शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
सुंदरकांड रामभक्त हनुमान की विजयगाथा है जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति, बल, बुद्धि और ज्ञान से बड़े-बड़े चमत्कार किए। जीवन में सफलता का सूत्र भी यही है। आगरा के शिवहरे समाज ने वर्ष 2020 के पहले मंगलवार को श्री रामचरितमानस के पंचम सोपान सुंदरकांड में वर्णित इस प्रेरणादायी प्रसंग के श्रवण के साथ नए साल की सुंदर शुरुआत की। समाज की प्रमुख धरोहर मंदिर श्री दाऊजी महाराज में प्राचीन हनुमानजी के समक्ष सुंदरकांड के 03 श्लोक, 02 छंद, 58 चौपाई, 60 दोहों में बिंधे 6241 शब्दों में वर्णित रामभक्त हनुमान की महिमा की संगीतमय प्रसुतति दी हनुमानभक्त ‘राम’ ने यानी कुलभूषण गुप्ता रामभाई ने, जिसे सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया।
शिवहरे समाज एकता परिषद द्वारा आयोजित ‘सुंदरकांड पाठ’ से पहले परिषद की ओर से हनुमानजी को पोशाक चढ़ाई गई। इसके बाद परिषद के अध्यक्ष अंशुल शिवहरे, संयोजक अमित शिवहरे, अंकुर शिवहरे एवं लकीराज शिवहरे ने पूजन किया। तत्पश्चात वरिष्ठ भाजपा नेता कुलभूषण गुप्ता रामभाई ने अपनी मधुर वाणी में सुर, लय और ताल के साथ चिर-परिचित अंदाज में सुंदरकांड का ऐसा सुंदर पाठ किया कि सुनने वाले लोग भक्ति के रंग में सराबोर हो गए। मंदिर श्री राधाकृष्ण मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष रामभाई ने सुंदरकांड की चौपाइयों के बीच-बीच में मधुर फिल्मी गीतों पर बनी भक्ति पैरोडियों से भी लोगों को बांधे रखा।
परिषद के संयोजक अमित शिवहरे ने बताया कि नववर्ष पर शुभ की कामना के लिए सुंदंरकांड के पाठ से बेहतर कोई विकल्प नहीं हो सकता और इसीलिए, गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह आयोजन किया गया है। अध्यक्ष अंशुल शिवहरे ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिवहरे समाज एकता परिषद आगे भी भविष्य में भी समाज, धर्म और संस्कृति के उत्थान में इस तरह के आयोजन करती रहेगी। कार्यक्रम में शिवहरे समाज एकता परिषद के डा. गौरव गुप्ता, सुगम शिवहरे, सत्यप्रकाश शिवहरे लालाभाई समेत पूरी कार्यकारिणी का योगदान रहा।
मंदिर श्री दाऊजी महाराज प्रबंध समिति के अध्यक्ष भगवान स्वरूप शिवहरे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजनेश शिवहरे, उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र राज शिवहरे, मंदिर श्री राधाकृष्ण प्रबंध समिति के महासचिव मुकुंद शिवहरे, जायसवाल युवा मंच के जिलाध्यक्ष जीतू शिवहरे, उपाध्यक्ष कुलदीप शिवहरे, मुन्नालाल शिवहरे, रामजी शिवहरे, शशिभूषण शिवहरे, हरिओम गुप्ता, अरविंद गुप्ता (नाई की मंडी), श्रीमती मानसी शिवहरे, श्रीमती सोनम शिवहरे, डा. श्रीमती दिशा गुप्ता, श्रीमती खुश्बू शिवहरे समेत खासी संख्या में स्वजातीय पुरुष एवं महिलाओं ने सुंदरकांड के श्रवण का लाभ लिया।
यहां यह बताना महत्वपूर्ण है कि मंदिर श्री दाऊजी महाराज में स्थापित हनुमानजी की प्रतिमा दरअसल मंदिर के निर्माण से भी पहले की है। सदरभट्टी चौराहे पर जिस स्थान पर यह मंदिर है, वहां 128 वर्ष पहले तक एक अखाड़ा हुआ करता था, जिसमें हनुमानजी की प्राचीन प्रतिमा स्थापित थी। मंदिर निर्माण के दौरान हनुमानजी की प्रतिमा को यथास्थान ही रहने दिया गया। इसीलिए श्रद्धालु भी मंदिर श्री दाऊजी महाराज के हनुमानजी की विशेष महिमा को मानते हैं। आज इसी प्रतिमा के समक्ष शिवहरे युवाओं ने सुंदरकांड का पाठ कर संपूर्ण समाज के लिए मंगलकामना की।
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