हरिद्वार।
गंगा नगरी हरिद्वार में अवधूत मंडल आश्रम से भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की पवित्र धरती महेश्वर को महिष्मती नाम से तीर्थ नगरी घोषित किए जाने की मांग उठी है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री यस्सो नाइक ने इस पर आश्वासन दिया है कि मध्य प्रदेश के स्वजातीय सामाजिक कार्यकर्ता राज्य सरकार से इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार तक पहुंचाएं, उसके बाद आगे की कोशिश करने की जिम्मेदारी उनकी होगी।
केंद्रीय मंत्री यस्सो नाइक अवधूत मंडल आश्रम में बुधवार (5 अप्रैल) को अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा की हाईपॉवर कमेटी में भाग लेने आए थे। हालांकि महासभा की हाईपॉवर कमेटी के तौर पर आयोजित यह बैठक एक ओपन मीटिंग में तब्दील हो गई थी और इसमें कलचुरी एकता महासंघ के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया। यस्सो नाइक ने अपने उदबोधन में स्वजातीय बंधुओं से एकता की अपील करते हुए कहा कि क्या ही अच्छा हो अगर सभी संगठन एक मंच पर आकर काम करें। समाज की महेश्वर को तीर्थ नगरी बनाने की मांग पर यसो नाइक ने बैठक में मौजूद महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल और महासंघ की राष्ट्रीय संयोजिका डा. अर्चना जायसवाल की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि यदि आप मध्य प्रदेश सरकार की ओर से इस तरह का प्रस्ताव केंद्र सरकार तक पहुंचा सकें, तो वह इसके लिए अपने पूरे प्रयास करेंगे।
श्री नाइक ने कहा कि कलचुरी समाज में तेजी से शिक्षा का प्रसार हुआ है, समाज का आर्थिक और सामाजिक उत्थान भी हो रहा है। लेकिन, आज की सबसे बड़ी जरूरत है कि कलचुरी समाज के सभी संगठन एक मंच पर आकर एक संगठित समाज के तौर पर अपनी मजबूत पहचान स्थापित करें। इस दौरान यस्सो नाइक ने अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा की डायरेक्ट्री का विमोचन किया। इस डायरेक्ट्री में देशभर के विभिन्न राज्यों में महासभा के प्रमुख पदाधिकारियों के नाम-पते और मोबाइल नंबर अंकित हैं। अध्यक्ष श्री अशोक जायसवाल ने बताया कि इस डायरेक्ट्री में महासभा के लगभग 450 पदाधिकारियों व सदस्यों के नाम-पते और मोबाइन नंबर हैं।
बैठक की अध्यक्षता अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 संत श्री संतोषानंद देवजी महाराज ने की। महासचिव अटल कुमार गुप्ता संवादात्मक (इंटरैक्टिव) संचालन किया और बैठक में शामिल सभी लोगों का परिचय रोचक अंदाज में कराया। बैठक में विशिष्ट अतिथि के तौर पर बड़ौदा (गुजरात) से आए पूर्व विधायक एवं महासभा के संरक्षक प्रदीप जायसवाल और बहराइच (यूपी) की भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अनुपमा जायसवाल की उपस्थिति खास रही। बैठक में वरिष्ठ समाजसेवी श्री शिवचरण हाडा (जयपुर), ओमप्रकाश जायसवाल (लखनऊ), सुरेंद्रपाल सिंह अहलुवालिया (चंडीगढ़), कमल नयन जायसवाल (अमरावती), हरीशचंद्र कलाल (बांसवाड़ा), युवा अध्यक्ष शैलेंद्र जायसवाल एवं उनकी धर्मपत्नी महिला अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी जायसवाल (दिल्ली), कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जायसवाल (ग्वालियर) एवं राजेंद्र मेवाड़ा, विष्णु शिवहरे (झांसी), बंदी प्रसाद जायसवाल, नीतू जायसवाल, अहमदाबाद से अनिल जायसवाल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुषमा जायसवाल, अनीता जायसवाल, आशीष जायसवाल, विकास मेवाड़ा (कोटा), दीपक जायसवाल (लखनऊ), अमित जायसवाल (लखनऊ), समीर जायसवाल (लखनऊ), रागिनी पूजा जायसवाल (लखनऊ), रमेश जायसवाल (नीमच), कृष्णलाल गुप्ता (मुंबई) कृष्णकांत जायसवाल, श्रीप्रकाश गुप्ता एवं सरिता गुप्ता, सूरज जायसवाल (इंदौर), युवा अध्यक्ष सचिन चौकसे (इंदौर), सरिता जायसवाल (इंदौर), कपिल जायसवाल (कानपुर), बलिया से सत्यदेव जायसवाल एवं केदार जायसवाल समेत कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे।
गाजीपुर से पहुंचे 65 स्वजातीय बंधु
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से 65 स्वजातीय बंधुओं का दल भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना एवं अनावरण कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचा। महासभा के जिलाध्यक्ष राजेश जायसवाल के नेतृत्व में यह दल एक निजी बस द्वारा हरिद्वार पहुंचा। दल में रमेश जायसवाल, मनीष जायसवाल, वीरेंद्र जायसवाल समेत 65 स्वजातीय बंधु एवं महिलाएं शामिल थे।ग्वालियर से पहुंचा 30 लोगों का दल
मध्य प्रदेश के ग्वालियर से कलचुरी महासंघ, ग्वालियर के अध्यक्ष श्री सतीश जायसवाल के नेतृत्व में 30 लोगों का दल उत्कल एक्सप्रेस से हरिद्वार पहुंचा। दल में कलचुरी महासंघ, ग्वालियर के महासचिव संजय शिवहरे, महिला अध्यक्ष अर्चना जायसवाल, उपाध्यक्ष रेखा जायसवाल, ओमप्रकाश राय समेत कई लोग शामिल रहे।
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