शिवहरे वाणी नेटवर्क
नई दिल्ली।
झांसी के साहित्यकार श्री निहालचंद्र शिवहरे को प्रतिष्ठित शिल्पी चड्डा स्मृति सम्मान से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान बेटी विषय पर लिखी उनकी लघुकथा के लिए दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित हिंदी भवन में बीते दिनों आयोजित एक समारोह में विख्यात हास्यकवि पद्मश्री डा.सुरेंद्र शर्मा ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया।
बता दें कि साहित्य एवं सामाजिक सरोकारों को समर्पित संस्था सविता चड्ढा जनसेवा समिति द्वारा प्रत्येक यह सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है जिसमें हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में श्रेष्ठ रचनाओं के लिए उनके रचनाकारों को सम्मानित किया जाता है। निहालचंद्र शिवहरे की रचना 'बेटी' को श्रेष्ठ लघुकथा चुना गया। देशभर से आए जाने-माने साहित्यकारों की उपस्थिति में उन्हें सम्मानित किया गया।
वैसे तो निहालचंद्र शिवहरे की पहचान एक ऐसे कवि के रूप में है जो अपनी कविताओं से सामाजिक कुरीतियों, गरीबी, पूंजीवादी संस्कृति और शोषण की व्यवस्था पर चोट करते हैं। लेकिन, साहित्य की अन्य विधाओं में भी खूब लिखते हैं। अब लघुकथा 'बेटी' ने एक कहानीकार के रूप में उनकी पहचान स्थापित की है।
निहालचंद शिवहरे 2016 में सर्व यूपी ग्रामीण बैंक से रिटायर होने के बाद साहित्य के अलावा समाजसेवा, पत्रकारिता, बैंकिंग समेत विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। साथ ही झांसी में कलचुरी समाज की गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं और वर्तमान में वह कलचुरि कलवार समवर्गीय महासभा झांसी के महामंत्री हैं। झांसी में सीपरी बाजार स्थित नानकगंज में निवास कर रहे निहाल जी एमएससी (गणित), सीएआईआईबी (भारतीय बैंकर संस्थान, मुंबई), हिंदी उन्मुख परीक्षा (भारतीय बैंकर संस्थान, मुंबई), डिप्लोमा इन मैनेजमेंट , एडवांस डिप्लोमा इन मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन फाइनेंशियल मैनेजमेंट व डिप्लोमा इन एचआरडी (इग्नु दिल्ली) किया है।
आपके द्वारा महान गणितज्ञ रामानुजम की स्मृति में अनेक कार्यक्रम किए गए जिनमें वैदिक गणित, अथर्ववेद में भारत के योगदान की चर्चा तथा गणित में मनोरंजक तथ्यों पर वार्ता भी प्रस्तुत की गई। सिविल इंजीनियरिंग विभाग रुड़की के अध्यात्मिक अध्ययन समूह को वैदिक गणित के बाबत पत्राचार कर योगदान किया।
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