आगरा।
एक ओर देश में बेरोजगारी की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है, नौकरियां लगातार घट रही है। वहीं दूसरी ओर, देश का पढ़ा-लिखा युवा भी अब वेकैंसी का इंतजार और नौकरी की तलाश करने के बजाय अपना खुद का बिजनेस शुरू करने की ओर प्रवृत्त हो रहा है। नए-नए आइडियाज पर आधारित बिजनेस के बूते कई युवा अब रोजगार मांगने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वालों की हैसियत में आ रहे हैं।
आगरा के देवांश शिवहरे ने एमबीए (फाइनेंस) करने के बाद अपने एक आइडिया को बिजनेस का आधार बनाया, और आज एक वर्ष की अल्प अवधि में ही शहर में खास मुकाम हासिल कर लिया है। कैलाशपुरी निवासी श्री धर्मेश शिवहरे के 25 वर्षीय पुत्र देवांश शिवहरे अपनी कंपनी ‘स्टॉकएड एकेडमी’ के माध्यम से लोगों को शेयर मार्केट में वित्तीय साक्षर बनाने का काम कर रहे हैं। ‘स्टॉकएड’ आगरा की एकमात्र है जो युवाओं और घरेलू महिलाओं को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग गुर सिखाकर उनके लिए आत्मनिर्भरता की नई राह खोल रही है, साथ ही अपने कस्टमर्स को बहुआयामी सेवाएं उपलब्ध करा रही है।
दयालबाग शैक्षणिक संस्थान (डीईआई) से बीकॉम ऑनर्स और एमबीए देवांश शिवहरे बताते हैं कि उन्होंने दिल्ली में एक संस्थान से जब स्टॉक मार्केट में डिप्लोमा किया तो इसके व्यापक स्कोप ने उन्हें आकर्षित किया। एक तो यह, कि दिल्ली में कुछ संस्थान हैं जो स्टॉक मार्केट डिप्लोमा प्रदान कर रहे हैं लेकिन आगरा में ऐसा कोई संस्थान नहीं है, और दूसरे, शेयर बाजार में वित्तीय साक्षरता युवाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता की एक नई राह खोल सकती है। इसी आइडिया से प्रेरित होकर उन्होंने अपने साथी ऋषि शर्मा (सीएफए, लेवल-1) के साथ मिलकर करीब एक वर्ष पहले स्टॉकएड की स्थापना की। महज एक साल के अंदर स्थिति यह है कि उनकी कंपनी अब तक 4000 हजार युवाओं को शेयर बाजार की बेसिक नॉलेज और ट्रेडिंग के गुर प्रदान कर उन्हें वित्तीय साक्षर बना चुकी है। सेंट जोंस कालेज, आगरा कालेज, एमपीएस कालेज और बैकुंठी देवी कालेज जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के बच्चों को वित्तीय साक्षरता प्रदान करना उनकी कंपनी की बड़ी उपलब्धि है।
वित्तीय साक्षरता का तात्पर्य सामान्य तौर पर व्यक्तिगत वित्तीय प्रबंधन, बजट और निवेश सहित विभिन्न वित्तीय कौशल को समझने और लागू करने की योग्यता से होता है। वक्त की जरूरत है कि हर व्यक्ति को वित्तीय रूप से साक्षर होना चाहिए, ताकि वह निवेश संबंधी उचित फैसले ले सके। जहां तक स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट का सवाल है तो इस क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है। ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है जो शेयर बाजार में दैनिक ट्रेडिंग करते हैं, और अपनी वित्तीय समझदारी से पैसा कमा रहे हैं। घरेलू महिलाएं भी इस क्षेत्र में तेजी से आगे रही हैं। समाज में बढ़ते इसी ट्रेंड को भांप पर देवांश ने स्टॉकएड एकेडमी की स्थापना की। आगरा में संजय प्लेस स्थित फ्रेंड्स टॉवर में कंपनी का मुख्यालय स्थापित किया है। यहां से कंपनी तीन तरह की सेवाएं प्रदान कर रही हैः-
1. फाइनेंशियल लिट्रेसी यानी वित्तीय साक्षरता। इसमें युवाओं को शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग सिखाई जाती है। इसमें एक महीने से लेकर छह महीने तक के कोर्स हैं। एक महीने का कोर्स बिगनर्स के लिए है। इसमें शेयर बाजार की बेसिक चीजें बताई जाती हैं। तीन महीने के वोकेशनल कोर्स में शेयर बाजार में ट्रेडिंग के गुर बताए जाते हैं। छह महीने के सर्टिफिकेशन कोर्स मे प्रशिक्षार्थी को सेबी में रजिस्टर्ड कराया जा सकता है जिसके बाद वह किसी भी शेयर ट्रेडिंग कंपनी को अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है।
2. स्टॉकएड कंपनी जो वित्तीय सेवाएं भी उपलब्ध करा रही है। यानी अपने क्लाइंट्स को शेयर्स की खरीद-फरोख्त जैसी सेवाएं प्रदान करती है।
3. कंपनी अपने कस्टमर्स को शेयर रेगुलेशन की सुविधा प्रदान करती है। मसलन-किसी के पास यदि पेपर फार्म में शेयर्स हैं तो उसे डिमेट फार्म में कराते हैं. और इस तरह शेयर रेगुलेशन के अन्य कार्य भी करते हैं।
देवांश शिवहरे ने बताया कि उनकी कंपनी अपने कस्टमर्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों प्रकार से सेवाएं उपलब्ध करा रही है। इसी तरह युवाओं को भी इन दोनों माध्यमों से फाइनेंशियल लिट्रेसी प्रदान कर रही है। इसका उद्देश्य युवाओं को शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के बेसिक्स व उनकी बैलेंसशीट की जांच करने के साथ ही शेयर मार्केट के रुझान को जानकर सुरक्षित निवेश का निर्णय लेने में सक्षम करना है।
दाऊजी मंदिर समिति के मंत्री धर्मेश शिवहरे एवं श्रीमती सविता शिवहरे के पुत्र देवांश के मुताबिक, स्टॉकएड आगरा में अपनी तरह की पहली और एकमात्र कंपनी या संस्थान है। जल्द ही आगरा के उपनगरों और आसपास के जिलों में भी इसकी ब्रांच स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। कंपनी के लीगल पार्ट में देवांश को घर में ही उनकी बहन सृष्टि शिवहरे का परामर्श मिलता है जिन्होंने क्लैट परीक्षा क्वालीफाई कर लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी से एलएलबी किया है। सृष्टि आगरा में इनफिनी सोल्युशन शेयर रेगुलेशन फर्म में कंप्लाइंस मैनेजर हैं और कंपनी के लीगल इश्युज को हैंडल करती हैं। वहीं देवांश की छोटी बहन जयेश्वरी शिवहरे सेंट कोनरेड कालेज में इंटरमीडियेट की छात्रा हैं। हाईस्कूल में कालेज टॉपर जयेश्वरी आईएएस बनना चाहती हैं।
advt
Leave feedback about this