उरई।
उरई के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता श्री सिद्धू शिवहरे नहीं रहे। बुधवार, 27 मार्च की सुबह आठ बजे दिल्ली में एम्स ले जाने के दौरान उनका निधन हो गया। 53 वर्षीय श्री सिद्धू शिवहरे यूरीन ब्लेडर में कैंसर से पीडित थे और बीते दो वर्ष से एम्स दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। आज उनके निधन की खबर से लोग स्तब्ध रह गए। उनका अंतिम संस्कार शाम करीब छह बजे उरई के श्मशानघाट पर किया जाएगा।
उरई में मैरिज होम ‘शिवहरे उत्सव’ के प्रोपराइटर श्री सिद्धू शिवहरे पुत्र श्री शारदा प्रसाद शिवहरे लंबे समय से सामाजिक कार्यों में संलग्न थे। वह ‘श्री शारदा प्रसाद धर्मार्थ सेवा संस्थान’ ट्रस्ट के अध्यक्ष थे, जिसके बैनर तले पांच बार सामूहिक विवाह एवं परिचय सम्मेलन का आयोजन करा चुके थे। दिव्यांगों के लिए उन्होंने सराहनीय कार्य किया, जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2021 में उन्हें सम्मानित किया था। वह उत्तर प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा से भी जुड़े थे। वह अपने पीछे पत्नी श्रीमती गीता शिवहरे, पुत्र अभय शिवहरे और दो बेटियों सुश्री सोनम शिवहरे व सुश्री पूजा शिवहरे को बिलखता छोड़ गए हैं।
दो वर्ष पूर्व यूरीन ब्लेडर में गांठ होने का पता चलने पर एम्स दिल्ली में सिद्धू शिवहरे का ऑपरेशन हुआ था जिसकी बायोप्सी में उन्हें कैंसर की पुष्टी हुई। तब से एम्स से ही उनका उपचार चल रहा था। हाल में होली से चार दिन पहले उन्हें तेज बुखार आया, जो तमाम दवा-उपचार के बावजूद उतर नहीं रहा था। पुत्र अभय शिवहरे उन्हें एम्स देहरादून ले गया। बीती रात तबियत अधिक बिगड़ने पर एम्स देहरादून के चिकित्सकों ने उन्हें एम्स दिल्ली ले जाने को कहा। देर रात परिवारीजन सिद्धू शिवहरे को लेकर एम्स दिल्ली के लिए रवाना हो गए, लेकिन सुबह आठ बजे दिल्ली में एम्स पहुंचने से पहले ही उन्होंने प्राण छोड़ दि। उनके आकस्मिक निधन से उरई के सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
समाचार
उरईः जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता सिद्धू शिवहरे नहीं रहे; सुबह दिल्ली में हुआ निधन; उरई में देर शाम होगा अंतिम संस्कार
- by admin
- March 27, 2024
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