बहराइच।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चार चरण हो चुके हैं, पांचवे की बारी है। 27 फरवरी को 12 जिलों की 61 सीटों पर मतदान होना है। इनमें बहराइच सदर सीट भी है जहां से मौजूदा विधायक अनुपमा जायसवाल भाजपा की प्रत्याशी हैं। योगी सरकार में राज्यमंत्री रह चुकीं अनुपमा जायसवाल की जीत सुनिश्चित करने के लिए जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के प्रमुख पदाधिकारी इन दिनों बहराइच में डेरा डाले हैं और स्वजातीय बंधुओं से मिल रहे हैं। अनुपमा जायसवाल इस संगठन की महिला महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
बता दें कि बहराइच सदर सीट सपा का गढ़ मानी जाती थी, जहां से वकार अहमद शाह लगातार पांच बार से विधायक निर्वाचित होते आ रहे थे। लेकिन 2017 की भाजपा लहर में सपा का यह गढ़ ढह गया था। अनुपमा जायसवाल ने यहां वकार अहमद शाह की पत्नी रुबाब सयैदा को 6 हजार मतों से हराकर यहां पहली बार भाजपा का जलवा कायम किया था। भाजपा ने अनुपमा को इस जीत के पुरस्कार के तौर पर उन्हें योगी सरकार में बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पोषण, राजस्व, वित्त राज्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया।
मायका भी बहराइच, ससुराल भी बहराइच
बहराइच में अनुपमा जायसवाल ने जनहितैषी विधायक के रूप में अपनी छवि बनाई है। विधायक व मंत्री रहने के दौरान भी उन्होंने जायसवाल समाज की सामाजिक गतिविधियों में हमेशा बढ़-चढ़कर भाग लिया और समाज की आवाज को शासन तक पहुंचाया। 55 वर्षीय अनुपमा जायसवाल बहराइच में ही जन्मी हैं, और बहराइच ही उनकी ससुराल भी है। उनके पिता रविंद्रकांत जायसवाल कारोबारी थे। 1989 में उनका विवाह अशोक कुमार जायसवाल से हुआ जो पेशे से बैंक प्रबंधक हैं। उनका एक बेटा शिवम जायसवाल, और दो बेटियां ऐश्वर्या एवं स्वाति हैं। अनुपमा में 1999 में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की। 2010 में उन्होंने डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद से कानून की डिग्री ली।
34% मुस्लिम मतदाताओं वाली बहराइच सदर सीट पर सपा ने इस बार भी वकार परिवार पर ही दांव खेला है और वकार के पुत्र यासर शाह को प्रत्याशी बनाया है। यानी इस बार अनुपमा का सीधा मुकाबला यासर शाह से है। अनुपमा के समर्थन में जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक जायसवाल (इंदौर), महासचिव अटल कुमार गुप्ता (कोयंबटूर), कार्यकारी अध्यक्ष अजय कुमार जायसवाल (लखनऊ) और राजाराम शिवहरे (भोपाल), राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष कैलाश धनेष्ठा (जयपुर) और प्रदेश संगठन मंत्री दीपक जायसवाल (लखनऊ) और नवीन प्रकाश सिंह (लखनऊ) आदि इन दिनों बहराइच में हैं और स्वजातीय बंधुओं के साथ ही वैश्य, ओबीसी वैश्य और व्यापारी समुदाय के वोटों को अनुपमा के पक्ष में लामबंद करने के प्रयास में जुटी है। अनुपमा जायसवाल इस संगठन की महिला इकाई की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
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