November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
धरोहर समाचार

महेश्वर में नर्मदा की सहस्रधारा में सहस्रबाहु की भव्य प्रतिमा लगाने पर विचार; सूर्यवंशी से मिलीं अर्चना जायसवाल; हर तरह से सहयोग का वादा

भोपाल। 
राष्ट्रीय कलचुरी एकता महासंघ की राष्ट्रीय संयोजिका डॉ. अर्चना जायसवाल ने भगवान सहस्रबाहु अर्जुन की नगरी महेश्वर को तीर्थनगरी के रूप में विकसित कर उसका खोया हुआ वैभव वापस दिलाने के ‘अभियान’ के तहत बीते रोज मध्य प्रदेश के जाने-माने उद्योगपति श्री दिलीप सूर्यवंशी से मुलाकात की। डॉ. जायसवाल ने महेश्वर में भगवान सहस्रबाहु अर्जुन की सौ फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित करने और कलचुरी समाज की धर्मशाला का निर्माण कराने की योजना पर श्री सूर्यवंशी से गहन चर्चा की। श्री सूर्यवंशी ने डा. अर्चना जायसवाल को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
बता दें कि श्री दिलीप सूर्यवंशी शीर्ष निर्माण कंपनी ‘दिलीप बिल्डकॉन’ के चेयरमैन हैं और श्री सहस्रबाहु कलचुरी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहते हैं। उनकी गिनती मध्य प्रदेश के सबसे धनवान लोगों में होती है। यहां तक कि फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में भी उनका नाम दर्ज है। बीती 25 जुलाई को डा. जायसवाल ने राष्ट्रीय कलचुरी महासंघ के एक शिष्टमंडल के साथ श्री दिलीप सूर्यवंशी से उनके कार्यालय पर मुलाकात की। डॉ. अर्चना जायसवाल ने उन्हें कलचुरी समाज के आराध्य भगवान राजराजेश्वर श्री सहस्रबाहु अर्जुन की जन्मस्थली एवं राजधानी महेश्वर को उसका खोया हुआ वैभव पुनः दिलाने के अपने अभियान पर चर्चा की। उन्होंने अपनी योजना का विस्तार से विवरण देते हुए बताया कि महेश्वर में नर्मदा नदी पर सहस्रधारा के बीच भगवान सहस्रबाहु की प्रतिमा स्थापित करने की उनकी योजना है। उन्हें लगता है कि ऐसे मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य के बीच भगवान सहस्रबाहु की प्रतिमा महेश्वर में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का नया केंद्र हो सकता है, साथ ही इससे महेश्वर की सहस्रबाहु से जुड़ी पहचान और मजबूत होगी।
डा. अर्चना जायसवाल ने महेश्वर में कम से कम सौ कमरों का एक विशाल कलचुरी समाज भवन या धर्मशाला बनाने की बात भी रखी, ताकि वहां हर साल भगवान सहस्रबाहु महोत्सव का आयोजन कराया जा सके। उन्होंने बताया कि वह केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्रीपाद यशो नाइक, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज चौहान और प्रदेश की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर को इस बारे में पत्र लिख चुकी हैं। डा. अर्चना जायसवाल ने श्री सूर्यवंशी से अनुरोध करते हुए कहा कि भगवान सहस्रबाहु अर्जुन के वंशज होने के नाते हमारा फर्ज बनता है कि अपने आराध्य देव की जन्मस्थली एवं राजधानी को उनकी पहचान के साथ जोड़ने की पहल करें। इस दिशा में आप जैसे धनी-मानियों का आगे आना बहुत जरूरी होगा। श्री सूर्यवंशी ने डा. अर्चना जायसवाल की बात को ध्यान से सुना और उनके अभियान में रुचि जाहिर की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अपनी योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास करें, वह हर तरह से उनके साथ हैं। 
डॉ. अर्चना जायसवाल ने मीटिंग के बाद शिवहरेवाणी को बताया कि श्री दिलीप सूर्यवंशी से मुलाकात बहुत उपयोगी साबित हुई है। उन्होंने कहा कि सूर्यवंशीजी से मुलाकात के बाद महेश्वर नगरी को लेकर उनके इरादों को मजबूती मिली है। उन्होंने बड़ी तसल्ली से हमारी बात को सुना और हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया है। मीटिंग के बाद सूर्यवंशी ने शिष्टमंडल के साथ लंच भी किया। शिष्टमंडल में डा. अर्चना जायसवाल के साथ उनके पति श्री राकेश जायसवाल, पंकज चौकसे, किशोर राय, राजेश राय समेत अन्य महासंघ के अन्य सदस्य भी शामिल थे।
 

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