June 18, 2025
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
शिक्षा/करियर समाचार

गाडरवारा के प्रोफेसर की पुत्री रिया चौकसे बनी सिविल जज; जनरल कैटेगरी में 32वीं रैंक; एलएलबी में हासिल किए थे 7 गोल्ड

गाडरवारा (नरसिंहपुर)।
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा नगर के प्रोफेसर रामकुमार चौकसे की पुत्री सुश्री रिया चौकसे ने सिविल जज बनने का अपना सपना पूरा कर लिया है। रिया चौकसे ने मध्य प्रदेश सिविल जज परीक्षा-2021 में जनरल कैटेगरी में 32वीं रैंक हासिल की है। बीते रोज घोषित रिजल्ट में रिया की सफलता से पूरा परिवार गर्व और हर्ष की दोहरी अनुभूतियों से आह्लादित है।
 

सुश्री रिया चौकसे ने शिवहरेवाणी को बताया कि उन्होंने दसवीं कक्षा में ही सिविल जज बनने का लक्ष्य तय कर लिया था। और, इसी को ध्याम में रखते हुए आगे की पढ़ाई की। रिया ने इंटरमीडियेट के बाद क्लैट परीक्षा क्वालीफाई कर पटना की चाणक्य नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी से बीए एलएलबी (ऑनर्स) मे दाखिला लिया जहां से 2018 में उन्होंने रिकार्ड सात गोल्ड मैडल्स के साथ पासआउट किया, जबकि इस यूनीवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में अलग-अलग श्रेणियों में कुल 8 गोल्ड मैडल्स दिए जाते हैं। इस गौरवशाली सफलता के बाद रिया ने भोपाल की रविंद्रनाथ टैगोर यूनीवर्सिटी से एलएलएम किया। सुश्री रिया चौकसे ने गत वर्ष भी मध्य प्रदेश सिविल जज परीक्षा दी थी लेकिन इंटरव्यू में बहुत मामूली मार्जिन से अंतिम सलेक्शन में चूक गईं थीं। इस बार जनरल कैटेगरी में 32वीं रैंक हासिल करने की शानदार सफलता ने पिछली नाकामी के मलाल को धो दिया। मजे की बात यह है कि पिछले महीने ही उन्होंने यूजीसी नेट परीक्षा क्वालीफाई किया था। 
सुश्री रिया चौकसे अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता प्रो. रामकुमार चौकसे औऱ मां श्रीमती सीमा चौकसे को देती हैं। शिवहरेवाणी से बताया कि माता-पिता के सहयोग के बिना मेरे लिए यह एचीवमेंट असंभव थी। वह कहती हैं कि सिविल जज परीक्षा की तैयार कर रहे अभ्यर्थियों को कानून के सभी एक्ट का गंभीर अध्ययन करना चाहिए और उनकी मल्टीपल रिवीजन करना चाहिए। खासतौर पर मध्य प्रदेश लैंड रेवेन्यू कोर्ट और मध्य प्रदेश एकोमोडेशन एक्ट की बहुत अच्छे से स्टडी करना बेहद जरूरी है।
सुश्री रिया चौकसे अपने पिता प्रो.श्री रामकुमार शिवहरे को अपना रोल मॉडल मानती हैं जो खुद भी 2012 में पीएससी परीक्षा पास कर प्रोफेसर बने थे। वर्तमान में वह गाडरवारा के शासकीय डिग्री कालेज में कॉमर्स के प्रोफेसर हैं। प्रो. रामकुमार चौकसे ने शिवहरेवाणी को बताया कि रिया का अगला लक्ष्य हायर ज्यूडीशियरी सर्विसेस है लेकिन इसके लिए उसे अभी 7-8 वर्ष इंतजार करना होगा। रिया की मां श्रीमती सीमा चौकसे स्नातकोत्तर हैं, और एक गृहणी के रूप में बच्चों की शिक्षा पर उनकी विशेष तवज्जो रही है। रिया का छोटा भाई आदर्श चौकसे भोपाल में आर्किटेक्ट है, उसने प्रतिष्ठित एनआईटी भोपाल से बी.आर्क. किया है।

 

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