November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
समाचार

दुर्लभ ‘जयंती योग’ में कान्हा का 5251वां जन्मदिन, जन्माष्टमी पर फूलों से लकदक रहेंगी समाज की दोनों धरोहरें; दाऊजी मंदिर और राधाकृष्ण मंदिर में शाम 7 बजे से होंगे दर्शन

आगरा।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी का पर्व सोमवार 26 अगस्त को मनाया जाएगा। कान्हा का यह 5251वां जन्मोत्सव माना जा रहा है, खास बात यह है कि जन्माष्टमी पर इस बार गृह-नक्षत्रों का वही योग बन रहा है जो द्वार युग में भगवान के जन्म पर बना था, जिसे बहुत शुभ और दुर्लभ संयोग माना जा रहा है। फिलहाल आगरा में शिवहरे समाज की दोनों धरोहरों ‘दाऊजी मंदिर’ और ‘राधाकृष्ण मंदिर’ में जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारी जोरों पर हैं। समाजबंधु व श्रद्धालु सोमवार की शाम सात बजे से दोनों मंदिरों में भगवान की झांकियों के दर्शन कर सकेंगे।

बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य भाद्रपद कृष्ण की अष्टमी तिथि की मध्यरात्रि में हुआ था। उस समय चंद्रमा उदय हो रहे थे और रोहिणी नक्षत्र भी था। इस वर्ष भी जन्माष्टमी का पर्व रोहिणी नक्षत्र में मनाया जा रहा है, और साथ में जंयती योग भी रहेगा, जिसे बेहद दुर्लभ और शुभ संयोग माना जा रहा है। दरअसल जंयती योग के बनने के लिए सभी ग्रह-नक्षत्रों का सही दिशा में होना जरूरी होता है, साथ ही चंद्रमा की स्थिति वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में होना चाहिए, और गृह-नक्षत्रों की इन स्थितियों में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार या बुधवार को पड़ता, तब यह जयंती योग का निर्माण होता है। ऐसा कृष्ण जन्म के समय में भी था और इस बार भी बन रहा है।

सदरभट्टी चौराहा स्थित दाऊजी मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बिजनेश शिवहरे ने बताया कि इस बार मंदिर में प्राकृतिक फूलों का भव्य फूलबंगला सजाया जाएगा, और आकर्षक लाइटिंग इसमें चार चांद लगाएगी। फव्वारे पर इस बार रंगीन बर्फ की झांकी बिल्कुल नए अंदाज में सजाई जाएगी। लड्डूगोपालजी चांदी के हिंडोले में दर्शन देंगे। अर्धरात्रि 12 बजे भगवान की पूजा-अभिषेक के बाद प्रसाद वितरण होगा। मंदिर परिसर में आज समिति के पदाधिकारियों की देखरेख में विद्युत झालरों और फूलों की सजावट का काम शुरू हो गया।

लोहामंडी में आलमगंज स्थित राधाकृष्ण मंदिर के अध्यक्ष श्री अरविंद गुप्ता ने बताया कि मंदिर परिसर को हर साल की तरह आकर्षक फूलों से सजाया जाएगा। सभी स्वरूप नई पोशाकों में दर्शन देंगे। मध्यरात्रि को भगवान का अभिषेक होगा और महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।

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