शिवहरे वाणी नेटवर्क
नई दिल्ली/झांसी।
आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति..इकीसवीं सदी की नारी के सौंदर्य के ये दो मजबूत आधार हैं जिनके बल पर वह अपने सपनों को साकार कर रही है। झांसी की आकृति जायसवाल ने बीते दिनों मिसेज इंडिया यूनीवर्स कांटेस्ट के मंच पर अपने आत्मविश्वास और प्रभावशाली अभिव्यक्ति की ऐसी छाप छोड़ी, कि आयोजक कंपनी डिवालिशियस ने उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसडर चुन लिया। आकृति अब डिवालियशस प्रा. लि. के प्रमोशन के लिए कार्य करेंगी, और अपने जैसी महिलाओं की उनके सपनों को साकार करने में सहायता करेंगी। बता दें कि श्रीमती आकृति जायसवाल उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य एवं झांसी की वरिष्ठ भाजपा नेत्री डा. कंचन जायसवाल की पुत्री हैं।
शिवहरे वाणी से बातचीत में आकृति जायसवाल ने कहा कि हर महिला को अपनी खुशी के लिए जीना चाहिए, यह कोई स्वार्थ-भाव की बात नहीं है बल्कि व्यवहारिक सत्य है, एक खुश महिला ही अपने परिवार को खुश रख सकती है। और, खुशी अपने सपनों को साकार करने में मिलती है। इसीलिए महिलाओं को अपने सपने मरने नहीं देना चाहिए। खुद आकृति ने भी शादी के चार साल बाद डिवालिशियस मिसेज इंडिया कांटेस्ट में भाग लिया। सॉफ्टवेयर इंजीनियर आकृति ने पहले परिवार को आर्थिक मजबूती देने के लिए पति अक्षय गर्ग के साथ दिल्ली में ही एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी 'एप्लीकैलेटिक्स' स्थापित की। कंपनी के स्टेबलिश होने के बाद उन्होंने मिसेज इंडिया कांटेस्ट में भाग लेने के अपने एक और सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया। एक साल इसके लिए कड़ी मेहनत की।
आकृति ने बीती 26 मई को नई दिल्ली के ग्रीन पॉम रिसोर्ट में हुई डिवालिशियस मिसेज इंडिया यूनीवर्स कांटेस्ट के फिनाले में भाग लिया। देशभर से 1000 महिला प्रतिभागियों के बीच अंतिम 26 प्रतिभागियों को इसके लिए चुना गया था। आकृति मिसेज प्लस इंडिया यूनीवर्स कैटेगरी के फिनाले में थीं। यहां मंच पर जो हुआ, उसकी कल्पना खुद आकृति ने भी नहीं की थी। मिसेज प्लस इंडिया यूनीवर्स के ताज की छोड़िये, डिवालिशियस ने इससे भी आगे बढ़कर उन्हें अपना ब्रांड एम्बेडर चुन लिया। जजेज के रूप में मशहूर अभिनेत्री अर्शी खान, टीवी सीरियल 'भाभी जी घर पर हैं' में अम्मा जी का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री सोमा राठौड़, रेखा गौर और गत विजेता रश्मि सचदेवा उपस्थित रहे। डिवालिशियस के सीईओ नरेश मदान भी इस दौरान मौजूद थे, जो फिल्म और माडलिंग की दुनिया में जाना-पहचाना नाम हैं। मदान ने आकृति को कंपनी का ब्रांड एम्बेसडर बनाने पर अपनी सहर्ष सहमति प्रदान की।
खास बात यह है कि आकृति को लाइफटाइम ब्रांड एम्बेसडर चुना गया है, और इसे वह एक बड़ी जिम्मेदारी के रूप में देखती हैं। आकृति बताती हैं कि सौंदर्य स्पर्धा में भाग लेने का सपना काफी पहले संजोया था, लेकिन उन्होंने स्टडीज और करियर को प्राथमिकता दी। अब शादी के बाद यह सपना साकार करने का मौका मिला।
आकृति मम्मी डा. कंचन जायसवाल को अपना रोल मॉडल मानती हैं। जीवन में मन का काम करने की प्रेरणा उन्हें अपने पिता स्व. श्री डीके जायसवाल से मिली, जिनका निधन बीते वर्ष अगस्त में हुआ था। आकृति की खुशी में पूरा परिवार उसके साथ खुशियां मना रहा है, लेकिन पापा साथ नहीं..इसका उसे अफसोस है।
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