शिवहरे वाणी नेटवर्क
आगरा।
आगरा में शिवहरे समाज की प्रमुख धरोहर मंदिर श्री दाऊजी महाराज में कलचुरी समाज के आराध्य भगवान श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना के लिए एक बार फिर प्रयास शुरू हो गए हैं। भगवान स्वरूप शिवहरे की अध्यक्षता वाली मंदिर समिति ने इस पहल के लिए समाज से समर्थन और सहमति जुटाने का एक अलग तरीका निकाला है। समिति को उम्मीद है कि इससे प्रतिमा स्थापना को लेकर समाज की आमराय स्पष्ट हो जाएगी और आगे का रास्ता साफ होगा।
दरअसल मंदिर अध्यक्ष भगवान स्वरूप शिवहरे की ओर से मंदिर समिति के पदाधिकारियों और सामाजिक कार्यों से जुड़े युवाओं को भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की मूर्ति की स्थापना के लिए पावती पुस्तिकाएं दी गई हैं। उनसे कहा गया है कि आगरा में अपने संपर्क के प्रत्येक स्वजातीय परिवार से मिलकर प्रतिमा की स्थापना के लिए उनसे सहयोग राशि लें। प्रत्येक सहयोग राशि की रसीद अवश्य काटी जाए। दानदाता अपनी इच्छा से जो भी धनराशि देना चाहे, वह स्वीकार की जाएगी। यहां तक कि यदि कोई एक रुपया भी देना चाहता है, तो उसे भी सहर्ष स्वीकार कर उनकी सहयोग राशी की पावती यानी रसीद उन्हें प्रदान की जाए। भगवान स्वरूपजी का कहना है कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना के लिए दी गई सहयोग राशि की रसीद को उस व्यक्ति या परिवार की सहमति के तौर पर लिया जाएगा।
आपको बता दें कि मंदिर प्रबंध समिति ने भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना का संकल्प काफी पहले व्यक्त किया था, और इसे दाऊजी मंदिर पुनर्निर्माण योजना का ही हिस्सा बताया था। मौजूदा समिति का कार्यकाल पूर्ण होने तक स्थापना कार्य संपन्न कर लेने का लक्ष्य भी निर्धारित किया था। लेकिन, इस प्रस्ताव पर समाज में ही कुछ लोगों के पुरजोर विरोध को देखते हुए समिति में अपना इरादा कुछ समय के लिए टाल दिया था।
बीती दो अक्टूबर को मौजूदा समिति का कार्यकाल पूर्ण हो गया और इस दिन मंदिर परिसर में गांधी जयंती समारोह के दौरान नए अध्यक्ष पद का चुनाव होना प्रस्तावित था। लेकिन विशेष परिस्थितियों में चुनाव प्रक्रिया अगली घोषणा तक स्थगित कर दी गई है। यानी भगवान स्वरूप शिवहरे अभी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। ऐसे में उन्होंने मदिर में भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना के प्रस्ताव को अंजाम देने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
अब तक कितनी रसीदें काटी जा चुकी हैं, या यूं कहें कि कितने समाजबंधुओं अथवा परिवारों की सहमति प्राप्त हो चुकी है, जल्द ही इसका आंकड़ा सामने आ जाएगा और उसी के अनुरूप मंदिर में भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन की प्रतिमा की स्थापना के प्रस्ताव पर समिति अपनी दिशा तय करेगी।
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