मुरैना।
मुरैना के एलआईसी कर्मचारी कमल शिवहरे और हाउसवाइफ श्रीमती रानी शिवहरे की बेटी खुश्बू शिवहरे ने एमबी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में 500 में से 480 अंक लाकर प्रदेश में कॉमर्स समूह में टॉप किया है। खुश्बू का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहते हुए पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई की, जिसका सुखद परिणाम सामने आया है। वह डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हैं।
खुश्बू की कामयाबी आज के पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को कई सबक देती है, कई मिथक तोड़ती है। एक तो यह कि जो पेरेंट्स आजकल मोबाइल को बच्चे की पढ़ाई के लिए उपयोगी मानने लगे हैं, उन्हें खुश्बू की सफलता सीख लेनी चाहिए और अपने बच्चों को सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए । बहुत से लोगों की धारणा है कि एकल परिवार में बच्चे की पढ़ाई पर अधिक ध्यान दिया जा सकता है, तो बता दें कि खुश्बू शिवहरे का संयुक्त परिवार है। मुरैना में ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कालोनी में मकानसंख्या 906 में दादी श्रीमती रामवती शिवहरे (पत्नी स्व. श्री रमेशचंद्रजी शिवहरे, टूंडला वाले), ताऊ नवल शिवहरे, ताई श्रीमती कंचन शिवहरे, दो चाचा-चाची जुगल शिवहरे-रानी शिवहरे और पवन शिवहरे-वंदना शिवहरे समेत पूरा परिवार साथ रहता है। पूरे परिवार ने पढ़ाई में खुश्बू का सहयोग किया, उसे एकाग्र होने के लिए जरूर एकांत प्रदान किया। इसके अलावा लोगों की एक धारणा यह भी है कि गणित और विज्ञान जैसे विषयों से बेहतर सफलता अर्जित की जा सकती है तो हैं, तो खुश्बू ने कॉमर्स में टॉप किया है। उसने कॉमर्स को चुना क्योंकि उसे कॉमर्स पढ़ना अच्छा लगता है।
मुरैना में हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी खुश्बू शिवहरे का कहना है कि सोशल मीडिया आपको थोड़े समय की खुशी तो दे सकता है लेकिन जीवन में तरक्की करनी है तो अच्छे से पढ़ाई करनी होगी। इसीलिए हर स्टूडेंट को सिर्फ और सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए ताकि जीवन भर की खुशियां मिल सकें। एशियन स्कूल मुरैना की छात्रा खुश्बू का कहना है कि हर स्टूडेंट को अपने पसंदीदा विषय चुनने चाहिए, जो भी पढ़ें मन लगाकर पढ़ें।
शुक्रवार दोपहर को मध्य प्रदेश बोर्ड की ओर से परीक्षाफल घोषित होते ही खुश्बू के घऱ मीडियावालों का तांता लग गया। खुश्बू ने अपनी सफलता का पहला श्रेय अपनी फैमिली को दिया। उसकी सफलता से सभी बहुत खुश हैं और परिवार में जश्न का माहौल है। छोटा भाई ऋषि भी दीदी की कामयाबी से बहुत खुश है। अभी वह छठवीं क्लास में है। खुश्बू की मम्मी श्रीमती रानी शिवहरे वैसे तो हाउस वाइफ हैं, लेकिन बेटी की पढ़ाई को लेकर हमेसा सजग रहीं और उसे प्रेरित करती रहीं। इसके बाद खुश्बू अपने टीचर्स और बेस्ट फ्रेंड्स को श्रेय देती है। उसने बताया कि उसने कभी टॉप करने के इरादे से पढ़ाई नहीं की थी।
खुश्बू ने इंग्लिश में 97, हिंदी में 94, बिजनेस स्टडीज में 98, बुक कीपिंग एंड एकाउंटेंसी में 97 और इकोनॉमिक्स में 94 अंक अर्जिक किए हैं। उसे 500 में से 480 अंक यानी 96 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। खुश्बू अपना भविष्य डिजिटल मार्केटिंग में बनाना चाहती हैं। उसने कहा कि आज डिजिटल का युग है इसलिए मार्केटिंग के लिए डिजिटल एक अच्छा प्लेटफार्म हैं। हमें उस पर ही ध्यान देना है तथा उसी में अपना कैरियर बनाना है।
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