November 24, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाज

दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बच्ची आद्विका जायसवाल को बचाने की मुहिम तेज; रंग लाने लगी राजीव जायसवाल की पहल; अब तक 11 लाख रुपये जुटाए

नई दिल्ली।
जानलेवा दुर्लभ बीमारी से जूझ रही एक साल की नन्ही बच्ची ‘आद्विका’ को बचाने की मुहीम रंग लाने लगी है। प्रख्यात आध्यात्मिक गुरू, साहित्यकार एवं समाजसेवी श्री राजीव जायसवाल सीए की पहल पर सोशल मीडिया ग्रुपों में चलाए गए अभियान से अब तक लगभग 11 लाख रुपये जुटाए जा चुके हैं, जबकि उसके बोनमैरो ट्रांसप्लांट के लिए कुल जरूरत 35 लाख रुपये की है।
आद्विका के पिता श्री संदीप जायसवाल ने शिवहरेवाणी को बताया कि अप्रैल 2023 को जन्मी उनकी बिटिया आद्विका डर्सन सिंड्रोम (dursen syndrome) से पीड़ित है। इस दुर्लभ बीमारी के चलते आद्विका के शरीर में श्वेत रक्त कणिकाएं (WBC) नहीं बन पा रही हैं, और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो गई है। स्थिति यह है कि घर कोई छींक भर भी दे तो आद्विका की हालत बिगड़ जाती है, तेज बुखार आने लगता है और ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है। ऐसी स्थिति में उसे तत्काल वेंटीलेटर की जरूरत होती है।

जांच में कन्फर्म हुआ डर्सन सिंड्रोम
आद्विका की मम्मी प्रिया जायसवाल ने बताया कि शादी के डेढ़ साल बाद बेटी आद्विका का जन्म हुआ। शुरू-शुरू में तो सब ठीक था, आद्विका की हरकतें आम बच्चों की तरह थीं। लेकिन कुछ महीने पहले उसे बार-बार बुखार और सीने में इन्फेक्शन की शिकायत होने लगी। वजन भी गिर गया। आद्विका की हालत एकदम से इतनी बिगड़ जाती कि उसे लेकर तत्काल अस्पताल भागना पड़ जाता था। शुरू-शुरू में तो चिकित्सकों को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था, लेकिन तमाम जांचों के बाद कन्फर्म हुआ कि आद्विका C6PC3 deficiency से पीड़ित है जिसे डर्सन सिंड्रोम भी कहा जाता है।
क्या है डर्सन सिंड्रोम
इस बीमारी में C6PC3 नाम के एक खास एंजाइम की कमी हो जाती है जिसके चलते शरीर में कई समस्याएं पैदा हो जाती है। सबसे बड़ी दिक्कत तो यह कि शरीर श्वेत रक्त कणिकाओं (WBC) का पर्याप्त मात्रा में निर्माण नहीं हो पाता जिससे प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसके अलावा हृदय में खराबी, मूत्र प्रणाली, प्रजनन प्रणाली, अस्थि असामान्यताएं भी इसके चलते सामने आती हैं।

बोनमैरो ट्रांसप्लांट ही एकमात्र उपचार; खर्चा 22.75 लाख रुपये
इंद्रप्रस्थ अपोलो के चिकित्सकों के मुताबिक, बोनमैरो ट्रांसप्लांट ही आद्विका का एकमात्र उपचार है। पिता संदीप जायसवाल ने बेटी को बोनमैरो डोनेट करने की इच्छा जताई, और इत्तेफाक से उनका मिलान भी हो गया है। लेकिन ट्रांसप्लांट का कुल खर्चा लगभग 34 लाख रुपये बताया गया। इसमें अकेले 12.5 लाख रुपये की टी सेट डिप्लीशन किट है जिसे जर्मनी से मंगाना होगा। सलेमपुर में वेलकम निवासी संदीप जायसवाल कपड़े की दुकान में नौकरी करते हैं, घर चलाने लायक पैसा ही मिल पाता है। सारी बचत आद्विका के अब तक के उपचार में व्यय हो चुकी है। संदीप का कहना है कि कम से कम 20 लाख रुपये होने की स्थिति में ही वह अस्पताल में बेटी के उपचार की प्रक्रिया शुरू करा सकते हैं। ऐसे में आद्विका की दादी मां सरोज जायसवाल ने श्री राजीव जायसवाल सीए से संपर्क किया जो उनकी रिश्तेदारी में भी लगते हैं।

राजीव जायसवाल सीए ने इस तरह की पहल
सरोज जायसवाल से मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद श्री राजीव जायसवाल ने सोशल मीडिया पर आद्विका को बचाने की मुहीम शुरू कर दी। श्री राजीव जायसवाल ने शिवहरेवाणी को बताया कि सबसे पहले उन्होंने कलवार, कलाल, कलार समाज के सभी ग्रुपों में आद्विका के लिए अपील जारी की। श्री जायसवाल की अपील सोशल मीडिया पर तेजी से फैलती गई। लोगों ने आद्विका के लिए डोनेट करना शुरू कर दिया। संदीप जायसवाल ने बताया कि श्री राजीव जायसवाल की अपील पर राकेले कलचुरी समाज के ग्रुपों से अब तक दो लाख रुपये से अधिक का डोनेशन आ चुका है। वहीं अन्य ग्रुपों से जुड़े लोगों ने आद्विका को बचाने की मुहीम में अपना योगदान किया है। मिलाप नाम के एक एनजीओ ने तीन लाख रुपये का डोनेशन जुटाया है। इस तरह 15 अप्रैल तक 11 लाख रुपये जुटाए जा चुके हैं। श्री राजीव जायसवाल को उम्मीद है कि जरूरत की शेष धनराशि भी जल्द प्राप्त हो जाएगी। कभी हताश हो चुके संदीप जायसवाल को अब आद्विका की जिंदगी की उम्मीद नजर आने लगी है।
आद्विका के लिए स्वजातीय बंधु जिस तत्परता के साथ आगे आए, योगदान किया, वह अपने आपमें सराहनीय और अनुकरणीय है। उनका यही भाव कलाल समाज की वास्तविक शक्ति है। जिसने भी आद्विका के दर्द को जाना, उसका हृदय द्रवित हो गया। जो लोग धन से योगदान करने की स्थिति में नहीं, वे भी गहरे मन और भाव से उसके लिए दुआएं कर रहे हैं। और, दुआओं में बहुत असर होता है
यदि आप आद्विका के लिए योगदान करने की स्थिति में हैं, और कुछ डोनेट करना चाहते हैं तो उसके पिता संदीप कुमार जायसवाल को उनके फोन नं. 9999623174 पर फोन-पे या पेटीएम कर सकते हैं। आप उनके खाते में भी पैसा डाल सकते हैं जिसका विवरण निम्न प्रकार हैः-
संदीप कुमार जायसवाल
खाता संख्याः- 00890100008112
आईएफएससी कोडः- BARB0CHANDN
(पांचवा अक्षर जीरो है)
बैंक ऑफ बडौदा, चांदनी चौक शाखा

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