शिवहरे वाणी नेटवर्क
झांसी।
झांसी की प्रतिष्ठित चिकित्सक एवं वरिष्ठ भाजपा नेत्री डा. कंचन जायसवाल को उत्तर प्रदेश महिला आयोग का सदस्य चुने जाने पर कलचुरी समाज ने हर्ष व्यक्त किया है। डा. कंचन जायसवाल ने शिवहरे वाणी से बातचीत में कहा है कि अपनी नई जिम्मेदारी में महिलाओं को सशक्त बनाना ही उनका पहला लक्ष्य है, ताकि वे अपने साथ होने वाले अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा सके। डाक्टर कंचन बुंदेलखंड की महिलाओं की स्थिति पर एक थीसिस भी लिख चुकी हैं, और साथ ही मानवाधिकार में पोस्ट ग्रेजुएट है। ऐसे में जाहिर है कि एक सदस्य के रूप में महिलाओं की वास्तविक समस्याओं के समाधान के प्रति राज्य महिला आयोग में उनका सकारात्मक योगदान देंगी।
डाक्टर कंचन जायसवाल झांसी की एक जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और प्राइवेट प्रेक्टिस करती हैं। उनके पति श्री दिनेश कुमार जायसवाल हाल ही में रेलवे में चीफ इंस्पेक्टर ऑफ टिकट के पद से रिटायर हुए हैं। उनकी दो बेटियां हैं और दोनों ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। महिला अधिकारों और महिला सशक्तीकरण की प्रबल समर्थक डा. कंचन जायसवाल ने शिवहरे वाणी से बातचीत में कहा कि किसी महिला के साथ कोई अपमान होता है या हिंसा होती है, तो उसके खिलाफ असल जंग उसे ही लड़नी है। क्योंकि, इसकी आवाज अंततः उसे ही उठानी होगी। महिला आयोग में रहते हुए वह प्रयास करेंगी कि कहीं भी, खासकर उनके अपने क्षेत्र में कहीं किसी महिला का उत्पीड़न या हिंसा न होने पाये। अपने रिसर्च के निष्कर्षों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं लाज और शर्म के चलते अपनी आवाज उठा नहीं पाती हैं, कभी साहस भी करती हैं तो सही मंच तक नहीं पहुंच पातीं। लेकिन उन्हें आवाज उठानी होगी और महिला आयोग के सदस्य के रूप में वह उनका साथ देती रहेंगी।
इस बीच, कलचुरी कलवार सर्ववर्गीय समाज झांकी के जिलाध्यक्ष श्री ह्रदेश राय, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष श्री सालिगराम राय, कार्यकारिणी सदस्य श्री रामअवतार राय, शिवहरे समाज उरई के जिलाध्यक्ष श्री सिद्धू शिवहरे ने डा. कंचन जायसवाल को पुष्पगुच्छ भेंटकर नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दीं।
महिला अधिकारों की प्रबल समर्थक डा. कंचन जायसवाल . पिछले 17 वर्ष से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रही है। भाजपा में उनका विशेष योगदान यह रहा कि उन्होंने बुंदेलखंड जैसे पिछड़े इलाके में महिलाओं को पार्टी से जोड़ा। राजनीति में उनकी सक्रियता की शुरुआत 2001 से हुई जब उन्होंने भाजपा से जुड़कर काम करना शुरू किया। बाद में उन्हें भाजपा महिला मोर्चा का गुरसराय मंडल का प्रभारी बनाया गया। तदुपरांत वह भाजपा महिला मोर्चा की झांसी जिला उपाध्यक्ष भी बनाईं गई। उनकी सक्रियता को देख पार्टी ने उन्हें आगे बढ़ाते हुए कानपुर परिक्षेत्र का महिला अध्यक्ष बनाया जिस पर रहते हुए उन्होंने 3 साल कार्य किया। इसके बाद 3 वर्ष वह भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष रहीं। अपने राजनीतिक जीवन में वह 3 वर्ष भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य रहीं, उसके बाद उन्हें बुंदेलखंड का क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया। बाद में जब भाजपा संगठन में कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र बनाया गया तो उन्हें पुनः इसके क्षेत्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। अब पार्टी ने उनकी सक्रियता, महिला मुद्दों पर उनके अध्ययन और अनुभवों को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्य (राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त) के रूप में संवैधानिक पद पर नामित किया है। डा. कंचन जायसवाल ने इस बीच मानवाधिकार में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री दिल्ली से हासिल की। उन्होंने बुंदेलखंड की महिलाओं के साथ हिंसा और यौन पर 'एट्रोसिटी ऑफ वूमेन इन बुंदेलखंड रीजन' शीर्षक से रिसर्च भी किया है।
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