November 1, 2024
शिवहरे वाणी, D-30, न्यू आगरा, आगरा-282005 [भारत]
शिक्षा/करियर समाचार

MP-PSC: जेआरएफ शोधार्थी राहुल शिवहरे का लेखा अधिकारी पद पर चयन; 2019 की परीक्षा में और बेहतर परिणाम की उम्मीद

इंदौर।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की राज्य सेवा परीक्षा-2020 में शिवपुरी के राहुल शिवहरे का चयन लेखा अधिकारी के पद पर हुआ है। राहुल शिवहरे वर्तमान में नेट-जेआरएफ क्वालीफाइड शोधार्थी होने के साथ ही इंदौर के एक प्रतिष्ठित संस्थान में अध्यापन कार्य भी कर रहे हैं।  साथ ही उनका एमपीपीएससी-2019 की परीक्षा का रिजल्ट भी विलंबित है जिसकी मेन्स परीक्षा में उनकी रैंक टॉप-10 में है। अगस्त तक इंटरव्यू के बाद इसका अंतिम परिणाम घोषित हो सकता है जिसमें उन्हें और बेहतर रैंक व पद मिलने की उम्मीद है।
राहुल शिवहरे की सफलता से पूरा परिवार बहुत खुश है और आज 11 जून को ईश्वर का शुक्रिया अदा करने के लिए परिवार ने उज्जैन जाकर महाकाल के दर्शन किए। 30 वर्षीय राहुल शिवहरे ने 2008 में हाईस्कूल कर पॉलिटेक्निक एंट्रेंस परीक्षा दी जिसमें टॉप रैंकिंग के साथ सफल होकर विदिशा के पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा (इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन) पाठ्यक्रम में एडमिशन लिया। 2011 में पॉलीटेक्निक कालेज से ही भारती एयरटेल कंपनी ने उन्हें अच्छा जॉब ऑफर किया था लेकिन राहुल ने इसे स्वीकार न कर बीई करने के लिए भोपाल के प्रतिष्ठित एलएनसीटी इंस्टीट्यूट में दाखिला ले लिया। 2014 में बीई करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। इसके लिए उन्होंने हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, ज्योग्राफी, साइंस, एथिक्स समेत परीक्षा के सभी विषयों की गहराई से सेल्फ स्टडी की। विषयों पर मजबूत पकड़ के आधार पर 2016 में इंदौर के प्रतिष्ठित ‘महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल सर्विसेज’ ने उन्हें लेक्चरर की जॉब ऑफर कर दी जहां उन्होंने तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। किस्मत से यह ऐसा काम था कि जहां इंदौर में रहने का आधार मिलने के साथ ही उनकी तैयारी भी अपडेट होती रही।
वर्ष 2017 में राहुल शिवहरे ने एमपीपीएससी की परीक्षा दी और इंटरव्यू तक पहुंचे, इसके बाद 2019 में भी मेन्स परीक्षा में उन्होंने शानदार सफलता अर्जित की और टॉप-10 में अपना स्थान बनाया लेकिन रिजर्वेशन विवाद के चलते इस परीक्षा का इंटरव्यू आज तक नहीं हो सका है। फिलहाल, अब इसके इंटरव्यू की डेट आ गई है और संभव है कि इस वर्ष अगस्त माह के अंत तक इसका रिजल्ट भी घोषित कर दिया जाए। राहुल शिवहरे कहते हैं कि 2019 की परीक्षा में उन्हें और बेहतर रैंक व पद मिलने की उम्मीद है। राहुल शिवहरे ने इस बीच यूजीसी की नेट-जेआरएफ परीक्षा भी टॉप-50 रैंक में क्वालीफाई की, और वर्तमान में रिसर्च (पीएचडी) कर कर रहे हैं जिसके लिए यूजीसी उन्हें 50 हजार रुपये प्रतिमाह का भत्ता दे रही है। 
राहुल शिवहरे एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए कोई नया नाम नहीं है। परीक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों खासकर पॉलिटिकल साइंस पर उनके व्याख्यानों के तमाम वीजियोज इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। राहुल शिवहरे मूल रूप से शिवपुरी के रहने वाले हैं। उनके पिता श्री महेश शिवहरे खदान का काम करते है, जबकि मां श्रीमती मीरा शिवहरे गृहणी हैं। शिवपुरी में नेशनल पार्क बनने के बाद खदान का काम प्रभावित हो गया तो श्री महेश शिवहरे अपने काम को लेकर परिवार के साथ विदिशा शिफ्ट हो गए। राहुल शिवहरे और उनके छोटे भाई योगेश शिवहरे ने विदिशा से की अपनी पढ़ाई की है। योगेश शिवहरे भी बड़े भाई के साथ इंदौर में रहकर सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। 
राहुल शिवहरे कहते हैं कि सिविल सर्विसेज की तैयारी करने से पहले प्रत्येक स्टूडेंट को बड़ी ईमानदारी और कठोरता के साथ अपने रुझान, क्षमता व योग्यता का आकलन कर लेना चाहिए, वरना समय खराब करने से कोई फायदा नहीं। वह कहते हैं कि धैर्य के साथ निरंतर अध्ययन और ज्ञानवर्धन ही सिविल सर्विसेज परीक्षाओं में सफलता की कुंजी है। वह अपने माता-पिता को अपनी प्रेरणा मानते हैं, और उन्हीं को अपनी सफलता का श्रेय भी देते हैं।

 

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