुल 72 लोगों का परिवार है जो एक ही छत के नीचे रहते हैं। आज के दौर में इतने बड़े संयुक्त परिवार का मिल-जुलकर रहना भी समाज के लिए अदभुत मिसाल है। और अब एकसाथ मतदान करके इस परिवार ने लोकतंत्र और मताधिकार के प्रति जागरूकता की एक और प्रेरक मिसाल प्रस्तुत की है। शिवपुरी-गुना लोकसभा क्षेत्र में 68 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है, यदि इस शिवहरे परिवार से प्रेरणा लेकर हर परिवार किसी भी परिस्थिति में अपना सौ फीसदी मतदान सुनिश्चित करे तो एक स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में यह अमूल्य योगदान होगा।
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धन्य है यह शिवहरे परिवार; घर में बहू की मौत का मातम, फिर भी वोट डालने एकसाथ बूथ पर पहुंचा 45 मतदाताओं का परिवार
- by admin
- May 7, 2024
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